शनिवार, 24 मई 2014

नये सांसदों की आवभगत में जुटा लोकसभा सचिवालय!

संसद तक लाकर पंजीकरण कराने और ठहरने जैसे सुविधाएं कराई मुहैया
ओ.पी.पाल
. नई दिल्ली।
सोलहवीं लोकसभा का चुनाव जीतने वाले नए सांसदों की आवभगत के लिए लोकसभा सचिवालय ने सभी दरवाजे खोल दिये हैं। मसलन हवाई अड्डो व रेलवे स्टेशनों से संसद तक लाने और संसद में उनके पंजीकरण व आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कराने के लिए उनके नई दिल्ली में ठहरने जैसी सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं, जिसका पूरा खर्च लोकसभा सचिवालय ही उठा रहा है।
संसद भवन के कक्ष न. 62 में लोकसभा सचिवालय ने नए सांसदों के रजिस्ट्रेशन करने की मुहिम गत 17 मई से ही शुरू कर दी थी, जो 26 मई तक जारी रहेगी। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने हरिभूमि को बताया कि अभी निर्वाचित 541 सांसदों में से दस प्रतिशत सांसद भी अपना पंजीकरण कराने नहीं पहुंच पाए हैं। शुक्रवार शाम तक केवल 52 सांसदों ने ही अपना पंजीकरण कराया है। इनमें सबसे ज्यादा कांग्रेस के 20 सांसद पहुंचे हैं, जबकि तृणमूल कांग्रेस,अन्नाद्रमुक का एक भी सांसद अभी संसद भवन तक नहीं पहुंचा है। छोटे राज्यों दिल्ली, पुडुचेरी, जम्मू-कश्मीर के अलावा आंध्र प्रदेश के तेदपा व अन्य दलों के निर्वाचित सांसद भी पंजीकरण कराने वालों में शामिल हैं। चूंकि यह पंजीकरण 26 मई तक होगा और इसी दिन शाम को मोदी व उसके मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह भी है तो उम्मीद जताई जा रही है कि 25 व 26 मई को पंजीकरण कराने वाले सांसदों की अधिकांश संख्या संसद भवन पहुंच सकती है। उधर सात रेसकोर्स रोड के प्रधानमंत्री निवास को नए प्रधानमंत्री के लिए उसकी साज-सज्जा का काम जारी है। यह बंगला पांच बंगलों को मिलाकर बनाया गया क्लस्टर है, जहां प्रधानमंत्री के आवास के अलावा उनका कार्यालय उनकी सुरक्षा के लिए तैनात होने वाली एसपीजी उनका कार्यालय और हेलीपैड भी होता है।
सपत्नीक परिचय पत्र
संसद में पंजीकरण के लिए सांसदों को अस्थाई परिचय पत्र उनकी पत्नी या महिला सांसद के लिए उनके पति समेत दिये जा रहे हैं। सचिवालय द्वारा नए सांसदों के बायोडाटा, ईमेल व फोन नम्बर के अलावा अन्य सभी जानकारियों को एकत्र किया जा रहा है। मौके पर ही सांसदों के फोटोग्राफ लिये जा रहे और उनके हस्ताक्षरों के नमूने जैसी जानकारियों के साथ पंजीकरण किया जा रहा है। इसके बाद यदि सांसद दिल्ली स्थित अपने संबन्धित राज्य भवनों में ठहरना चाहे तो उसकी सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, वहीं अशोका, सम्राट होटल व आईटीडीसी के तीन होटलों जनपथ में डेढ सौ से भी ज्यादा कमरे बुक कराए जा चुके हैं। इसके अलावा अन्य गेस्ट हाउसों में भी सांसदों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। सूत्रों के अनुसार सांसदों के पंजीकरण के दौरान उन्हें व उनके जीवन साथी को तीन माह के लिए अस्थाई परिचय पत्र दिये जा रहे हैं और तीन माह के लिए ही उनके ठहरने की व्यवस्था लोकसभा सचिवाल ने अपने खर्च पर की है। हालांकि संपदा निदेशालय और लोकसभा सचिवालय ने चुनाव हार चुके सांसदों को अपने बंगले खाली करने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी को भी अंजाम देना शुरू कर दिया है, ताकि नई लोकसभा सदस्यों के बारे में अधिसूचना जारी होने के एक माह के भीतर सरकारी बंगले खाली कर दिये जाएं। यह स्वाभाविक भी है कि हार चुके सांसदों के लिए तत्काल आवास खाली कराना संभव भी नहीं है, इसलिए नए सांसदों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करना सचिवालय का दायित्व भी हैँ। लोकसभा सचिवालय के अनुसार नए सांसदों को हवाई अड्डो व तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों से संसद भवन तक लाने के लिए संसदकर्मियों की टीम वाहनों के साथ मार्गदर्शन करने के लिए दिन-रात तैयार हैं जो इन सांसदों को उनके बताए स्थान तक पहुंचाएंगी।
शपथ लेने के बाद पीएम आवास पहुंचेंगे मोदी
सूत्रों के अनुसार नए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए शपथ ग्रहण से पहले पीएम हाउस सात रेसकॉर्स को ठिकाना बनाना असंभव है। इसका कारण है कि निवर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 26 मई को राष्ट्रपति भवन में नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद ही 7 रेसकोर्स रोड स्थित अपना सरकारी बंगला खाली करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि शपथ ग्रहण समारोह से लौटने के तुरंत बाद मनमोहन सिंह ढ़ाई एकड़ में फैले 3 मोती लाल नेहरू स्थित बंगले में चले जाएंगे।
पहली बार लोकसभा पहुंचे 315 सांसद
सोलहवीं लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत 315 सांसद पहली बार दाखिल हो रहे हैं, पिछले तीन दशक में यह आंकड़ा पहली बार रिकार्ड कायम करने जा रहा है। जबकि 215 सांसद ऐसे हैं जो इससे पहले भी निर्वाचित होकर सदन में हाने का गौरव हासिल कर चुके हैं, इनमें 165 सांसदों की संख्या ऐसी है जो 15वीं लोकसभा में भी बतौर सांसद थे और दूसरी बार निर्वाचित होकर आए हैं।
24May-2014

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