मंगलवार, 28 मई 2019

यूपी: जनरल वीके सिंह ने सर्वाधिक मतांतर से हासिल की जीत

राजबब्बर की जमानत जब्त कराकर चाहर दूसरे और पीएम मोदी तीसरे पायदान पर
मछलीशहर में सबसे कम 181 मतों से हुई भाजपा की जीत
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में भाजपा की 62 समेत राजग 64 सीटें लेकर सबसे बड़े गठबंधन के रूप में सामने आया है। सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में गाजियाबाद सीट पर भाजपा के जनरल वीके सिंह ने सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है, तो सबसे कम 181 मतों के अंतर से जीत हासिल करने वाले मछलीशहर से भाजपा के ही भोलानाथ ने हासिल की है। वहीं इस बार 33 सीटें ऐसी हैं जहां भाजपा की जीत के अंतर में कमी आई है, जबकि जिन सीटों पर प्रत्याशी बदले गये हैं, वहां ज्यादातर सीटों में जीत के अंतर में बढ़ोतरी हुई है।
केंद्र की सत्ता के लिए देश के सबसे ज्यादा संसदीय क्षेत्र वाले उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। यूपी की 80 सीटों में राजग की 62 और अपना दल की दो सीटों के साथ राजग के खाते में 64 लोकसभा सीटें आई हैं। जबकि यूपी में भाजपा की राह को रोकने के लिए सपा-बसपा-रालोद गठबंधन करके चुनावी मैदान में था, लेकिन भाजपा व अपना दल के गठजोड़ ने विपक्षी गठबंधन को पछाड़कर साबित किया है कि केंद्र की सत्ता का यूपी से राजग के लिए जनमत से तैयार हुआ है। यूपी में विपक्षी गठबंधन को कई सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारकर मदद की है, शायद इसी कारण ज्यादातर भाजपा प्रत्याशियों के जीत के अंतर में कमी आई है।
यूपी में भाजपा की तीन बड़ी जीत
यूपी में विजयी रहे प्रत्याशियों की जीत में मतों के अंतर का सवाल सामने आता है तो उसमें केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह गाजियाबाद लोकसभा सीट से दूसरी बार चुनाव मैदान में थे, जहां उन्होंने सपा के सुरेश बंसल को 5 लाख 500 मतों क अंतर से पराजित किया है। यूपी में किसी प्रत्याशी की जीत में मतो का यह अंतर सबसे ज्यादा है। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में वीके सिंह ने इस सीट पर 5.67 लाख 260 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। इसके बाद फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी राजकुमार चाहर ने कांग्रेस के यूपी प्रदेशाध्यक्ष एवं अभिनेता राज बब्बर को 4.95 लाख 65 मतों से पराजित किया। फतेहपुर सिकरी सीट पर भाजपा के बाबूलाल ने पिछले चुनाव में 1.73 लाख 106 मतों से जीत हासिल की थी। इसबार भाजपा ने प्रत्याशी बदला तो उससे ज्यादा मतों से विजय मिली। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट पर सपा की शालिनी यादव को 4.79 लाख 505 मतों से हराकर अपने पिछले यानि 2014 के 3.71 लाख 784 मतों से जीत के अंतर का रिकार्ड तोड़ा है। विपरीत यूपी में मछलीशहर लोकसभा सीट पर भाजपा के भोलानाथ उर्फ बीपी सरोज ने बसपा के त्रिभुवन राम को मात्र 181 मतों से हराकर जीत हासिल की, जो राज्य में जीत का सबसे कम अंतर है। जबकि 2014 के आम चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर 1.72 लाख 155 मतों से जीत हासिल कर कब्जा जमाया था।
इन सीटों पर कम हुआ अंतर
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन यूपी की 80 में 73 सीटे जीतकर केंद्र की सत्ता तक पहुंची था। इस बार भाजपा की राह को रोकने के लिए सपा-बसपा-रालोद गठबंधन सामने था, लेकिन इसके बावजूद भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन गठबंधन की वजह से ज्यादातर सीटों पर जीत का अंतर कम रहा। विपक्षी गठबंधन के कारण भाजपा की जीत का जिन सीटों पर अंतर कम हुआ है, उसमें इनके अलावा मुजफ्फरनगर सीट से जहां पिछले चुनाव को भाजपा के संजीव बालियान ने 4.01 लाख 150 मतों से जीत हासिल की थी, वहीं इस बार विपक्षी गठबंधन में शामिल रालोद प्रमुख अजित सिंह को मात्र 6526 मतों के अंतर से हराकर दूसरी बार विजय हासिल की है। वहीं पिछले चुनाव में बागपत सीट पर अजित सिंह को 2.09 लाख 866 मतो से हराने वाले केंद्रीय मंत्री डा. सत्यपाल सिंह इस बार अजित सिंह के बेटे रालोद प्रत्याशी जयंत चौधरी के सामने केवल 23502 मतों से ही जीत सके हैं। इसके अलावा आगरा, अलीगढ़, अकबरपुर, आंवला, बलिया, बांदा, बांसगांव, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, भदोही, बुलंदशहर, चंदौली, एटा, इटावा, फैजाबाद, गोरखपुर, हमीरपुर, हाथरस, जालौन, जौनपुर, कैराना, कानपुर, कौशांबी, मथुरा, मेरठ, महाराजगंज, फूलपुर, पीलीभीत, राबर्टगंज, सलेमपुर, संतकबीरनगर व सुल्तानपुर में भाजपा की जीत का अंतर पिछले चुनाव की तुलना में कम रहा है। बाकी जिन सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है उन पर जीत के अंतर में बढ़ोतरी देखी गई है। खासबात है कि जीत के मतों के अंतर बढ़ोतरी वाली ज्यादातर सीटें वे हैं जहां भाजपा ने इस बार अपने प्रत्याशी बदले हैं।

