शुक्रवार, 18 मई 2018

जल्द ही गंगा में चलेगा क्रूज जहाज



इलाहाबाद-वाराणसी के बीच शुरू होगी योजना
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार की देश में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही राष्ट्रीय जलमार्ग परियोजना के तहत वाराणसी और इलाहाबाद के बीच क्रूज जहाज चलाने की योजना को अंतिम रूप दिया है, ताकि इलाहाबाद कुंभ के दौरान सड़क परिवहन के बोझ को कम किया जा सके।  
केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के अनुसार वाराणसी और इलाहाबाद के बीच गंगा में जल्द ही जल परिवाहन परियोजना के तहत फेरी सेवा शरू की जाएगी। मसलन पानी के जहाज और क्रूज से भी गंगा नदी में वाराणसी व इलाहाबाद संगम की सैर की तैयारियां जोरों से की जा रही है। इलाहाबाद संगम के अगले वर्ष कुंभ मेले को देखते हुए राष्ट्रीय जल प्राधिकरण ने गंगा-यमुना की धारा पर क्रूज जहाज चलाने की तैयारियों को गति दे दी है। इस योजना के बारे में हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी थी कि आईआईटी बीएचयू ने इस योजना पर कराए गये सर्वेक्षण की रिपोर्ट राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण को दे दी है,जिसका अध्ययन किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि प्राधिकरण इस क्रूज की योजना को जल्द ही शुरू कर देगा। मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि जल परिवहन के तहत वाराणसी और इलाहाबाद के बीच गंगा में क्रूज जहाज के परिचालन से सड़कों पर वाहनों के बोझ को भी कम किया जा सकेगा। खासकर आगामी इलाहाबाद कुंभ के मद्देनजर जल परिवहन प्राधिकरण इन दोनों शहरों के बीच कुंभ मेले के दौरान कम से कम आधा दर्जन क्रूज जहाज चलाने की योजना बना रहा है, ताकि धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। मसलन सरकार क्रूज पर्यटन को तेजी के साथ प्रोत्साहित कर रही है। सरकार का मानना है कि इस परियोजना के तहत क्रूज जहाज सेवा के शुरू होने से कुंभ के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु और यात्री वाराणसी व इलाहाबाद के बीच गंगा में यात्रा कर सकेंगे।
धार्मिक स्थलों का विकास
केंद्र सरकार की जल परिवहन परियोजना में गंगा या अन्य नदियों के निकट शहरों में स्थित धार्मिक और पर्यटन स्थलों का आधुनिकीकरण करने की योजना क्रियान्वयन की जा रही है, ताकि देश के पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके। मंत्रालय के अनुसार वाराणसी और इलाहाबाद के बीच पड़ने वाले अन्य धार्मिक स्थानों का भी तेजी से आधुनिक रूप से विकास किया जा रहा है, ताकि अगले वर्ष 2019 में आयोजित कुंभ मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की दोनों शहरों के बीच पड़ने वाले धार्मिक और पर्यटन स्थलों के दर्शन के लिए जलमार्ग परिवहन सेवा को आसान बनाया जा सके। मंत्रालय की योजना के अनुसार वाराणसी- इलाहाबाद के बीच छह पर्यटन और धर्मिक स्थलों में शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर, अदलपुरा स्थित मां शीतला मंदिर, चुनार का किला, विंध्याचल, सीतामढ़ी को खासतौर से विकसित किया जा रहा है। इन स्थलों पर पर्यटन विभाग द्वारा भी एडवेंचर गेम के लिए प्रस्ताव पर काम कर रहा है। परियोजना से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि इस सेवा के शुरू होने से कुंभ के समय रोजाना 20 से 25 हजार यात्री वाराणसी से इलाहाबाद के बीच गंगा में यात्रा करेंगे।
मालवाहक जहाज का ट्रायल
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जलमार्ग परियोजना के तहत पिछले साल ही वाराणसी से कोलकाता के हल्दिया के बीच गंगा नदी पर मालवाहक जहाज चलाने का सपना पूरा किया गया है, जिसके साथ क्रूज जहाज चलाने का रास्ता प्रशस्त हुआ। राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा दिये गये प्रस्तुतिकरण के बीच सामने आई बाधाओं को दूर करने का प्रयास तेज हो गये हैं, ताकि कछुआ अभ्यरण किसी भी तरह से प्रभावित न हो सके।
18May-2018
 


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