शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024

लोकसभा चुनाव: 1625 प्रत्याशियों के भाग्य को ईवीएम में कैद करेंगे 16.64 करोड़ मतदात

पांच पूर्व मुख्य मंत्रियों व एक दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों की दांव पर लगी प्रतिष्ठा 
21 राज्यों की 102 सीटों पर पर 1.87 लाख मतदान केंद्र पर चुनाव की तैयारियां पूरी 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक पर्व लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कल शुक्रवार को देश के 21 राज्यों की 102 सीटों में 11 एसी 18 एसटी प्रत्याशी के लिए आरक्षित हैं। 102 लोकसभा सीटों के दायरे में 92 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। मतदान के लिए 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर होने वाले मतदान में 134 महिलाओं समेत 1625 प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। इनके भाग्य को ईवीएम में बंद करने के लिए इस पहले चरण में 16.63 करोड़ से ज्यादा मतदाता वोटिंग करेंगे, जिनमें 35.67 लाख युवा पहली बार अपना मतद डालेंगे। चुनाव आयोग ने पहले चरण के चुनाव के लिए 1.87 लाख मतदान केंद्र स्थापित किये हैं। मतदान केंद्रों पर चुनाव प्रक्रिया में 18 लाख मतदान कर्मी तैनात किये गये हैं। चुनाव की निगरानी के लिए कुल पर्यवेक्षक 361 (127 सामान्य पर्यवेक्षक, 67 पुलिस पर्यवेक्षक, 167 व्यय समेत कुल 361 पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये हैं। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में एक दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों और चार पूर्व मुख्यमंत्रियों की भी प्रतिष्ठा दावं पर लगी हुई है। 
निर्दलीय प्रत्याशियों की भरमार 
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इन सीटों पर 134 महिलाओं समेत चुनाव लड़ रहे 1625 प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 885 निर्दलीय प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि राष्ट्रीय दलों में बसपा सबसे ज्यादा 86, भाजपा 77, कांग्रेस 56 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ा रही है। इसके अलावा एडीएमके ने 36, डीएमके ने 22, समाजवादी पार्टी ने सात, डीएमडीके, सीपीआई(एम) और तृणमूल के पांच प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। राजद के चार, एनपीपी, सीपीआई और आप के दो-दो तथा एसडीएफ, एसकेएम के एक-एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा बाकी क्षेत्रीय, गैर मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशी पहले चरण के चुनावी रण में हैं। पहले चरण के शुक्रवार को मतदान कराने की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं और पोलिंग पाटियों को रवाना कर दिया गया है। पहले चरण के लोकसभा चुनाव में जिन 102 सीटों पर मतदान होगा, उनमें 73 सामान्य के अलावा 11 एसटी और 18 एससी प्रत्याशी के लिए आरक्षित हैं। इस पहले चरण तमिलनाडु ऐसा राज्य है, जहां सभी 39 सीटों पर चुनाव हो रहा है, तो जहां सबसे ज्यादा 950 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जबकि लोकसभा सीट की बात की जाए तो उसमें भी तमिलनाडु की की करूर सीट पर सर्वाधिक 54 प्रत्याशी तथा सबसे कम तीन प्रत्याशी नगालैंड लोकसभा सीट पर चुनावी जंग लड़ रहे हैं। यदि मैदानी इलाके की सीटों पर गौर करें, तो सबसे कम राजस्थान के करौली धौलपुर लोकसभा पर सीट 4 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 
केंद्रीय मंत्रियों पर भाजपा का दांव 
पहले चरण के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की नागपुर लोकसभा सीट पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, अरुणाचल की पश्चिमी लोकसभा सीट से केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू, मध्य प्रदेश की मंडला सीट से इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मणिपुर इनर सीट से विदेश राज्यमंत्री डा. राजकुमार रंजन, राजस्थान की अलवर सीट से केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव, बीकानेर से केंद्रीय कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल के अलावा बाडमेर से कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी चुनाव मैदान में हैं। जबकि यूपी की मुजफ्फरनगर सीट से मत्स्य एवं पशुपालन डेयरी मंत्री डा. संजीव बालियान, पीलीभीत से यूपी सरकार के मंत्री जतिन प्रसाद, उत्तराखंड की नैनीताल-उधमसिंह नगर से केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, पश्चिम बंगाल की कूच बिहार सीट से गृहराज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक और अलीपुरद्वार सीट से अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉन बारला,जम्मू कश्मीर की उधमपुर सीट से पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेन्द्र सिंह, तमिलनाडु की नीलगिरी सीट से केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्यमंत्री डा. एल मरुगन के अलावा पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन चेन्नई दक्षिण से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। 
पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों की दांव पर प्रतिष्ठा 
अरुणाचल से नबाम तुकी, उत्तराखंड की हरिद्वार से त्रिवेन्द्र सिंह रावत, त्रिपुरा से बिप्लव कुमार देब, असम की डिब्रूगढ़ सीट से सर्वानंद सोनेवाल(केंद्रीय मंत्री) तथा बिहार की गया सीट से जीतनराम मांझी भी चुनाव मैदान में लोकसभा सांसद बनने की जुगत में हैं। वहीं सांसद व पूर्व सांसद, पूर्व नौकरशाह के अलवा कई राज्यों की सरकार में मंत्री और विधायक व पूर्व विधायक भी पहले चरण के लोकसभा में अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं। 
करोड़पति व दागी भी बने प्रत्याशी 
पहले चरण के लोकसभा चुनाव की जंग लड़ रहे 1625 प्रत्याशियों में से 252 प्रत्याशी यानी करीब 16 फीसदी दागी हैं। इसमें से 161 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 15 प्रत्याशी अलग-अलग मामलों में दोषी भी ठहराए जा चुके हैं। वहीं पहले चरण में 450 यानी 28 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति भी सियासत की जंग में हैं। 
इस उम्र के सबसे ज्यादा प्रत्याशी 
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 466 प्रत्याशियों की आयु 41 से 50 साल के बीच है। जबकि 31-40 साल आयु सीमा के 388, 51-60 उम्र के 383, 61-70 उम्र के 210, 25-30 उम्र के 117, 71-80 उम्र के 50 तथा 81-90 उम्र के चार प्रत्याशी भी लोकसभा चुनाव की जंग में हैं। इन प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 309 पोस्ट ग्रेज्युएट, 255 ग्रेज्युएट प्रोफेशनल, 225 ग्रेज्युएट और 47 डाक्टर भी सियासी पारी खेल रहे हैं। वहीं 26 प्रत्याशी ऐसे है, जो कभी स्कूल तक नहीं गये। 
पहले चरण के अहम तथ्य 
कुल मतदाता 16.63 करोंड़ 
पुरुष 8.4 करोंड़ 
महिला 8.23 करोड़ 
ट्रांसजेंडर 11,371 
20-29 आयु वर्ग के मतदाता 3.51 करोड़ 
पहली बार मतदाता(युवा) 35.67 लाख 
85 वर्ष के अधिक बुजुर्ग मतदाता 14.14 लाख 
  दिव्यांग मतदाता 13.89 लाख 
  19Apr-2024

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