शनिवार, 4 मई 2019

पांच राज्यों के विस चुनाव में सियासी दलों ने खर्च से ज्यादा कमाया

छग व मप्र समेत पांच राज्यों के चुनाव का लेखा-जोखा  
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।  
लोकसभा चुनाव से पहले 2018 के अंत में छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश, राजस्थान व तेलंगाना समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में छह राष्ट्रीय दलों और सात क्षेत्रीय दलों ने जितना कमाया है उसका आधा भी खर्च नहीं किया।
दरअसल सियासी दलों द्वारा नवंबर-दिसंबर 2018 में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव में मिले चंदे व खर्च विवरण यानि आय-व्यय का ब्यौरा पेश किया गया है। इस आय-व्यय ब्यौरे का विश्लेषण करने के बाद चुनाव सुधार के लिए कार्य कर रही गैर सरकारी संस्था एडीआर ने यह खुलासा किया कि एक दर्जन राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों ने विधानसभा चुनावों के दौरान 337.84 करोड़ रुपये का खर्च दर्शाया है, जबकि इन दलों को इस दौरान विभिन्न स्रोतों से 826.76 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई। इस रिपोर्ट में राष्ट्रीय दलों में भाजपा, कांग्रेस, बसपा, एनसीपी, सीपीएम व सीपीआई के अलावा क्षेत्रीय दलों सपा, रालोद, तेदेपा, आप, आईएफबी, एआईएमआईएम तथा एमएनएफ जैसे दलों के चुनावी आय-व्यय का खुलासा किया गया है।
राज्य ईकाई से ज्यादा खर्च
रिपोर्ट के अनुसार सभी राजनीतिक दलों ने विभिन्न स्रोतों से मिले चंदे के बाद अपने पार्टी के केंद्रीय मुख्यालयों को 613. 57 करोड़ रुपये की आमदनी जमा कराई, जकि चुनावी खर्च के लिए 89..95 करोड़ रुपये प्राप्त किये। जबकि 247.89 करोड़ रुपये का चुनावी खर्च इन दलों के राज्य मुख्यालय से प्राप्त किया। इसमें मध्य प्रदेश ईकाई से दलों ने कुल 138.16 करोड़, छत्तीसगढ़ ईकाई से 19.06 करोड़, राजस्थान ईकाई से 34.88 करोड़, तेलंगाना ईकाई से 54.56 करोड़ तथा तथा मिजोरम ईकाई से 1.23 करोड़ रुपये व्यय किया गया। जबकि एआईएफबी ने मध्य प्रदेश और तेलंगाना चुनाव के दौरान पार्टी के केंद्रीय और राज्य ईकाई से कोई धनराशि प्राप्त नहीं की।
स्टार प्रचारकों पर बहाए करोड़ों
इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इन दलों ने 103.65 करोड़ रुपये स्टार प्रचारकों और 4.43 करोड़ रुपये अपनी पार्टी के नेताओं की यात्राओं पर खर्च किये हैं। इस मद में चुनाव खर्च करने के मामले में मध्य प्रदेश ईकाईयों ने सबसे ज्यादा 44.39 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है।
चुनाव प्रचार सबसे महंगा 
चुनाव खर्च विवरण में राजनीतिक दलों को केंद्रीय मुख्यालय और राज्य स्तर द्वारा किये खर्च की राशि चुनाव प्रचार, यात्रा खर्च और उम्मीदवारों पर किये गये खर्च के अलावा अन्य व्यय भी शामिल है। इसमें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना व मिजोरम विधानसभा चुनवा के दौरान राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार पर 185.65 करोड़ यानि 38.75 फीसदी, उम्मीदवारों पर 147.56 करोड़, मीडिया विज्ञापन पर 147.10 करोड़, प्रचार सामग्री पर 22.36 करोड़ तथा जनसभाओं पर 16.19 करोड़, यात्रा पर 108.08 करोड़ के अलावा 37.75 करोड़ का व्यय अपने चुनाव प्रचार में हुए अन्य तरीके से खर्च किया है।
मध्य प्रदेश में ज्यादा प्रचार खर्च
इस विश्लेषण रिर्पोट के मुताबिक सियासी दलों ने राज्य ईकाई के जरिए विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सबसे ज्यादा 86.82 करोड़ की राशि मध्य प्रदेश में खर्च की है। इसके बाद 32.17 करोड़ के खर्च के साथ राजस्थान दूसरे और 24.68 करोड़ के साथ तेलंगाना तीसरे पायदान पर रहा है। छत्तीसगढ़ में 11.94 करोड़ तथ्ज्ञा मिजोरम में 99 लाख का चुनाव प्रचार पर खर्च किया गया है।

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