सोमवार, 26 दिसंबर 2016

‘दंगल’ फिल्म देखकर भावुक हुई गीता फोगट

पीडब्ल्यूएल से मिल रहा है प्रोत्साहन:गीता
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
आगामी दो जनवरी से यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शुरू हो रही प्रो रेसलिंग लीग में उत्तर प्रदेश को चैंपियन बनाने के मकसद से महिला पहलवान गीता फोगट जमकर पसीना बहा रही है। हालांकि इस पीडब्ल्यूएल में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में दुनियाभर के जानेमाने महिला और पुरुष पहलवानों जमावड़ा लगना शुरू हो गया।
नई दिल्ली के इंदिरागांधी स्टेडियम में दो जनवरी से अंतर्राष्ट्रीय स्तर की आरंभ हो रही प्रो रेसलिंग लीग में दुनियाभर के नामी पहलवान हिस्सा लेकर चैंपियन बनने की हसरत लेकर यहां जमा हो रहे हैं। वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में देश के लिए हिस्सा लेकर पहली भारतीय महिला पहलवान का गौरव हासिल करने वाली गीता फोगट भी प्रो रेसलिंग लीग में उत्तर प्रदेश टीम को चैम्पियन बनाने के उद्देश्य से जमकर पसीना बहा रही हैं। दरअसल गीता फोगट ने रियो के लिए क्वॉलीफाई करके ओलिम्पियन होने का गौरव हासिल किया, लेकिन जिस तरह से साक्षी मलिक ने गीता फोगट को पीडब्ल्यूएल सीजन-1 और ओलिम्पिक क्वॉलिफाइंग टूनार्मेंट में हराया था, अब गीता फोगट का पीडब्ल्यूएल-2 में अपने वजन 58 किग्रा वर्ग में साक्षी मलिक और ट्यूनीशिया की मारवा अमरी यानि रियो ओलिम्पिक की दोनों पदक विजेताओं को हराना उनका पहला लक्ष्य है। गीता को इन दोनों के साथ अपने मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है। उनका कहना है कि शादी के बाद भी उनका अभ्यास जारी है। उन्हें अपने खेल को निखारने में अपने पति पवन से भी काफी मदद मिल रही है। उन्हें पूरा भरोसा है कि वह इस बार उत्तर प्रदेश की टीम को चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी। गीता का आत्मविश्वास इस कदर ऊंचा है कि वह अपने शानदार प्रदर्शन से 58 किलो वर्ग में देश की नम्बर एक खिलाड़ी बनना चाहती हैं।
सचिन व आमिर संग देखी ‘दंगल’
एक बातचीत के दौरान गीता फोगट का कहना है कि ‘दंगल’ फिल्म की रिलीज ने उनके लिए एक ऊर्जा (टॉनिक) का काम किया है। पिछले दिनों ही उन्होंने अपने परिवार के साथ दुनिया के महान क्रिकेटर और भारत रत्न सचिन तेंडुलकर तथा बॉलीवुड हस्ती आमिर खान के साथ खास स्क्रीनिंग पर इस फिल्म को देखा, जिसमें उनके लिए किरदारों ने उन्हें नई ऊर्जा दी है। फिल्म देखने के बाद उन्होंने कहा कि वह सचिन से मान और आमिर खान से सम्मान मिलने की बात मानती हैं। फोगट का कहना है कि वह यह भी मानती हैं कि इस फिल्म ने उनके और बबीता को पीडब्ल्यूएल में शानदार प्रदर्शन करने के लिए एक टॉनिक का काम किया है। इस लीग ने उनके लिए शुरू से ही प्रोत्साहन का काम किया है। गीता फोगट का कहना है कि उन पर बायोपिक बनना और उसे बॉलीवुड और खेल जगत के महान दिग्गजों के साथ देखना उनके परिवार के लिए गर्व की बात है। उनके अलावा बबीता फोगट ने कहा कि यह फिल्म देश में कुश्ती कला को बढ़ावा देने और इस खेल को आम जनता के साथ जोड़ने में बेहद मददगार साबित होगी। महावीर फोगट का कहना है कि आमिर ने उनके किरदार को ठीक उसी तरह जीया है, जैसा कि वह अपनी जिदगी में हैं। उन्हें भरोसा है कि यह फिल्म सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी। इस फिल्म के बाद गीता और बबीता को देश में स्टार का दर्जा प्राप्त हो गया है।
यहां से बनी स्टार
दरअसल 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गीता फोगट ने स्वर्ण और बबीता फोगट ने रजत पदक जीता था। इस प्रदर्शन के बाद ये दोनों विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतकर रेसलिंग में महिला स्टार के रूप में उभरती नजर आई। गीता फोगट के नाम देश की पहली महिला ओलिम्पियन पहलवान होने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। जबकि बबीता ने इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स भी गोल्ड जीता और उन्हें भी रियो के लिए क्वॉलीफाई करके ओलिम्पियन होने का गौरव हासिल हुआ। यूपी टीम के प्रमोटर हनी कत्याल ने कहा कि वह गीता और बबीता को अपनी टीम में शामिल करके गर्व का अनुभव कर रहे हैं। फोगट परिवार के माध्यम से आमिर खान ने देश में महिलाओं को कुश्ती के क्षेत्र में आने में अहमं भूमिका निभाई है। उन्हें विश्वास है कि ये दोनों खिलाड़ी प्रो रेसलिंग लीग में उनकी टीम की बहुत बड़ी ताकत साबित होंगे।
26Dec-2016

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें