गुरुवार, 18 अप्रैल 2024

पहला चरण: लोकसभा चुनाव में दांव पर एक दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा

पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों के सियासी करियर का भी होगा इम्तिहान 
21 राज्यों की 102 सीटों पर 134 महिलाओं समेत 1,625 प्रत्याशी के सियासी भविष्य का फैसला करेंगे मतदाता 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को 18वीं लोकसभा के लिए 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इन लोकसभा सीटों पर 134 महिलाओं समेत 1625 प्रत्याशी अपने राजनीतिक अस्तित्व की जंग लड़ रहे हैं। पहले चरण के चुनाव में जहां चार पूर्व मुख्य मंत्रियों के अलावा करीब डेढ़ दर्जन केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है, तो वहीं केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के अलवा प्रोफेसर से लेकर अधिवक्ता तक का राजनीतिक भविष्य दांव पर होगा। 
लोकसभा के लिए 19 अप्रैल को हो रहे पहले चरण में 21 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और चुनाव प्रचार भी बुधवार की शाम को थम गया है। अब सभी राजनीतिक दल अपने व्यक्तिगत रुप से डोर टू डोर जाकर मतदाताओं को साधने में जुट गये हैं। पहले चरण में तमिलनाडु ऐसा राज्य है, जहां सभी 39 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है, तो जाहिर सी बात है कि इस राज्य में सबसे ज्यादा 950 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जबकि लोकसभा सीट स्तर पर प्रत्याशियों की बात की जाए तो उसमें भी तमिलनाडु की की करूर सीट पर ही सर्वाधिक 54 प्रत्याशी तथा नगालैंड लोकसभा सीट पर सबसे कम तीन प्रत्याशी चुनावी जंग लड़ रहे हैं। यदि मैदानी इलाके की सीटों पर गौर करें, तो सबसे कम राजस्थान के करौली धौलपुर लोकसभा पर सीट 4 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 
सबसे ज्यादा निर्दलीय प्रत्याशी 
लोकसभा के पहले चरण की 102 सीटों के लिए चुनाव मैदान में उतरे 1625 प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 885 निर्दलीय प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि राष्ट्रीय दलों में बसपा सबसे ज्यादा 86, भाजपा 77, कांग्रेस 56 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ा रही है। इसके अलावा एडीएमके ने 36, डीएमके ने 22, समाजवादी पार्टी ने सात, डीएमडीके, सीपीआई(एम) और तृणमूल के पांच प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। राजद के चार, एनपीपी, सीपीआई और आप के दो-दो तथा एसडीएफ, एसकेएम के एक-एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा बाकी क्षेत्रीय, गैर मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशी पहले चरण के चुनावी रण में हैं। 
केंद्रीय मंत्रियों पर भाजपा का दांव 
पहले चरण के लोकसभा चुनाव में राजनैतिक दिग्गजों की बात करें, तो उनमें महाराष्ट्र की नागपुर लोकसभा सीट पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, अरुणाचल की पश्चिमी लोकसभा सीट से केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू, असम की डिब्रूगढ़ से केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्वानंद सोनेवाल, मध्य प्रदेश की मंडला सीट से इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मणिपुर इनर सीट से विदेश राज्यमंत्री डा. राजकुमार रंजन, राजस्थान की अलवर सीट से केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव, बीकानेर से केंद्रीय कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल के अलावा बाडमेर से कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी चुनाव मैदान में हैं। जबकि यूपी की मुजफ्फरनगर सीट से मत्स्य एवं पशुपालन डेयरी मंत्री डा. संजीव बालियान, पीलीभीत से यूपी सरकार के मंत्री जतिन प्रसाद, उत्तराखंड की नैनीताल-उधमसिंह नगर से केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, पश्चिम बंगाल की कूच बिहार सीट से गृहराज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक और अलीपुरद्वार सीट से अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉन बारला, जम्मू कश्मीर की उधमपुर सीट से पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेन्द्र सिंह, तमिलनाडु की नीलगिरी सीट से केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्यमंत्री डा. एल मरुगन के अलावा पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंरराजन चेन्नई दक्षिण से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। 
पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों की दांव पर प्रतिष्ठा 
लोकसभा चुनाव में पांच पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनावी मैदान में हैं। इनमें अरुणाचल पश्चिम सीट से से नबाम तुकी, उत्तराखंड की हरिद्वार से त्रिवेन्द्र सिंह रावत, असम की डिब्रूगढ़ सीट से सर्वानंद सोनेवाल, त्रिपुरा से बिप्लव कुमार देब और बिहार की गया सीट से जीतन राम मांझी भी लोकसभा सांसद बनने की जुगत में चुनाव मैदान में उतरे हैं। वहीं सांसद व पूर्व सांसद, पूर्व नौकरशाह के अलवा कई राज्यों की सरकार में मंत्री और विधायक व पूर्व विधायक भी पहले चरण के लोकसभा में अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं। 
करोड़पति व दागी भी बने प्रत्याशी 
पहले चरण के लोकसभा चुनाव की जंग लड़ रहे 1625 प्रत्याशियों में से 252 प्रत्याशी यानी करीब 16 फीसदी दागी हैं। इसमें से 161 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 15 प्रत्याशी अलग-अलग मामलों में दोषी भी ठहराए जा चुके हैं। वहीं पहले चरण में 450 यानी 28 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति भी सियासत की जंग में हैं। इनमें सबसे अमीर प्रत्याशी मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे नकुलनाथ हैं।
इस उम्र के सबसे ज्यादा प्रत्याशी 
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 466 प्रत्याशियों की आयु 41 से 50 साल के बीच है। जबकि 31-40 साल आयु सीमा के 388, 51-60 उम्र के 383, 61-70 उम्र के 210, 25-30 उम्र के 117, 71-80 उम्र के 50 तथा 81-90 उम्र के चार प्रत्याशी भी लोकसभा चुनाव की जंग में हैं। इन प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 309 पोस्ट ग्रेज्युएट, 255 ग्रेज्युएट प्रोफेशनल, 225 ग्रेज्युएट और 47 डाक्टर भी सियासी पारी खेल रहे हैं। वहीं 26 प्रत्याशी ऐसे है, जो कभी स्कूल तक नहीं गये। 
17Apr-2024

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