सोमवार, 7 अप्रैल 2014

राग दरबार:-किसकी खाट खड़ी करेंगे जाट/राजा भोज बनाम गंगू तेली

किसकी खाट खड़ी करेंगे जाट
लोकसभा चुनाव की रणनीति के तहत कांग्रेस ने यूपी में रालोद के साथ मिलकर यूपीए सरकार के जरिए चुनावी पासा फेंका था उससे रालोद को संजीवनी मिलना माना तो गया था, लेकिन कोर्ट ने इस चुनावी दावं पर जैसी चोट मारी है उससे अब कांग्रेसनीत सरकार के सरकारी नौकरियों में जाट आरक्षण देने का मोहरे से उस मंशा पर पानी फिरता नजर आने लगा है, जिसमें कांग्रेस-रालोद को उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में इस लुभावने फैसले से जाट विरोधियों की खाट खड़ी करने में इस गठजोड़ की नैया को पार लगा देंगे। कांग्रेस की यूपीए सरकार को आरक्षण का सियासी दावं उसी तरह से औंधे मुहं गिरा है जिस प्रकार पिछले दिनों विधानसभा चुनावाओं के दौरान ठीक चुनाव से पहले मुस्लिमों को 4.5 प्रतिशत आरक्षण देने की जल्दबाजी में घोषणा कर दी थी और उसे सुप्रीम कोर्ट ने सरकार बाट लगाकर इस मोहरे को शतरंज से दूर कर दिया था। खैर इस बार जाट किस-किस की चुनावी खाट खड़ी करेंगे।
राजा भोज बनाम गंगू तेली
बनारस की बेहद हॉट सीट को लेकर भाजपा प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी की घेराबंदी करने के लिए गैर भाजपाई दल वैसे तो असमंजस में हैं, लेकिन दिल्ली विधानसभा में चमत्कारी सियासी प्रदर्शन के अहंकार लेकर आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने ऐसे चुनौती देने का दम भरा है। आप के गिरती साख के बीच सियासी गलियारों में यह भी सुनने को मिल रहा है कि कहां राजा भोज और कहां गंगू तेली। इसी कहावत को चरितार्थ करते नजर आर रहे केजरीवाल के लिए बनारस सीट पर मोदी को परास्त करने का दावा गले नहीं उतर रहा है, जिसके पास केवल 49 दिन की सत्ता का अनुभव है और मोदी की उमर राजनीतिक कूटनीति में ही बीत गई है। 
06Apr-2014

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें