भाजपा की
अपने सियासी किले को खंडित होने से बचाने की चुनौती
छठे चरण में 12 मई को सात होगा मतदान
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
सत्रहवीं
लोकसभा के लिए छठे चरण में 12 मई को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों
पर होने वाले चुनाव में 164 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी जंग में
हिस्सा ले रहे हैं। दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। भाजपा
के खिलाफ गठजोड़ न होने की वजह से अपने बूते पर अलग-अलग चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस
और दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के आक्रमक चुनावी रणनीति की चुनौती से
निपटने के लिए भाजपा को दो सीटों पर मौजूदा सांसदों के बजाए नए प्रत्याशियों को
टिकट देना पड़ा है, ताकि इस सियासी किले को खंडित होने से बचाया जा सके। इसलिए
माना जा रहा है कि भाजपा को सभी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले में की चुनौती का
सामना करना पड़ सकता है? हालांकि पांच सीटों पर बसपा ने भी जातिगत समीकरणों को
साधते हुए अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में
अन्य राज्यों की तुलना में जाति या धर्म के आधार की सियासत कोई मायने नहीं रखती।
इसलिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होती आ रही अलग ही तौर तरीकें की सियासत के
बीच भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच ही प्रमुख सियासी संग्राम की संभावना
है। राजधानी में लोकसभा चुनाव के लिए जारी चुनावी महासंग्राम के बीच हरिभूमि
संवाददाता द्वारा की गई पड़ताल पर पेश है एक खास रिपोर्ट-
1.चांदनी चौक
भाजपा-डॉ. हर्षवर्धन
कांग्रेस-जय प्रकाश अग्रवाल
आप-पंकज गुप्ता
राष्ट्रीय
राजधानी की चांदनी चौक सीट का अधिकांश क्षेत्र कारोबारी हब के रूप में जाना जाता
है, जहां पिछले चुनाव में आप प्रत्याशी आशुतोष को पछाड़कर सांसद के बाद मोदी सरकार
में मंत्री बने डा. हर्षवर्धन एक बार फिर से भाजपा के प्रत्याशी हैं, जिनके सामने
कारोबारियों की समस्याओं से जुड़े जीएसटी, सीलिंग जैसे मुद्दे इस बार किसी चुनौती
से कम नहीं हैं। हालांकि हर्षवर्धन द्वारा पिछले पांच साल में इस इलाके में किये
गये कामों के बल पर जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस व्यापारी वर्ग में
भाजपा के खिलाफ माहौल बनाकर कांग्रेस ने पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल तथा आप ने
इस बार पंकज गुप्ता को टिकट दिया है। इस सीट पर तीन वैश्य उम्मीदवारों के तिकोणे
संघर्ष के बीच 7.13 लाख 393 महिलाओं समेत 15.62 लाख 268 मतदाताओं के चक्रव्यूह को
भेदने के लिए 26 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
2.उत्तर-पूर्वी
दिल्ली
भाजपा-मनोज तिवारी
कांग्रेस-शीला दीक्षित
आप-दिलीप पांडेय
दिल्ली की
उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट इसलिए हॉट सीट मानी जा रही है, कि यहां भाजपा और कांग्रेस
की दिल्ली ईकाई के प्रमुखों की सियासी जंग होने जा रही है। मसलन भाजपा ने जहां
पार्टी के दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष एवं मौजूदा सांसद मनोज तिवारी पर भरोसा जताया है,
वहीं कांग्रेस ने पार्टी की दिल्ली ईकाई की बागडौर संभाल रही पूर्व मुख्यमंत्री
शीला दीक्षित चुनाव मैदान में उतारा हैं। जबकि आम आदमी पार्टी ने दिलीप पांडेय को
अपना प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर 10.37 लाख 218 महिलाओं समेत कुल 22.90 लाख 492 मतदाताओं के जाल को विभाजित करने के लिए
24 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
3.पूर्वी दिल्ली
भाजपा-गौतम गंभीर,
कांग्रेस-अमरिंदर सिंह लवली
आप- आतिशी
पूर्वी
दिल्ली लोकसभा सीट को हॉट सीट माना जा रहा है, भाजपा ने सांसद महेश गिरी का टिकट
काटकर क्रिकेटर गौतम गंभीर का नया चेहरा चुनावी मैदान में उतारा है। गंभीर को
चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने दिल्ली शीला सरकार में मंत्री रहे अरविंदर सिंह
लवली तथा आम आदमी पार्टी ने अतिशी को चुनावी जंग में उतारा है। भाजपा प्रत्याशी
जहां युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र बने हैं तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अपने
पुराने सियासी अनुभव तो आप प्रत्याशी महिलाओं और स्थानीय मुद्दो को लेकर चुनाव
प्रचार कर रही हैं। इस सीट पर 9.09 लाख 306
महिलाओं समेत 20.39 लाख 220 मतदाताओं के सामने 26 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे
