शुक्रवार, 12 अप्रैल 2024

पुडुचेरी: राजग के लिए आसान नहीं कांग्रेस का सियासी किला ढ़ाहना!

द्रविड सियासत को लेकर एडीएमके ने बनाया त्रिकोणीय मुकाबला 
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। दक्षिण भारत में सियासी जमीन तलाशती भाजपा के लिए पुडुचेरी लोकसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार है। जबकि पुडुचेरी लोकसभा क्षेत्र को कांग्रेस का सियासी गढ़ माना जाता है। इस बार लोकसभा चुनाव में जहां पीएमके व सत्तारुढ एनआरकांग्रेस के सहयोगी दलों के साथ राजग ने भाजपा प्रत्याशी के रुप में पुडुचेरी सरकार के मंत्री ए. नमस्सिवयम को चुनावी मैदान में उतारा है, जो इस सीट कांग्रेस प्रत्याशी एवं मौजूदा सांसद वी वैथिलिंगम को चुनौती दे सकते हैं। वी वैथिलिंगम इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हैं। जबकि तमिलनाडु की द्रविड़ सियासत के चलते एडीएमके के चुनाव मैदान में आने से इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार बने हुए हैं। इसके बावजूद पुडुचेरी लोकसभा पर कांग्रेस के सियासी गढ़ को फेतह करना राजग के भाजपा प्रत्याशी के लिए आसान नहीं होगा? लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पुडुचेरी की राजनीतिक समीकरण बदलने के लिए सियासी जमीन तैयार कर रही भाजपा ने पुडुचेरी को अपने चुनावी घोषणा पत्र में पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया है। वहीं भाजपा पुडुचेरी में किये गये विकास कार्यो को भी मुद्दा बनाकर इस बार जीत के प्रति आश्वस्त है। वहीं कांग्रेसनीत गठबंधन भाजपा के ऐसे वादों को जुमला बताकर अपने वर्चस्व को कायम रखने के प्रयास में है। राजनीति के जानकारों के मुताबिक इस सीट पर इस बार उतरे 26 प्रत्याशी चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें एडीएमके के अलावा बसपा, यूआरपीआई और एनटीके जैसे इस राज्य में प्रभाव रखने वाले दल भी शामिल है। कांग्रेस प्रत्याशी को इंडिया गठबंधन में डीएमके और वामदलों का समर्थन प्राप्त है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी मौजूदा सांसद होने के नाते भी चुनावी क्षेत्र में जनाधार रखते हैं। 
पुडुचेरी में महिलाओं की बड़ी भूमिका 
पुडुचेरी की 38 विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बनी एक मात्र लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा। हालांकि पुडुचेरी विधानसभा 33 सदस्यीय सदन है, जहां तीन विधायक मनोनीत किये जाते हैं। पुडुचेरी लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में उतरे 26 प्रत्याशियों को 10,23,699 मतदाताओं के बने चक्रव्यूह को भेदने की चुनौती है। खास बात ये है कि इस बार के चुनाव में 480569 पुरुष मतदाताओं के मुकाबले 542979 महिला मतदाताओं की वोट अहम भूमिका निभाएगी। इस सीट पर 151 थर्डजेंडर भी मतदान करेंगे। साल 2019 में कुल मतदाताओं की संख्या 7,90,760 थी, जिसमें 5,41,505 पुरुष व 4,79,932 महिला मतदाता थे। 
कांग्रेस का गढ़ रहा है पुडुचेरी 
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में अब तक हुए 14 लोकसभा चुनावों में से दस बार कांग्रेस ने अपना परचम लहराया है। मोदी लहर के बावजूद पिछले 2019 के चुनाव में कांग्रेस के वैथीलिंगम ने एआईएनआरसी प्रत्याशी के. नारायणसामी को हराकर जीते थे। मसलन इस लोकसभा के पहला और पिछला अंतिम चुनाव भी कांग्रेस के नाम दर्ज हुआ। इसके अलावा यहां एडीएमके, डीएमके, एआईएनआरसी व पीएमके एक-एक बार चुनाव जीत सकी है। इस बार इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी ए नमस्सिवायम अपनी समृद्ध राजनीतिक पृष्ठभूमि के बल पर चुनाव जीतने की जुगत में हैं। 
क्या है पुडुचेरी का इतिहास तमिलनाडु से सटे केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की भाषा तमिल है, लेकिन यहां तेलुगु के साथ मलयालम भाषा भी बोली जाती हैं। समुद्र के किनारे होने के कारण पुडुचेरी में बड़े स्तर पर मछली पालन किया जाता हैं। 
12Apr-2024

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