मंगलवार, 30 अप्रैल 2024

हॉट सीट गांधीनगर: भाजपा के गढ़ में कांग्रेस के सामने आसान नहीं है चुनावी जंग

अमित शाह के खिलाफ कांग्रेस की राष्ट्रीय महिला नेता सोनल पटेल पर खेला दांव 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण में सात मई को गुजरात की 25 सीटों पर होने वाले चुनाव में देश की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार गांधीनगर लोकसभा सीट भी शामिल है, जहां पिछले साढ़े तीन दशक से ज्यादा समय से भाजपा के कब्जे में है। खासबात ये है कि इस सीट पर देश के दिग्गज नेता चुनावी जंग लड़ चुके हैं, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी शामिल है। इसी सीट से पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी छह बार जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। भाजपा के उम्मीदवार के रुप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस बार दूसरी बार गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। अमित शाह को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने पार्टी की राष्ट्रीय सचिव सोनल पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है। यह भी तय माना जा रहा है कि इस सीट पर मुख्य चुनावी मुकाबला भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी के बीच होगी, लेकिन भाजपा का गढ़ बन चुकी इस सीट पर कांग्रेस के लिए चुनावी वैतरणी को पार लगाना कतई भी आसान नहीं होगा। 
गुजरात की राजधानी मुख्यालय की गांधीनगर लोकसभा सीट भाजपा के बेहद सुरक्षित बन चुकी है, जहां अन्य किसी दल के लिए सियासी जंग में भाजपा को टक्कर देना बेहद ही मुश्किल नजर आता है। यह वहीं सीट है। पिछले 35 सालों से इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस अपनी सियासी जमीन तलाश रही है, लेकिन भाजपा के सामने हमेशा ही वह बौनी साबित हुई। इसका रोचक पहलू यही साबित करता है, जब इस सीट पर 1996 का लोकसभा चुनाव पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने भारी मतो से जीता और उन्होंने उसी साल यह सीट छोड़ दी, तो यहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी विजयभाई पटेल के सामने बॉलीवुड स्टार राजेश खन्ना को कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन भाजपा के सामने कांग्रेस को निराशा ही हाथ लगी। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी दूसरी बार चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी अमित शाह के खिलाफ कांग्रेस ने बड़ा दावं खेला है और गुजरात की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव सोनल पटेल को चुनावी जंग में उतारा है। हालांकि इस सीट पर अमित शाह और सोनल पटेल समेत कुल 14 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें सात निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल हैं। गांधीनगर लोकसभा सीट पर 19,45,149 मतदाता सात मई को वोटिंग करने के लिए अधिकृत हैं, जिनमें 9,41,434 पुरुष तथा 10,04,291 महिला मतदाता शामिल हैं। जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गांधीनगर लोकसभा सीट पर कुल 19,45,772 मतदाता थे। 
चुनावी इतिहास 
गुजरात में लोकसभा सीट सृजित होने के बाद यहां हुए एक उप चुनाव समेत 15 चुनाव में दस बार भाजपा ने अपना परचम लहराया है, जबकि कांग्रेस पहली बार 1967 और 1971 के चुनाव में जीत मिली, लेकिन 1977 का चुनाव जनसंघ समर्थित जनता पार्टी ने जीत दर्ज की। इसके बाद लगातार दो बार फिर कांग्रेस ने यहां से अपना सांसद बनवाया। इसके बाद 1989 के चुनाव में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके शंकरसिंह बाघेला ने 1989 के चुनाव में भाजपा की जीत का श्रीगणेश किया, जो अभी तक अविरल जारी है। इसमें लालकृष्ण आडवाणी और फिर अटल बिहारी वाजपेयी की जीत भी शामिल है। इसके बाद लालकृष्ण आडवाणी इस सीट से 2019 तक लगातार 25 साल सांसद बने। पिछला चुनाव भाजपा के अमित शाह ने रिकार्ड जीत दर्ज कर गांधी नगर सीट को अभेद गढ़ बना दिया, जो इस बार भी चुनावी जंग में है। 
जातीय समीकरण 
गांधीनगर लोकसभा सीट के अंतर्गत सात विधानसभाएं आती है, जिसमें जिला गांधी नगर की गांधीनगर उत्तर और कलोल तथा जिला अहमदाबाद की साणंद, घाटलोरिदया, वेजलपुर, नारणपुरा व साबरमती विधानसभा सीट शामिल हैं। खास बात ये है फिलहाल इन सातों विधानसभाओं पर भाजपा काबिज है। गुजरात की गांधीनगर लोकसभा ऐसी सीट है, जहां 79 फीसदी आबादी शहरी और 21 फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। अनुसूचित जाति की आबादी 11.41 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति की आबादी 1.96 प्रतिशत है। जबकि मुस्लिम आबादी केवल 4 प्रतिशत से कुछ ज्यादा है। इसके अलावा बौद्ध 0.06, ईसाई 0.58, जैन 2.21 तथा सिख 0.19 प्रतशत हैं। 
कौन हैं भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी 
गांधीनगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी अमित शाह साल 2014 में राजग के अध्यक्ष पद पर काम किया और वे 2014 से 2020 तक गुजरात से राज्यसभा सदस्य रहे। सल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने लालकृष्ण आडवाणी की जगह अमित शाह को गांधी नगर से अपना प्रत्याशी बनाया और कांग्रेस के डॉ. सी. जे. चावड़ा पांच लाख से भी ज्यादा रिकार्ड मतों से पराजित किया। फिलहाल वे मोदी सरकार में गृहमंत्री हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सोनल पटेल पिछले कई सालों से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय है। साल 2014 से 2017 के बीच वे गुजरात में महिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रही और फिलहाल वह अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की सचिव पद पर हैं। 
रिकार्ड मतों से जीते थे शाह 
गांधीनगर लोकसभा सीट पर 2019 में लोकसभा चुनावों में अमित शाह को 894,000 वोट मिले थे। लोकसभा क्षेत्र में कुल 1,285,826 वोट पड़े थे। पार्टी की कोशिश है कि अगर मतदान का प्रतिशत 66.08 से अधिक होता है तो करीब 13 लाख से अधिक वोट पड़ेंगे। ऐसे में पार्टी ने जीत के लिए 10 लाख से अधिक मतों का लक्ष्य रखा है। कांग्रेस ने अभी गांधीनगर से अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। शाह ने इन चुनाव में आडवाणी के रिकार्ड को भी ध्वस्त कर दिया था। इस बार शाह ने दस लाख की जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। 
01May-2024

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