हैं।
4.नई दिल्ली
भाजपा-मीनाक्षी लेखी
कांग्रेस-अजय माकन
आप-बृजेश गोयल
राष्ट्रीय
राजधानी की नई दिल्ली सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसद मीनाक्षी लेखी को ही अपना
प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने
पूर्व
मंत्री अजय माकन को चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने बृजेश
गोयल को टिकट दिया है। नई दिल्ली लोकसभा सीट वीआईपी मानी जाती रही है। ऐसा भी नहीं
हैं कि यहां समस्याएं और मुद्दे नहीं हैं, यहां के लोगों के सामने भी पेयजल और
बुनियादी सुविधाओं के साथ व्यापारियों के अपने मुद्दे हैं, जिनके समाधान के लिए
हरेक सियासी दल चुनावी प्रचार में वादे भी कर रहा है। इस सीट पर 7.20 लाख 891
महिलाओं समेत 16.17 लाख 470 मतदाताओं को चुनावी जंग में उतरे 27 उम्मीदवारों की
सियासी किस्मत तय करनी है। लोकसभा के लिए पिछले चुनाव में इस सीट पर भाजपा की
मीनाक्षी लेखी ने करीब 4.54 लाख वोट लेकर आप के आशीष खेतान को मिले करीब 2.91 लाख
के मुकाबले 1.62 लाख से भी ज्यादा वोटों से हराया था, जबकि कांग्रेस के अजय माकन
करीब 1.83 मत लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
5.उत्तर-पश्चिमी दिल्ली(सुरक्षित)
भाजपा-हंसराज हंस
कांग्रेस-राजेश लिलोठिया
आप-गुग्गन सिंह,
राष्ट्रीय
राजधानी की उत्तर-पश्चिमी एक मात्र सुरक्षित सीट है, जहां भाजपा ने बदली सियासत की
वजह से मौजूदा सांसद डा. उदित राज का टिकट काटकर उनके स्थान पर सूफी गायक हंसराज
हंस को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक राजेश लिलोठिया और आप
ने गुग्गन सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। इस क्षेत्र में ग्रामीण इलाका होने
के कारण मूलभूत सुविधाओं को दुरस्त करने जैसे मुद्दो को लेकर चुनाव प्रचार किया जा
रहा है। इस सीट पर सबसे कम 11 प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं, जिनके सामने 10.72
लाख 977 महिलाओं समेत 23.78 लाख 984 मतदाताओं को साधने का लक्ष्य है। इस सीट पर
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर उदित राज ने आप की राखी बिडला को पराजित
किया था, जबकि कांग्रेस की कृष्णा तीरथ तीसरे पायदान पर रही थी।
6.पश्चिमी दिल्ली
भाजपा-प्रवेश वर्मा
कांग्रेस-महाबल मिश्र
आप-बीएस जाखड़
दिल्ली
की इस सीट पर भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा पर भरोसा जताया
है, जहां वर्मा अपने पिछले साल के दौरा क्षेत्र में किये गये विकास और जनता के
बुनियादी सुविधाओं के लिए मोदी सरकार की तमाम योनाओं के बल पर चुनाव मैदान में
हैं। जबकि कांग्रेस ने पूर्व सांसद महाबल मिश्र को फिर से चुनाव मैदान में उतारा
है जो वर्ष 2014 में करीब 1.93 लाख वोट लेने के बावजूद तीसरे स्थान पर रहे थे,
जबकि भाजपा के प्रवेश वर्मा ने 6.51 लाख से ज्यादा वोट लेकर आप के जरनैल सिंह करीब
3.51 लाख वोटों के मुकाबले जीत हासिल की थी। इस बार आप ने बीएस जाखड़ को चुनावी
जंग में उतारा है। इस सीट पर 23 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनके सामने
10.90 लाख 797 महिलाओं समेत 23.71 लाख 561 मतदाताओं का जाल बना हुआ है।
7. दक्षिणी दिल्ली
भाजपा-रमेश विधूडी
कांग्रेस-बिजेन्दर (बॉक्सर)
आप- राघव चड्ढा
राजधानी
की इस सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद रमेश विधूडी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस
ने खेल जगत हस्ती बॉक्सर विजेन्दर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि आप ने
इस बार राघव चड्ढा को प्रत्याशी बनाया है। इस क्षेत्र में दक्षिणी दिल्ली के
वीआईपी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण हिस्सा भी आता है, जहां लोगों की अनेक समस्याएं
और उनके मुद्दा प्राथमिकता पर हैं। इस सीट कुल 20.67 लाख 463 मतदाताओं के भरोसे 27
उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
लोकसभा सीट प्रत्याशी मतदाता
चांदनी चौक दिल्ली 26 1562268
उत्तर पूर्वी दिल्ली 24 2290492
पूर्वी दिल्ली 26
2039220
नई दिल्ली 27
1617470
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली 11 2378984
पश्चिमी दिल्ली 23
2371561
दक्षिणी दिल्ली 27
2067463
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कुल सात सीटें 164 14327458
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10May-2019
10May-2019
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