इलाहाबाद-वाराणसी
के बीच शुरू होगी योजना
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
केंद्र
सरकार की देश में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही राष्ट्रीय जलमार्ग
परियोजना के तहत वाराणसी और इलाहाबाद के बीच क्रूज जहाज चलाने की योजना को अंतिम
रूप दिया है, ताकि इलाहाबाद कुंभ के दौरान सड़क परिवहन के बोझ को कम किया जा
सके।

धार्मिक स्थलों का विकास
केंद्र
सरकार की जल परिवहन परियोजना में गंगा या अन्य नदियों के निकट शहरों में स्थित
धार्मिक और पर्यटन स्थलों का आधुनिकीकरण करने की योजना क्रियान्वयन की जा रही है,
ताकि देश के पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके। मंत्रालय के अनुसार वाराणसी और इलाहाबाद
के बीच पड़ने वाले अन्य धार्मिक स्थानों का भी तेजी से आधुनिक रूप से विकास किया जा
रहा है, ताकि अगले वर्ष 2019 में आयोजित कुंभ मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की
दोनों शहरों के बीच पड़ने वाले धार्मिक और पर्यटन स्थलों के दर्शन के लिए जलमार्ग
परिवहन सेवा को आसान बनाया जा सके। मंत्रालय की योजना के अनुसार वाराणसी- इलाहाबाद
के बीच छह पर्यटन और धर्मिक स्थलों में शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर, अदलपुरा स्थित मां
शीतला मंदिर, चुनार का किला, विंध्याचल, सीतामढ़ी को खासतौर से विकसित किया जा रहा
है। इन स्थलों पर पर्यटन विभाग द्वारा भी एडवेंचर गेम के लिए प्रस्ताव पर काम कर
रहा है। परियोजना से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि इस सेवा के शुरू होने से कुंभ के
समय रोजाना 20 से 25 हजार यात्री वाराणसी से इलाहाबाद के बीच गंगा में यात्रा करेंगे।
मालवाहक जहाज का ट्रायल
गौरतलब है
कि राष्ट्रीय जलमार्ग परियोजना के तहत पिछले साल ही वाराणसी से कोलकाता के हल्दिया
के बीच गंगा नदी पर मालवाहक जहाज चलाने का सपना पूरा किया गया है, जिसके साथ क्रूज
जहाज चलाने का रास्ता प्रशस्त हुआ। राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा दिये गये
प्रस्तुतिकरण के बीच सामने आई बाधाओं को दूर करने का प्रयास तेज हो गये हैं, ताकि
कछुआ अभ्यरण किसी भी तरह से प्रभावित न हो सके।
18May-2018
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