पंजाब में अकाली दल से बादल दंपत्ति सबसे अमीर
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
सत्रहवीं
लोकसभा के लिए हो रहे सियासी महासंग्राम में किसी भी बड़े या छोटे दलों ने दागियों
व करोड़पति प्रत्याशियों को चुनावी जंग में उतारने में कोई परहेज नहीं किया है।
पहले छह दौर के चुनाव की तर्ज पर सातवें और अंतिम चरण के आठ राज्यों की 59 सीटों
पर हो रहे चुनाव में भी सियासी दलों ने दागियों और करोड़पतियों पर दांव आजमाया है,
जिसमें सबसे ज्यादा ऐसे प्रत्याशियों को कांग्रेस ने टिकट दिया है।
लोकसभा
चुनाव के आगामी 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों पर होने वाले चुनाव में 918
प्रत्याशियों में राष्ट्रीय दलों के 162, क्षेत्रीय दलों के 69 तथा गैर
मान्यताप्राप्त पंजीकृत दलों के 372 के अलावा 315 निर्दलीय प्रत्याशियों का सियासी
इम्तिहान होगा। इनमें जहां 127 संगीन मामलों समेत 170 प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि
से जुड़े हैं, वहीं 278 करोड़पति प्रत्याशियों की फेहरिस्त सामने है। इस चरण में
भाजपा के 46, कांग्रेस के 44, बसपा के 40, तृणमूल कांग्रेस के 11, सीपीआईएम व सपा
के 9-9, शिवसेना के 15, जदयू के 6, आप के 14, राजद व एनसीपी के 3-3 प्रत्याशी
प्रमुख रूप से चुनाव मैदान में हैं।
निर्दलीय में सबसे ज्यादा दागी
सातवें
चरण के लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने उतरे 170 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले
प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 29 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं, जबकि भाजपा के 18,
कांग्रेस के 14, अकाली दल के सात, बसपा के 6, सपा के पांच, तृणमूल कांग्रेस के
चार, शिवसेना, आप और सीपीआईएम के 3-3 प्रत्याशी दागियों की सूची में शामिल हैं।
इनमें 127 संगीन मामले वाले दागियों में सबसे ज्यादा 24 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल
हैं। जबकि भाजपा के 15, कांग्रेस के 10, शिरोमणि अकाली दल के सात, सपा के पांच,
बसपा के चार, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के 2-2 प्रत्याशी शामिल हैं।
एक दर्जन हत्यारोपियों का दांव
इस अंतिम
चरण के चुनाव में दागियों में 12 प्रत्याशियों पर हत्या के मामले लंबित हैं, जबकि
पांच के खिलाफ दोषसिद्ध हो चुका है। सात प्रत्याशियों के खिलाफ अपहरण, 34 के खिलाफ
हत्या के प्रयास, दो बलात्कार के आरोपी समेत 20 के खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध
करने के आरोप वाले मामले लंबित हैं। दस प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके खिलाफ भड़काऊ
भाषण देने के मामले विचाराधीन हैं।
करोड़पतियों में कांग्रेस अव्वल
आगामी 19
मई को 59 सीटों के लिए होने वाले चुनावों में 278 करोड़पति प्रत्याशियों में भी
हालांकि सर्वाधिक 59 निर्दलीय प्रतयाशी शामिल हैं, लेकिन सियासी दलों की बात करें
तो कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 40 करोड़पतियों को प्रत्याशी बनाकर चुनावी जंग में
उतारा है। इसके अलावा भाजपा के 369, बसपा के 11, शिरोमणि अकाली दल के 10, तृणमूल
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के 9-9, सपा के सात, सुहेलदेव भरतीय समाजपार्टी के छह,
जदयू के चार, सीपीआईएम, राजद व सीपीआई के 3-3 तथा शिवसेना व झारखंड मुक्ति मोर्चा
के दो-दो प्रत्याशी धनकुबेरों की फेहरिस्त में शामिल हैं।
निर्दलीय प्रत्याशी सबसे अमीर
करोड़पति
प्रत्याशियों में बिहार की पाटलीपुत्र लोकसभा सीट से निर्दलीय रूप से चुनाव लड़
रहे रमेश कुमार शर्मा 1107 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित करके इस दौर के ही नहीं
पूरे लोकसभा चुनाव के 8049 सियासी योद्धाओं में सबसे अमीर प्रत्याशी के रूप में
सामने आया है। अंतिम चरण के दौर में
इसके बाद दूसरे पायदान पर पंजाब की फिरोजपुर सीट से अकाली दल प्रत्याशी सुखबीर
सिंह बादल तथा इसी दल से उनकी धर्मपत्नी बठिंडा सीट से हरसिमरत कौर बादल यानि बादल
दंपत्ति 217.99 करोड़ की संपत्ति के साथ अमीर प्रत्याशियों में शामिल रहे।
सबसे गरीब प्रत्याशी
पंजाब की
संगरूर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू कुमार, यूपी के सलेमपुर सीट से निर्दलीय
सुनील कुमार पांडेय तथा महाराजगंज सीट से जयहिंद समाज पार्टी के प्रत्याशी शिवचरण
के पास फूटी कोड़ी भी नहीं है, जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। इनसे
ऊपर गरीब प्रत्याशियों में पंजाब की जालंधर सीट से अंबेडकर नेशनल कांग्रेस की
उर्मिला ने मात्र 295 रुपये, मध्य प्रदेश की खरगोन से निर्दलीय जानी किरन ने एक
हजार रुपये की संपत्ति होने का दावा किया है।
आयकर देने में भी आगे बादल दंपत्ति
पंजाब की
संगरूर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी केवल सिंह ढिल्लन ने जहां वर्ष 2017-18 के दौरान
2.82 करोड़ रुपये का आयकर जमा कराया है, वहीं अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और
उनकी धर्मपत्नी हरसिमरत कौर ने दो-दो करोड़ रुपये का आयकर चुकता किया है।
सातवें चरण में इन राज्यों में होगा चुनाव
लोकसभा के सातवें चरण में 19 मई को 59 सीटों पर
होने वाले चुनाव में पंजाब व उत्तर प्रदेश की 13-13, मध्य प्रदेश व बिहार की 8-8,
हिमाचल प्रदेश की चार, पश्चिम बंगाल की नौ, झारखंड की तीन के अलावा चंडीगढ़ लोकसभा
सीट शामिल है।
18May-2019
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