बुधवार, 28 मई 2014

यूपी से मोदी की टीम में हो सकते हैं एक दर्जन मंत्री!

जोशी को लोकसभा अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा
ओ.पी.पाल
. नई दिल्ली।
देश में कल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनके मंत्रिमंडल की शपथ ग्रहण होते ही मोदी राज शुरू हो जाएगा। मोदी की टीम में उत्तर प्रदेश से एक दर्जन मंत्रियों को शामिल करने की संभावना है। यूपी में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर विरोधी दलों को धूल चटाई है।
केंद्र में बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को शपथ लेते ही देश की बागडौर संभाल लेंगे। भाजपानीत राजग की नई सरकार की कमान संभालने वाले मोदी के साथ उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी संविधान एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाना तय है। इस शपथ ग्रहण समारोह में उत्तर प्रदेश से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली भाजपा के सांसदों की निगाहें भी टिकी होंगी कि सूबे से कितने सांसदों का मोदी की टीम में शामिल किया जाता है। इसमें स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी यूपी से ही माना जाएगा। इनके अलावा नरेन्द्र मोदी की टीम के लिए जो फार्मूला तैयार किये जाने की चर्चाएं हैं तो उसके हिसाब से यूपी की 80 में से भाजपा के हिस्से में उसके सहयोगी दल की दो सीटों समेत 73 सीटें आई हैं। ऐसे में यूपी की नजरें मोदी और उसके मंत्रिमंडल के सदस्यों की शपथ ग्रहण पर लगी होंगी। जैसा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के लिए भाजपा के साथ मंथन करके मोदी टीम के लिए दस या 12 सांसदों में से एक कैबिनेट मंत्री बनाने का फार्मूला तैयार किया गया है और उसमें भाजपा ने मंत्रिमंडल के लिए भी जातीय संतुलन साधने का खाका खींचा है, तो यूपी में सहयोगी अपना दल के दो निर्वाचित सदस्यों में से एक का मोदी टीम में शामिल होना तय माना जा रहा है, जिसके लिए मिर्जापुर से जीती अनुप्रिया पटेल को मंत्री बनाया जा सकता है। कानपुर से जीत दर्ज करने वाले डा. मुरली मनोहर जोशी को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें लोकसभा अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, जबकि लखनऊ से जीते भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह का कैबिनेट में आना तय माना जा रहा है। बुंदेलखंड की झांसी से जीती उमा भारती, पूर्वांचल से कांग्रेस का पाल छोड़कर डुमरियागंज से भाजपा के टिकट से जीते जगदंबिका पाल,गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ, देवरिया से कलराज मिश्र के अलावा रूहेलखंड की बरेली सीट से जीतकर आए संतोष कुमार गंगवार के साथ सुल्तानपुर से जीते वरूण गांधी के साथ ऐटा से जीते राजबीर सिंह को भी मोदी अपनी टीम का हिस्सा बना सकते हैं। इनके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल में सूबे के अलग- अलग क्षेत्रों और सामाजिक संतुलन बनाने का भी प्रयास रहेगा।
हुकुम व सत्यपाल भी दौड़ में आगे
मोदी का मंत्रिमंडल छोटा होने के संकेत मिल रहे हैं लेकिन पश्चिम उत्तर प्रदेश से कैराना से जीते वरिष्ठ नेता हुकुम सिंह और बागपत से अजित सिंह को हराकर लोकसभा पहुंचे डा. सत्यपाल सिंह मंत्रिमंडल की दौड़ में आगे हैं, जबकि गाजियाबाद से निर्वाचित हुए पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह भी कैबिनेट का हिस्सा हो सकते हैं। कैराना से जीतकर आए सांसद हुकुम सिंह का सूबे की सियासत में बड़ा कद है और उन्हें मंत्री बनाकर गूर्जर समाज से पार्टी रिश्ते को बेहतर करने का प्रयास होगा। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष मंत्रिमंडल गठन में पूरे देश के प्रतिनिधित्व को दर्शाना भी जरूरी होगा, लेकिन यूपी में हुकुम जैसे कद्दावर दावेदारों की संख्या भी बड़ी है। हुकुम सिंह यूपी में नारायणदत्त तिवारी से लेकर राजनाथ सिंह की यूपी सरकार में वरिष्ठ मंत्रियों का हिस्सा रहे हैं और उनके पास सत्यपाल सिंह व वीके सिंह से कहीं ज्यादा राजनीतिक अनुभव भी है, इसलिए उनके मोदी की टीम में शामिल होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। मोदी फार्मूले के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दो या तीन सांसदों को ही कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इन तीन सांसदों के सामने मेरठ से जीते राजेन्द्र अग्रवाल को अभी प्रतीक्षा सूची में रखा जा सकता है।
26May-2014

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