शनिवार, 8 मार्च 2014

दलों को नहीं दागियों को गले लगाने से गुरेज!

दलीलों के बावजूद दागियों पर दावं लगाना शुरू
ओ.पी.पाल

चुनाव आयोग द्वारा लगातार चुनाव सुधार करने के लिए जारी कवायद के बावजूद राजनीतिक दल सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा घोषित किये गये 203 प्रत्याशियों में से 70 नेता फिर से संसद में दाखिल होने के लिए चुनावी जंग में हैं, इनमें से लगभग आधे प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।
लोकसभा चुनाव की घोषणा से महीनो पहले ही राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों के तहत तैयारियां शुरू कर दी थी और कुछ प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी गई। चुनाव आयोग के अलावा चुनाव सुधारों के लिए कार्यरत गैर सरकारी संस्थाएं नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने अभी तक घोषित किये गये विभिन्न दलों के प्रत्याशियों की कुंडली खंगाली है। करीब आधा दर्जन राजनीतिक दलों ने अपने कुछ प्रत्याशियों का ऐलान किया है। अभी तक घोषित 203 प्रत्याशियों में भाजपा द्वारा 54 प्रत्याशियों के नाम घोषित किये हैं, इनमें 32 प्रत्याशी 15वीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं, जिनमें से 13 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं। इन 13 में से सात प्रत्याशी तो ऐसे हैं जिनके खिलाफ संगीन अपराध लंबित चल रहे हैं। सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी ने 70 प्रत्याशियों का ऐलान किया है, लेकिन इनमें किस प्रत्याशी के खिलाफ आपराधिक मामले हैं यह नामांकन दाखिल करते समय आने वाले शपथ-पत्रों के बाद उजागर हो सकेगा। राकांपा के घोषित 18 प्रत्याशियों में 13 फिर से चुनावी जंग में हैं, इनमें से 8 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन आठ में से पांच के खिलाफ संगीन धाराओं में मामले अदालत में विचाराधीन हैं। शिवसेना के घोषित 15 में से 14 ऐसे प्रत्याशी हैं जो लगातार संसद में प्रवेश करने की जुगत में हैं। इनमें से 12 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें सात के खिलाफ संगीन मामले भी लंबित हैं। इसी प्रकार अन्नाद्रमुक ने अभी तक 40 उम्मीदवारों का ऐलान किया है, जिसमें छह को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है, जिनमें से मात्र एक प्रत्याशी संगीन मामलों के कारण दागियों की सूची में शामिल है। इसी प्रकार शिरोमणि अकाली दल ने भी छह प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है, जिसमें एक नया चेहरा शामिल है। अकाली दल बाकी सभी दलों से अलग है जो चुनाव आयोग की मुहिम के मुताबिक दागियों से दूर है।
चार हत्या और तीन अपहरण के आरोपीलोकसभा चुनाव के सियासी मैदान में फिर से जोर आजमाइश करने आए मौजूदा सांसदों में चार के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामले विचाराधीन हैं। इनमें दो राकांपा और दो शिवसेना के टिकट पर फिर से चुनाव लड़ेंगे। जबकि तीन प्रत्याशियों के खिलाफ अपहरण जैसे संगीन मामले लंबित हैं, इनमें एक राकांपा, एक भाजपा तथा एक शिवसेना का प्रत्याशी शामिल है। इसके अलावा मुंबई नार्थ ईस्ट से भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी के खिलाफ डकैती का मामला लंबित है।
08March-2014

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें