शनिवार, 6 अप्रैल 2024

महाराष्ट्र: बदले सियासी समीकरण से दिलचस्प मोड़ पर लोकसभा चुनाव

भाजपा समर्थित महायुति गठबंधन और कांग्रेस समर्थित महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच मुकाबला 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की राजनीति के बदले समीकरणों ने इस बार लोकसभा चुनाव को दिलचस्प मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है, जहां सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच मुकाबला चुनावी मुकाबला माना जा रहा है। प्रमुख दलों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना में फूट के बाद महाराष्ट्र की 48 सीटों पर पहली बार हो रहे लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के ढांचागत गणित में भी बदलाव की बयार बह रही है। मसलन इन दोनों प्रमुख दलों का वास्तविक धड़ा महायुति के खेमे में है और कई अन्य दलों के शामिल होने से यह गठबंधन पहले से कहीं ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है। इस चुनाव की संभावनाओं को यूं भी कहा जा सकता है कि राजग के मुकाबले, कांग्रेस नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन की राह पहले से भी ज्यादा मुश्किल नजर आ रही है। महाराष्ट्र की सियासत कभी कुछ परिवारों के ईर्दगिर्द घूमती रही है और लोकसभा की 48 तथा विधानसभा की 288 सीटों सियासत का गणित तय करने में ऐसे सियासी परिवारों की भूमिका रही है। लेकिन पिछले चुनाव के बाद जिस प्रकार राज्य के प्रमुख दलों में शरद पवार की राकांपा और उद्धव ठाकरे की शिवसेना में बिखराव के बाद अपने चुनाव चिन्ह गंवाने के बाद वैकल्पिक चिन्ह के साथ साथ चुनाव मैदान में हैं। जबकि शिवसेना के वास्तविक नाम व चुनाव चिन्ह को लेकर एकनाथ शिंदे राजग का हिस्सा बनकर राज्य में सरकार चला रहे हैं, जिसमें अजित पंवार गुट की राकांपा भी शामिल है। पिछले पांच साल के भीतर बदले महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन के रुप में बदले सियासी गणित को लेकर महाराष्ट्र में इस बार लोकसभा चुनावों पर राजनीतिक विशेषज्ञों की विशेष नजरें लगी हुई है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा व शिवसेना ने 48 में से 41 सीटे जीतकर महागबंधन को धाराशायी किया था, जिसमें भाजपा सबसे ज्यादा सीट लेकर बड़े दल के रुप में उभरी थी। 
ऐसे बिछी सियासत की बिसात 
 महाराष्ट्र की सियासत में अंचल या क्षेत्रवार भी अपने आप में महत्वपूर्ण है। इनमें कोंकण क्षेत्र में आर्थिक राजधानी मुंबई समेत छह लोकसभा सीटें आती है। जबकि पश्चिमी महाराष्ट्र में जहां राकांपा व शिवसेना का दबदबा माना जाता है, वहां इस बदले समीकरण में राजग मजबू रणनीति के साथ चुनाव मैदान में है। इसी प्रकार उत्तरी महाराष्ट्र को आदिवासियों और पिछड़े वर्गों की बड़ी आबादी के हिसाब से राजनीति होती है, तो वहीं मराठवाड़ा क्षेत्र, विदर्भ जैसे क्षेत्रों में भी अलग अलग सियासत की बिसात बिछती रही हैं। 
पांच साल में बढ़े 34.69 लाख वोटर 
महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 लोकसभा सीटों के लिए 9,23,56,251 मतदाताओं का जाल बुना हुआ है। इसमें 4,80,12,139 पुरुष, 4,43,38,525 महिला और 5,587 थर्डजेंडर मतदाता शामिल हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में पिछले साल 2019 के चुनाव के मुकाबले 34,69,534 मतदाताओं की संख्या बढ़ी है, जिसमें अब 18 से 29 वर्ष तक के आयु के 1,78,84,862 मतदाता हो गये हैं। राज्य में 85 वर्ष से अधिक आयु के 13,15,166 मतदाताओं में सौ साल की आयु से अधिक की आयु पार कर चुके मतदाताओं की संख्या भी 52,908 है। लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में 97,325 मतदान केंद्र बनाए गये हैं। 
पिछले चुनाव अव्वल रही भाजपा 
लोकसभा के पिछले 2019 के चुनाव में 48 सीटों में से भाजपा ने सबसे ज्यादा 23 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि उसके सहयोगी दल शिवसेना के 18 प्रत्याशी सांसद बने थे। यानी राजग गठबंधन ने 41 सीटों पर कब्जा किया था। जबकि राकांपा को चार सीटें मिली और एक-एक सीट पर पर कांग्रेस, एआईएमआईएम तथा निर्दलीय प्रत्याशी को मिली थी। राज्य की 48 सीटों में पांच सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 4 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। 
ये दल लडेंगे चुनाव 
राजग-भारतीय जनता पार्टी, महायुति (शिव सेना, राकांपा, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, राष्ट्रीय समाज पक्ष महादेव जानकर)  
इंडिया गठबंधन- कांग्रेस, महाविकास अघाड़ी(शिव सेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(सुप्रिया सुले) 
अन्य दल-ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन, वंचित बहुजन आघाडी, स्वाभिमानी पक्ष, बहुजन समाज पार्टी, बहुजन विकास अघाड़ी, प्रहार जनशक्ति पार्टी, जन सुराज्य शक्ति, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी।
पांच चरणों में होगा चुनाव 
पहला चरण(19 अप्रैल)- रामटेक, नागपुर, बांद्रा-गोंडिया, गढ़चिरौली-चिमूर और चंद्रपुर। 
दूसरा चरण(26 अप्रैल)- बुल्ढाना, अकोला, अमरावती, वर्धा, यावतमाल-वसीम, हिंगोली, नांदेड़ और परभानी। 
तीसरा चरण(07 मई)- रायगढ़ बारामती, ओसमानाबाद, लातूर, शोलापुर, मधा, सांगली, सतारा, रत्नागिरि, कोल्हापुर और हत्कांगले। 
चौथा चरण(13 मई)- नंदुबार, जलगांव, रावर, जलना, औरंगाबाद, अहमदनगर, सिरडी, बीड़, मावल, पुणे और शिरुर। 
पांचवा चरण(20 मई)-धुले, डिंडौरी, नासिक, पालघर, कल्याण, थाने, मुंबई नॉर्थ, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई नॉर्थ इस्ट, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल, मुंबई साउथ सेंट्रल और मुंबई साउथ। 
06Apr-2024

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