बुधवार, 24 अप्रैल 2024

हॉट सीट मथुरा: त्रिकोणीय चुनावी मुकाबले में आसान नहीं ड्रीम गर्ल की राह!

विपक्षी प्रत्याशियों ने बनाया प्रवासी और ब्रजवासी के बीच मुकाबला 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट मथुरा में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी के रुप में ड्रीम गर्ल के नाम से लोकप्रिय अभिनेत्री हेमा मालिनी तीसरी बार चुनाव मैदान में है, जहां उनके लिए जीत की हैट्रिक बनाने का मौका है। धार्मिक नगरी मथुरा की इस लोकसभा सीट पर बदलते सियासी समीकरणों के बीच हेमा मालिनी को कांग्रेस के मुकेश धनगर और बसपा के पूर्व आईआरएस अधिकारी सुरेश सिंह इस बार त्रिकोणीय चुनावी मुकाबले में कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। हालांकि जाट बाहुल्य इस सीट पर भाजपा के सहयोगी दल रालोद के समर्थन से भाजपा को उम्मीद है, लेकिन कांग्रेस व बसपा के प्रत्याशियों ने इस बार चुनाव को ब्रजवासी बनाम प्रवासी बनाने की रणनीति के सामने हेमा मालिनी के सामने बड़ी चुनौती होगी। 
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की तरह ही धार्मिक और भगवान कृष्ण की नगरी के रूप में मथुरा के सियासी इतिहास का अलग ही महत्व है। मथुरा-वृंदावन, मांट, छाता, गोवर्धन व बलदेव विधानसभा क्षेत्रों से बनी जाट बाहुल्य मथुरा लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण की परंपरा को ध्वस्त करके लगातार पिछले दो लोकसभा चुनाव जीतकर ड्रीमगर्ल के रूप में लोकप्रिय बॉलीवुड की अदाकारा हेमामालिनी संसद पहुंची है। अपने आपको जाट परिवार की बहू के रुप में पेश करने वाली हेमा मालिनी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस और बसपा ने इस बार बड़ा दांव खेला है। भाजपा की हेमा मालिनी के पक्ष में यह पक्ष भी महत्वपूर्ण है कि रालोद के प्रमुख जयंत चौधरी भी इस बार उनके साथ है, जिन्हें उन्होंने 2014 के चुनाव में इसी सीट से शिकस्त दी थी। वैसे भी मथुरा में लंबे समय से ध्रुवीकरण की सियासत हावी रही है। हालांकि इस बार अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के माहौल में कृष्णनगरी मथुरा में भी राम मंदिर की लहर और पीएम मोदी के नाम पर हेमा मालिनी को अपनी जीत की उम्मीद है, लेकिन विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस और बसपा के मजबूत प्रत्याशियों के चुनाव से बने त्रिकोणीय मुकाबले में उनके लिए यह चुनावी जंग जीतना इतना आसान भी नहीं है, जिस तरह के चुनावी समीकरण की गोटियां फिट करने का प्रयास किया जा रहा है। 
अटल ने गंवाई थी जमानत 
मथुरा लोकसभा सीट के इतिहास पर नजर डाली जाए तो इस सीट पर दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी भी अपनी जमानत नहीं बचा पाए थे। यानी 1957 के चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय महेन्द्र प्रताप सिंह ने चुनाव जीता था, लेकिन अटल ने बलरामपुर सीट जीतकर संसद में दस्तक दी थी। हालांकि अभी तक यहां से भाजपा प्रत्याशियों ने सबसे ज्यादा छह बार चुनाव जीत दर्ज की हैं और खासकर नब्बे के दशक में लगातार भाजपा के चौधरी तेजवीर सिंह चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं, हालांकि उससे पहले तीन चुनाव भाजपा समर्थिक जनता पार्टी व जनता दल ने भी चुनाव जीते हैं। उसके बाद दो हजार के दशक में भाजपा पिछले दोनों चुनाव जीत पाई है। 
सांसद चुनेंगे 17.48 लाख मतदाता 
मथुरा लोकसभा सीट पर 17,48,115 मतदाताओं का चक्रव्यूह बना है, जिसमें 9,54,135 पुरुष, 7,93,750 महिला और 230 थर्डजेंडर मतदाता शामिल हैं। इस सीट पर 1,104 मतदान केंद्र और 2,014 बूथ यानी मतदान स्थल बनाए गये है। इस सीट पर चुनाव मैदान में उतरे 15 प्रत्याशियों में प्रमुख रुप से चुनावी मुकाबला भाजपा की हेमा मालिनी, कांग्रेस के मुकेश धनगर और बसपा के सुरेश सिंह के बीच ही होता नजर आ रहा है। जबकि इनके अलावा राष्ट्रीय समता विकास पार्टी के जगदीश प्रसाद कौशिक, सुरेशचंद्र बघेल, कमलकांत शर्मा, क्षेत्रपाल सिंह, प्रवेशानंद पुरी, भानु प्रताप सिंह, मोनी फलहारी बापू, योगेश कुमार तालान, रवि वर्मा, डॉ. रश्मि यादव, राकेश कुमार और शिखा शर्मा भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 
क्या जातीय समीकरण 
मथुरा लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण पर गौर की जाए, तो मथुरा लोकसभा सीट पर मतदाताओं के बने चक्रव्यूह में जाट और ब्राह्मण समुदाय लगभग बराबरी में 20-20 प्रतिशत हैं। हालांकि इस सीट को जाट बाहुल्य ही माना जाता रहा है। वहीं 16 प्रतिशत ठाकुर, 12 प्रतिशत वैश्य, 18 प्रतिशत अनुसूचित जाति और छह प्रतिशत मुस्लिम मतदाता शामिल हैं। 
भाजपा का बढ़ा मत प्रतिशत 
लोकसभा 2014 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी ने सर्वाधिक 53.29 प्रतिशत वोट शेयर हासिल कर रालोद के जयंत चौधरी को पराजित किया था, जिन्हें 34.21 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि साल 2019 के चुनाव में हेमा मालिनी ने भाजपा के वोट प्रतिशत में बढ़ाते हुए 61 फीसदी वोट लेकर लगातार दूसरी जीत दर्ज कर संसद में प्रवेश किया। इसी लिहाज से इस बार के चुनाव में भाजपा की हेमा मालिनी को अपनी जीत की हैट्रिक बनाने की उम्मीद है। 
24Apr-2024

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