गुरुवार, 21 मई 2015

सालभर की रिपोर्ट में भारी पड़ सकते हैं गडकरी !

रोजाना तीस किमी सड़क बनाने के लक्ष्य पर बढ़े कदम
-तीन लाख करोड़ की परियोजनाओं का ठेका देगी सरकार
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
मोदी सरकार के एक साल के कार्यकाल में देश में सड़कों का जाल बिछाने की परियोजनाओं में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट अन्य मंत्रालयों पर भारी पड़ सकती है, जिसमें मंत्रालय ने सड़क निर्माण में तेजी लाने का दावा किया है।
सरकार ने प्रतिदिन 30 किमी सड़क बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राजमार्ग निर्माण की गति बढ़ाने पर आगे बढ़ी है। इसके लिए सरकार ने इस साल के भीतर तीस लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं के लिए ठेका देने की योजना बनाई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार सरकार देश में ढांचागत विकास को गति देने के इरादे और सत्ता संभालते ही देश में प्रतिदिन 30 किमी सड़क निर्माण करने के लक्ष्य को हासिल करने के प्रसास तेज कर दिये हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क परियोजनाओं के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दो साल के भीतर तीस किमी सड़क निर्माण का लक्ष्य हासिल करने का दावा किया था। मंत्रालय के अनुसार सरकार ने एक साल में ईपीसी माडल के तहत 5 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण पूरा किया है। सड़क क्षेत्र में मंजूर 100 प्रतिशत एफडीआई के बावजूद हालांकि फिलहाल निवेश अपेक्षा के विपरीत है, लेकिन सरकार ने इस पांच हजार किलोमीटर के लक्ष्य को करीब एक लाख करोड़ की लागत पर हासिल किया है। जहां तक 30 किमी रोजना सड़क बनाने का सवाल है उसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार ने इस साल तीन लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं को पूरा कराने के लिए ठेका देने की योजना बनाई है। मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले तीन साल में मंजूर हुई 1427 सड़क परियोजनाओं की समीक्षा करने के बाद 57 परियोजनाओं को निरस्त किया गया और 101 विवादों में उलझी हुई हैं। बाकी 1269 सड़क परियोजनाओं में से पूर्ववर्ती सरकार की अटकी सौ से ज्यादा परियोजनाओं को भी इस साल गति दी गई है। जब मोदी सरकार ने वर्ष 2014-15 में देश में 6300 किमी सड़कों के निर्माण का लक्ष्य तय किया था, जिसमें 12 किमी प्रतिदिन के हिसाब से पांच हजार किमी सड़क निमार्ण का कार्य पूरा किया जा चुका है। मंत्रालय का दावा है कि मई के अंत तक यह लक्ष्य 14 किमी निर्माण प्रतिदिन तक हो जाएगा। जबकि मोदी सरकार के सत्ता संभालने के समय प्रतिदिन दो किमी सड़क का ही निर्माण किया जा रहा था। माना जा रहा है मोदी सरकार के एक साल की उपलब्धियों में गडकरी के मंत्रालय की रिपोर्ट अन्य मंत्रालयों पर भारी पड़ने वाली है।
चार धाम की परियोजना तैयार
मंत्रालय के अनुसार मोदी सरकार ने यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को जोड़ने के लिए एक हजार किलोमीटर की चार धाम यात्रा परियोजना शुरू करने की योजना तैयार की है जिस पर 11 हजार करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होने का अनुमान है। इस योजना का शुभारंभ दशहरा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। यह परियोजना सरकार की राष्ट्रीय राजमार्गों के उन्नयन व विस्तार की योजनाओं के अलावा शुरू होगी। इसके अलावा सड़क मंत्रालय ने ‘भारत माला’ नामक सरकार की नयी योजना पर 50 हजार करोड़ की लागत आएगी, जिसमें सरकार देश के सीमावर्ती व तटीय क्षेत्रों को पांच हजार किलोमीटर की सड़क से जोड़ने की योजना तैयार हो चुकी है।
राजधानी में भी दिखेगी धमक
मंत्रालय के अनुसर राष्टÑीय राजधानी दिल्ली में भीड़भाड़ कम करने के लिए जल्द ही छह हजार करोड़ रुपये की पूर्वी बाइपास परियोजना पर काम भी जल्द शुरू किया जाएगा। जबकि दिल्ली मध्य में आईटीओ से उत्तर प्रदेश में डासना तक 16 लेन के राजमार्ग  पर तीन महीने में काम शुरू करने की योजना तैयार है। इस परियोयजना से राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर यातायात जाम दूर करने में मदद मिलेगी। इस परियोजना पर करीब चार से पांच हजार करोड़़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है।
21May-2016

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