रविवार, 20 सितंबर 2015

सड़क हादसों पर काबू करने की कवायद।

ट्रक चालकों को विश्राम घर व ई-शौचालय की सुविधा
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार ने सड़कों पर होने वाले हादसों को काबू करने के मकसद से सड़क सुरक्षा योजना के लिए कई कदम उठाए है। सरकार के इन्हीं कदमों में देशभर में भीड़भाड़ वाले ट्रांसपोर्ट नगरों में ट्रक चालकों को विश्राम घर और ई-शौचालयों की सुविधा देने की योजना को तेज कर दिया है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार केंद्र सरकार सड़क परिवहन और सुरक्षा विधेयक, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति, राष्ट्रीय सडक सुरक्षा कार्ययोजना तथा सड़क दुर्घटना के पीड़ित के उपचार के लिए चुनिंदा शहरों एवं राजमार्गों पर कैशलेस इलाज की व्यवस्था लागू करने जा रही है। भारत दुनिया में उन देशों में शुमार है जहां सबसे ज्यादा मौते सड़क दुर्घटनाओं के कारण हो रही हैं और एक अध्ययन में पाया गया है कि सड़कों पर भारी वाहनों खासकर ट्रकों से भयावह दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे सड़क हादसों को काबू करने की दिशा में मंत्रालय ने ट्रक चालकों की मनो स्थिति का भी अध्ययन कराया है। केंद्र सरकार ने ट्रक चालकों को सतर्क और सजग बनाने की योजना तैयार करते हुए उन्हें भी सुविधाएं मुहैया कराने का निर्णय लिया है। लंबे सफर पर ट्रक चलाने वाले चालकों के लिए सरकार ने देश के भीड़भाड़ वाले ट्रांसपोर्ट नगरों में ई-शौचालय व पोर्टा केबिन स्थापित करने का खाका तैयार कर लिया है, ताकि ट्रक चालकों को विश्राम घर और शौचालयों जैसी सुविधाएं मुहैया हो सकें। एक अध्ययन के अनुसार एक ट्रक चालक औसत एक माह में चार से आठ हजार किलोमीटर की यात्रा अपने ट्रकों से तय करते हैं और लगातार सफर में रहने, रास्ते में खराब खानपान अव्यवस्थित जीवन की वजह से होने वाली बीमारियों के साथ ऊबड़-खाबड़ असुरक्षित सड़कों पर इनका सफर जानलेवा मौत के कुओं से गुजरता है। ट्रक चालकों के लिए इस लंबे रास्ते में एक भी जगह इस तरह की सुविधा नहीं मिलती, जहां से सुकून से नहा और फ्रेश हो सके। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार सरकार इस योजना को धीरे-धीरे पूरे देश में उन सभी राष्टÑीय राजमार्गो पर लागू करेगी, जहां ट्रकों की आवाजाही ज्यादा रहती है। इसके लिए जो बजट का प्रावधान किया गया, जिसे स्वच्छ भारत मिशन से जुटाया जा रहा है।
पहले चरण में 13 ट्रांसपोर्ट चिन्हित
पहले चरण में 13 ट्रांसपोर्ट नगरों की पहचान की गई है, जहां विश्राम ग्रह के रूप में स्थाई पोर्टा केबिन और ई-शौचालय स्थापित किए जा रहे हैं, इनमें जिसमें पंजाब का शहर लुधियाना भी शमिल हैं। इस योजना के पीछे सोच है कि ट्रक ड्राइवरों को सफर के दौरान इस तरह की सुविधा दी जाए। जिससे उनका लंबा सफर कुछ आसान बन सके। सरकार की इस योजना का मकसद यह भी है कि ऐसी जगह सुनिश्चित की जाए, जहां चालक आराम से रात को सौ सके। मंत्रालय का मानना है कि अभी तक ट्रक चालकों की ओर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया, जिसकी वजह सड़क हादसों का सबब है। यही कारण है कि मोदी सरकार ने ट्रक चालकों के सफर को आसान बनाने के लिए यह कदम उठाने शुरू किए हैं। इस योजना में पेट्रोलियम कंपनियों की भागीदारी भी तय होगी, ताकि तेल कंपनियों के पेट्रोल पंप पर भी इस तरह की सुविधा दी जा सके।
20Sep-2015


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