शुक्रवार, 2 दिसंबर 2016

संसद में नोटबंदी पर जारी सियासी संग्राम

पीएम मोदी की माफी की मांग पर अड़िग विपक्ष
राज्यसभा: पीएम मोदी की मौजूदगी में भी भारी हंगामा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
कालेधन के खिलाफ मुहिम में मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले पर संसद में गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी के बावजूद विपक्ष ने अपना अडियल रवैया जारी रखते हुए जबरदस्त हंगामा किया और पीएम मोदी से विपक्ष को कालाधन समर्थन बताने वाली टिप्पणी पर माफी मांगने की बात का दोहराया। उधर लोकसभा में भी नोटबंदी पर चर्चा अपने नोटिस के हिसाब से चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष का हंगामा बरपता रहा। इस हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी।
संसद के शीतकालीन सत्र की आरंभ से नोटबंदी पर जारी सरकार और विपक्ष की तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है, जिसके कारण तीसरे सप्ताह की कार्यवाही के तहत गुरुवार को भी दोनों सदनों में विपक्ष नोटबंदी के फैसले पर अपनी मांग पर अड़ा रहा और जमकर हंगामा किया, जिसके कारण दोपहर बाद बारी-बारी से दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा में गुरुवार को शून्यकाल के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे, तो भी विपक्ष का हंगामा नहीं थमा और प्रतिपक्ष नेता गुलामनबी आजाद ने विपक्ष को 'काले धन के समर्थक' के रूप में प्रचारित करने वाली टिप्पणी पर पीएम मोदी से माफी मांगने की मांग को दोहराया,जिसका समर्थन तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ'ब्रायन ने भी किया। हंगामे के कारण कुछ देर कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी, लेकिन पीएम मोदी सदन में ही रहे प्रश्नकाल के दौरान भी मौजूद रहे, पीएम मोदी को फोकस कर विपक्ष हंगामा करता रहा। उच्च सदन में नोटबंदी के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच भारी घमासान में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगन की तरह दो बजे बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में शोर शराबा
उधर लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने नोटबंदी पर चर्चा कराने की मांग को लेकर गुरुवार को फिर भारी शोर शराबा और हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। प्रश्नकाल के बाधित होने के बाद 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो जरूरी कामकाज निपटाने के बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शून्य काल शुरू कर दिया। इसी बीच विपक्षी दलों के कई सदस्य नोटबंदी पर चर्चा की मांग करते हुए सदन के बीचोंबीच आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे के बीच सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, राष्ट्रीय जनता दल के जयप्रकाश नारायण यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पी करुणाकरन तथा तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप वंद्योपाध्याय सहित कई सदस्य बोलने के लिए अपनी सीटों पर खड़े हो गए तो अध्यक्ष ने उन्हें अपनी बात रखने की अनुमति प्रदान कर दी।
विपक्ष का आरोप
कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खडगे ने कहा कि कांग्रेस के साथ ही पूरा विपक्ष नियम 56 के तहत नोटबंदी को लेकर लोगों को हो रही भारी दिक्कतों पर चर्चा कराना चाहता है लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है। विपक्ष इस मुद्दे पर मुश्किल हालात में धकेले गए लोगों की आवाज बनकर सदन में बहस कराने की मांग कर रहा है तो सरकार को इसके लिए तैयार होना चाहिए। राष्ट्रीय जनता दल के यादव ने कहा कि बहस नियम 56 के तहत हो और मतविभाजन होने की स्थिति में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण गरीबों की मौत हो रही है।


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