सोमवार, 12 मई 2014

लोकसभा चुनाव: सियासी पिच पर अंतिम ओवर !

काशी पर हैं पूरे देश की निगाहें
अंतिम दौर में दांव पर लगी दिग्गजों की प्रतिष्ठा
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।

सोलहवीं लोकसभा के महासंग्राम के अंतिम दौर के चुनाव में कल सोमवार को तीन राज्यों की 41 सीटों पर होने वाले मतदान में वैसे तो राजनीति के बड़े-बड़े सूरमाओं की प्रतिष्ठा लगी हुई हैं, लेकिन इस चुनाव की सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सीट बनारस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई है, जहां भाजपा की ओर से पीएम के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को चुनौती देने के लिए आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के अजय राय जैसे दिग्गजों ने पूरी ताकत झोंकी है। इस दौर के चुनाव में यूपी की आजमगढ़ सीट पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, बिहार में वैशाली सीट से पूर्व मंत्री रघुवंश प्रसाद,पश्चिम चंपारन से फिल्म निर्माता प्रकाश झा, पश्चिम बंगाल में केंद्रीय मंत्री अधीररंजन चौधरी, पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी, सौगात राय, सुदीप बंदोपाध्याय व शिशिर अधिकरी के अलावा जादूगर पीसी सरकार जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
नौवें दौर के लिए वाराणसी सीट का चुनाव भाजपा के नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लामबंदी की रणनीति पर आप, कांग्रेस, सपा, बसपा व अन्य दलों के एक बड़ी चुनौती होगी, जहां सभी दलों की प्रतिष्ठा दांव पर है। यूपी में नरेन्द्र मोदी के अलावा गोरखपुर से योगी आदित्य नाथ, डुमरियागंज से जगदंबिका पाल,महाराजगंज से कुवंर अखिलेश, कुशीनगर से केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, देवरिया से कलराज मिश्र, आजमगढ़ से सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव व रमाकांत यादव, घोसी से बसपा के दारा सिंह चौहान, बलिया से नीरज शेखर, जौनपुर से भोजपुरी फिल्म स्टार रविकिशन, धनंजय सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। बिहार में पूर्व केेंद्रीय मंत्री एवं वैशाली से राजद प्रत्याशी रघुवंश प्रसाद, पश्चिम चंपारण से फिल्म निर्माता श्रीप्रकाश झा के अलावा पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट पर रेल राज्यमंत्री अधीर रंजन चौधरी की साख दांव पर लगी हुई है।
यूपी में सपा के सामने चुनौती
यूपी की में सपा की 18 सीटों में सबसे ज्याद छह सीटे सपा के कब्जे में हैं, जबकि भाजपा व बसपा के पास चार-चार सीटें हैं, तो कांग्रेस के पास तीन और एक सीट पर निर्दलीय का कब्जा है। भाजपा का जिस तरह से केंद्र की सत्ता तक जाने के लिए उत्तर प्रदेश की सियासत पर फोकस है और उसमें भी खासतौर से वाराणसी की जंग सूबे की नजर से ही नहीं, बल्कि पूरे देश की नजर में सबसे महत्वपूर्ण सीट मानी जा रही है, जहां भाजपा की ओर से पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए आम आदमी पार्टी के केजरीवाल सीधी टक्कर देने का दावा कर रहे हैं, तो कांग्रेस के अजय राय और अन्य दलों की मोदी के खिलाफ लामबंदी साफ दिख रही है, जिसके कारण यहां दिलचस्प चुनाव होना तय है। यूपी की अन्य सीटों पर भी सभी का मुकाबला भाजपा के उम्मीदवारों से माना जा रहा है। ऐसे में सत्तारूढ़ दल समाजवादी पार्टी के सामने कड़ी चुनौती होगा।
बिहार: मुश्किल में जदयू
सोमवार को राज्य की छह सीटों पर होने वाले मतदान में दिलचस्प जंग है, जहां जदयू मुश्किलों में है और उसे अपनी दो सीटें बचानी भी भारी लग रही है,जिसका कारण माना जा रहा है कि यहां भाजपा और राजद के बीच ही कड़ा मुकाबाल है। हालांकि यहां दो सीटों पूर्वी चंपारण व पश्चिम चंपारण दोनों सीटों पर भाजपा ही काबिज है, जिसके सामने इन्हें सुरक्षित रखते हुए इनकी संख्या बढ़ाने के लिए भाजपा अन्य दलों को कड़ी चुनौती दे रही है। फिलहाल यहां राजद और एलजेपी के पास एक-एक सीट है।
ममता को सीटे बचाने की चुनौती
प. बंगाल की जिन 17 सीटों पर सोमवार को अंतिम दौर के वोट पड़ेंगे उनमें सबसे ज्यादा 14 सीटें तृणमूल के कब्जे में है, जबकि एक कांग्रेस, एक सीपीआई व एक एजीपी के पास है। ऐसे में यहां भाजपा व कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, तो तृणमूल प्रमुख एवं सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने अपनी सीटों को बचाए रखने की कड़ी चुनौती है। इसका कारण है कि इस बार भाजपा पश्चिम बंगाल में अपनी बिसात बिछाने के लिए बेहतर तरीके और रणनीति के साथ आम चुनाव में है। राज्य में बहरामपुर से कांग्रेस उम्मीदवार अधीर रंजन चौधरी ही एकमात्र ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ हत्या का मामला लंबित है, जबकि भाजपा के पी.सी.सरकार और राहुल सिन्हा, कांग्रेस के धनंजय मित्रा पर महिलाओं के खिलाफ अपराध का आरोप है। करोड़पति उम्मीदवारों की बात करें तो जाधवपुर और कोलकाता दक्षिण से चुनाव लड़ रहीं शामली दास ने 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।
