बुधवार, 4 मार्च 2015

भारत-पाक सीमा होगी एलईडी से रोशन!

एलईडी-बेस्ड होम एंड स्ट्रीट लाइटिंग की 'प्रकाश पथ' योजना
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऊर्जा बचत के लिए एलईडी बल्ब लगाने के अभियान की घोषणा पर सरकार ने आगे बढ़ते हुए घरों और शहरों में ही नहीं बल्कि देश की सीमाओं पर फ्लडलाइट्स के स्थान पर एलईडी लगाने का फैसला किया है। मसलन जल्द ही भारत-पाक सीमा एलईडी से रोशन होगी।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों एलईडी लाइटिंग की पायलट परियोजना शुरू करने का ऐलान किया था, ताकि बिजली की बचत के साथ खर्च भी कम हो सके। इस योजना को आगे बढ़ाते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अब भारत-पाक सीमा पर शुरू करने का फैसला किया है, जिसके बाद अन्य देशों की सीमाओं को भी एलईडी से रोशन करने की योजना है। सरकार का तर्क है कि एलईडी बल्ब के प्रयोग से जहां कम बिजली खर्च होगी, वहीं धन की बचत भी होगी। सूत्रों के अनुसार ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में घरो और मार्गो पर एलईडी बल्ब लगाने की इस योजना के तहत भारत-पाक सीमा पर लगी फ्लडलाइट्स को एलईडी में बदलने का निर्णय किया है, जिसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। बताया गया है कि इस बिजली परियोजना की प्रगति पर गृह सचिव एलसी गोयल के नेतृत्व में अंतिम फैसला लिया जा चुका है। गृहमंत्रालय के फैसले के अनुसार सरकार की भारत-पाकिस्तान सीमा पर लगी फ्लड लाइटों चरणबद्ध तरीके से एलईडी में बदला जाना है। सूत्रों के अनुसार भारत-पाक सीमा जो पंजाब में 14 किलोमीटर आगे बढ़ने पर शुरू होती है पर साधारण फ्लड लाइट्स की जगह एलईडी की रोशनी करने की पायलट परियोजना शुरू करने की तैयारी हो चुकी है।  सूत्रों के अनुसार गृहमंत्रालय ने क्षेत्रीय सीमा प्रबन्धन फिलहाल पंजाब से लगी पाक सीमा पर 14 किलोमीटर की फ्लड लाइटिंग को एलईडी में बदलने के लिए इस पायलट परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के आदेश दिये गये हैं। मसलन इसके लिए निविदाओं की प्रक्रिया शुरू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनवरी के शुरू में ही एलईडी-बेस्ड होम एंड स्ट्रीट लाइटिंग के लिए 'प्रकाश पथ' नाम से एक राष्टÑीय अभियान की शुरूआत की थी, जिसमें देश के 100 शहरों में घरेलू और सड़कों के किनारे की रोशनी के लिए एलईडी बल्ब इंस्टॉल करने के लिए मार्च 2016 तक लक्ष्य रखा था। उस समय मोदी ने साउथ ब्लॉक में एक बल्ब को एलईडी बल्ब से बदला था।
क्या है मौजूदा व्यवस्था
भारत-पाक सीमा पर रात्रि के समय पर्याप्त रोशनी को बहाल रखने के लिए फिलहाल फ्लड लाइट्स लगाई हुई हैं, जिसमें काफी बिजली खर्च करती हैं। वहीं सीमाओं पर डीजल जेनरेटरों की व्यवस्था भी की हुई है। सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में करीब दो हजार किलोमीटर तक की सीमा फ्लडलाइट्स के जरिए ही रोशन होती हैं। अब सरकार की पाक से सटी सीमा क्षेत्र में एलईडी लगाने की योजना है।
03Mar-2015

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