मंगलवार, 13 मई 2014

लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज हुए 20350 मुकदमें

चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन 7708 मामले दर्ज
पांच सौ करोड़ से ज्यादा जब्त हुई नकदी
करोड़ों लीटर मादक पदार्थ भी पकड़े गये
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली

निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान निष्पक्ष चुनाव कराने की दिशा में चलाए गये अभियान के कारण इस बाद आचार संहिता उल्लंघन समेत 20350 मुकदमें दर्ज हुए हैं, जिनमें 13642 मुकदमें नकदी, हथियार व मादक पदार्थ बरामद होने के शामिल हैं। इस बाद आयोग ने कालेधन के उपयोग को रोकने के लिए चलाए गये अभियान के दौरान पांच सौ करोड़ से ज्यादा नकदी बरामद करने का भी दावा किया है।
वाराणसी में सोमवार को अंतिम चरण के मतदान के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का यह 7708 वीं एफआईआर थी। इसके अलावा केंद्रीय चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 13642 मामले कालेधन,हथियार, शराब, हेरोईन और अन्य मादक पदार्थो से संबन्धित दर्ज किये गये। लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने राजनीतिक दलों पर निष्पक्ष चुनाव कराने के इरादे से जिस तरह से शिकंजा कसने के लिए राजस्व विभाग, आयकर विभाग, सतर्कता विभाग के अधिकारियों का एक बोर्ड गठित करके उड़न दस्ते तैयार किये और और अभियान को दिशा दी तो, पांच सौ करोड़ की नकदी भी बरामद की गई। इस दौरान चुनाव आयोग के छापामार व तलाशीमार दलों ने करीब 571 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है, जिसका उपयोग चुनाव के दौरान किया जाना था। इसमें सबसे ज्यादा 153 करोड़ की नकदी आंध्र प्रदेश से जब्त की गई, जबकि कर्नाटक से 28.11 करोड़, महाराष्टÑ से 25.67 करोड़, तमिलनाडु से 25.05 करोड़, उत्तर प्रदेश से 24.7 करोड़ तथा पंजाब से 12.99 करोड़ की नकदी जब्त की गई है। इसके अलावा अन्य राज्यों से भी इसी प्रकार की नकदी को जब्त किया गया है। इन मामलों में कुछ लोग गिरफ्तार भी किये गये। चुनाव आयोग के अनुसार नकदी बरामदगी का मामला अभी अनसुलझा है जिसका यह पता लगाया जा रहा है कि कालाधन किस-किस राजनीतिक दल का है।
नशा भी चुनावी हथकंडा
आयोग के सूत्रों ने बताया कि अभी तक चुनाव के दौरान जहां 132 लाख लीटर अंग्रेजी व देशी शराब पकड़ी जा चुकी है। इस मामले में भी आंध्र प्रदेश अव्वल है, जहां 1.40 लाख लीटर शराब पकड़ी जा चुकी है, जबकि गुजरात में 11.32 लाख, पश्चिम बंगाल में 8.25 लाख, पंजाब में 11.50 लाख व उत्तर प्रदेश में 7.25 लाख लीटर शराब पकड़ी जा चुकी है। अंतिम चरण के चुनाव तक आयोग 1.39 लाख किलोग्राम हेरोइन जैसे मादक पदार्थ भी बरामद कर चुका है। इसमें सबसे ज्यादा यूपी से 24 हजार किलोग्राम व राजस्थान से दस हजार किलोग्राम शामिल है। इसयही नहीं चुनाव में धनबल के अलावा बाहुबल का प्रयोग भी काबू में नहीं है, जिसके तहत चैंकिंग के दौरान आयोग द्वारा गठित दलों ने पुलिस बलों की मदद से भारी मात्रा में हथियार व कारतूस के अलावा बम भी बरामद किये हैं।
चुनाव आयोग भी हैरान
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर हरिभूमि को बताया कि चुनावों में काले धन और शराब का इस्तेमाल पहले भी जमकर होता रहा है, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी जाने से चुनाव आयोग भी हैरान है। इस अधिकारी की माने तो पकड़ी गई ड्रग्स में हेरोइन, अफीम,हशीश, गांजा और केमिकल ड्रग्स शामिल हैं। इनकी कीमत हजारों करोड़ रुपये है। यह संभवत: पहला मौका है, जब आयोग वोटरों को दी जाने वाली घूस पर लगाम कसने में कामयाब होता दिख रहा है। 28 राज्यों और 7 केंद्र शासित क्षेत्रों से जुड़ी आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा नशीली सामग्री उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश में पकड़ी गई। इसके बाद राजस्थान का नंबर है। चुनाव आयोग के अभियान के तहत जब्त की गई ब्लैक मनी, शराब और ड्रग्स के ताजा आंकड़ों से जाहिर है कि इन सबका इस्तेमाल वोटरों को खरीदने और चुनाव की खर्च सीमा से आगे जाकर पैसे लुटाने में होना था।
ऐसा फैलाया आयोग ने जाल
चुनाव आयोग ने इस बार धनबल, बाहुबल और वोटरों को लुभाने वाले राजनीतिक दलों के हथकंडों पर शिकंजा कसने के लिए जिस तरह का जाल बुना उसमें इस बार आयकर, सतर्कता, राजस्व खुफिया शाखा, निदेशक आॅफ राजस्व तत्र, केंद्रीय आर्थिक खुफिया ब्यूरो, नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और बीएसएफ, सीमा सुरक्षा बल और आरपीएफ की खुफिया इकाइयों के दलों को गठित किया। आयोग के तहत काम कर रहे इन अधिकारियों को हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रहे नेताओं और पार्टी कार्यकतार्ओं पर भी नजर रखने के निर्देश दिये गये थे। मतदाताओं को लुभाने की नीतियों पर भी इन दलों की तीसरी आंख नजरे लगाए रही हैं। यहीं नहीं आयोग ने हवाई अड्डों पर भी ऐसे दलों को तैनात किया था। हवाई अड्डो से जब्त किया गया सामान सामान्य तौर पर कोर्ट कस्टडी में रखने का प्रावधान बनाया गया, ताकि जब तक संबंधित व्यक्ति या पक्ष यह साबित न कर दें कि वह वैध है। ऐसा साबित होने पर ही ऐसा सामान संबन्धित पक्ष को दिया जा सका है, अन्यथा उसे जब्त कर लिया गया।
13May-2014

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