6.89 लाख मतों से हुई  सबसे बड़ी जीत
गुजरात की नवसारी सीट भाजपा प्रत्याशी सीआर पाटिल ने 6.89 लाख वोटों के अंतर से जीती। यह इस चुनाव में सबसे बड़ी जीत है। पिछली बार वे यहीं से 5.58 लाख वोटों से जीते थे।
हरियाणा करनाल में भाजपा के संजय भाटिया ने कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 6.56 लाख वोटों से हराया।
फरीदाबाद में भाजपा के किशनपाल ने कांग्रेस अवतार सिंह भड़ाना को 6.38 लाख वोटों से हराया।
भीलवाड़ा में भाजपा के सुभाषचंद्र बहेड़िया 6.12 लाख से हराया।
वडोदरा में भाजपा की राजन बेन भट्ट ने कांग्रेस के प्रशांत पटेल को 5.89 लाख वोटों से हराया।
पश्चिमी दिल्ली से भाजपा प्रवेश वर्मा ने कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 5.78 लाख वोटों से मात दी।
चित्तौड़गढ़ में भाजपा के चंद्रप्रकाश जोशी ने कांग्रेस के गोपाल शेखावत को 5.76 लाख वोटों से हराया।
अमित शाह ने गांधीनगर में कांग्रेस के सीजे चावड़ा को 5.57 लाख वोटों से हराया।
होशंगाबाद मप्र में भाजपा के उदय प्रताप ने कांग्रेस के शैलेन्द्र सिंह को 5.53 लाख वोटों से हराया।
भाजपा के हंसराज हंस दिल्ली उत्तर पश्चिम में 5.53 लाख वोट से जीते।
सूरत से दर्शना विक्रम जरदोश ने कांग्रेस के अशोक पटेल को 5.48 लाख वोटों से हराया।
इंदौर में भाजपा के शंकर लालवानी ने 5.47 लाख से जीते।
राजस्थान की राजसमंद सीट से भाजपा की दीया कुमारी 5.51 लाख वोटों से जीतीं।
तमिलनाडु के डिंडीगुल में डीएमके के वेलुसामी पी 5.38 लाख से जीते
तमिलनाडु में श्रीपेरुंबदूर में डीएमके के टीआर बालू 5.07 लाख से जीते।
विदिशा में भाजपा के रमाकांत भार्गव 5.03 लाख वोटों से जीते।
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25May-2019

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