रेड अलर्ट: 21 सीट
तीन राज्यों की 41 सीटों में से आधे से ज्यादा यानि 21 सीटें ऐसी हैं जहां तीन या उससे ज्यादा दागी उम्मीदवार सियासी जंग में हैं। सबसे ज्यादा दस दागी प्रत्याशी बिहार की वैशाली सीट पर हैं, जबकि यूपी की सबसे हॉट सीट वाराणसी पर कांग्रेस के अजय राय, बसपा विजय प्रकाश जायसवाल, सपा के कैलाश चौरसिया, आप के अरविंद केजरीवाल, अग्रजन पार्टी के एके अग्रवाल समेत छह दागी प्रत्याशी सियासत की जंग में हैं। बिहार की गोपालगंज, वाल्मिकीनगर, पश्चिम चंपारन, यूपी की आजमगढ़  गाजीपुर, महाराजगंज व जौनपुर सीट पर पांच-पांच, बिहार की सीवान, यूपी की रॉबर्टगंज, घोसी, सलेमपुर, गोरखपुर व चंदौली सीट पर चार-चार उम्मीदवार बाहुबली हैं। यूपी की कुशीनगर, लालगंज, मिर्जापुर के अलावा पश्चिम बंगाल की बासीरथ, टुमलुक व कोलकाता उत्तर सीट पर तीन-तीन दागी उम्मीदवार सियासत की जंग में हैं।
दागियों की सियासत
अंतिम चरण में सोमवार को तीन राज्यों की 41 सीटो पर हो रहे चुनाव में 606 उम्मीदवारों में से 119 दागी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें उत्तर प्रदेश की 18 सीटों पर चुनाव लड़ रहे 328 उम्मीदवारों में सर्वाधिक 63 आपराधिक छवि के हैं। जबकि बिहार की छह सीटों पर 90 प्रत्याशियों में 30 तथा पश्चिम बंगाल की 17 सीटों में 188 उम्मीदवारों में 26 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं। इस चरण में 119 दागियों में सर्वाधिक 14 भाजपा, 12-12 कांग्रेस व बसपा, आठ सीपीइआई-माले, सात सपा के प्रत्याशी हैं। तृणमूल कांग्रेस के छह, आप, जदयू व सीपीआईएम के चार-चार के अलावा एक राजद का प्रत्याशी इस फेहरिस्त में शामिल है। हालांकि सबसे ज्यादा दागियों की संख्या 47 निर्दलीयों व छोटे दलों की है। इन दागियों में 92 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, बलात्कार, डकैती और जबरिया वसूली जैसे गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं। ऐसे प्रत्याशियों में भी भाजपा के 11, बसपा के 10, कांग्रेस के आठ, सपा के सात, आप, जदयू व तृणमूल कांग्रेस के तीन-तीन प्रत्याशी हैं।
171 कुबेरो का दांव
नौवें और अंतिम दौर के तीन राज्यों की 41 सीटों पर हो रहे चुनाव में करोड़पति उम्मीदवारों की फेहरिस्त में 171 प्रत्याशी हैं, जिसमें सर्वाधिक 93 उत्तर प्रदेश की 18 सीटों पर चुनाव मैदान में हैं, पश्चिम बंगाल में 17 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में 41 धनकुबेर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं तो बिहार की छह सीटों पर 37 करोड़पति प्रत्याशी सियासत की जंग लड़ रहे हैं। दलों के हिसाब से धनकुबेर प्रत्याशियों पर नजर डाली जाए तो भाजपा के 39 में 23,कांग्रेस के 37 में 18, बसपा के 40 में 18, सपा के 19 में 16, तृणमूल कांगे्रस के 21 में 13, आप के 25 में 12, जदयू के 11 में सात, राजद के चारों करोड़पति प्रत्याशियों में शामिल हैं। इनके अलावा 153 निर्दलीयों में 20 तथा अन्य छोटे दलों के 232 उम्मीदवारों में से 35 करोड़पति चुनाव के मैदान में हैं।
इन राज्यों की 41 सीटों पर चुनाव
उत्तरप्रदेश-डुमरियागंज, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, लालगंज, आजमगढ़, घोसी, बलिया, सैलमपुर, जौनपुर, मछलीशहर, गाजीपुर,
चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रार्ब्टसगंज।
बिहार-वाल्मिकि नगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज व सिवान।
प. बंगाल- बहरामपुर, कृष्णानगर, राणाघाट, बनगांव, बारगपुर, दम-दम,बारसत, बसिरहत, जयनगर, माथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकात्ता दक्षिण, कोलकात्ता उत्तर, तमलुक, कांठी व घाटल।
अंतिम चरण के चुनाव पर एक नजर
  राज्य          सीट प्रत्याशी/महिला-दागी-करोड़पति- कुल मतदाता
1.बिहार            06       90     05        30        37          80,33,901
2.उत्तर प्रदेश     18      328    14         63        93          3,16,80,539
3.पश्चिम बंगाल 17    188     20        26        41           2,56,17,362
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  कुल योग        41    606    39       119       171        6,61,31,802
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12May-2014

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