सुरक्षा
मानको पर आधारित स्मार्ट कोच लगाने की तैयारी
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय
रेलवे के कायाकल्प की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के तहत रेल सुरक्षा एवं संरक्षा
की प्राथमिकता के साथ अब रेलवे सुरक्षा मानकों के आधार पर स्मार्ट कोचों का
इस्तेमाल करेगा, जिसमें विमानों की तर्ज पर ब्लैक बाक्स व कोच सूचना व डॉयग्नोस्टिक
प्रणाली भी जोड़ने का प्रावधान है।
रेल
मंत्रालय के अनुसार रेलवे की उत्पादन इकाई इट्रेग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) ने एलएसीसीएन
(एलएचबी 3टियर एसी) कोच में लंबवत स्तंभों पर अतिरिक्त शीशे लगाकर अखंडित खिड़की की
व्यवस्था की है। इससे वातानुकुलित कोच सौंदर्य की दृष्टि से मनोहारी और बाहर से भी
देखने में सुंदर लगेंगे। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय रेलवे की सभी ट्रेनों में चरण बद्ध
तरीके से खासकर वातानुकुलित कोचों में अखंडित खिड़की का प्रावधान किया जाएगा। इन
नए डिजाइन के कोचों को सुरक्षा मानकता के आधार पर तैयार किया जा रहा है। रेलवे के
अनुसार आईसीएफ द्वारा अभी तक निर्मित उपयोग में लाए जा रहे एलएचबी कोचों में 11एमएम
लंबाई गुणा 680 एमएम ऊंचाई वाली खंडित खिड़की लगी है, लेकिन रेलवे कोचों की आंतरिक
साज-सज्जा को पहले की तरह की रखा जाएगा। रेल हादसों पर अंकुश लगाने की दिशा में
भारतीय रेलवे ने इन स्मार्ट कोचों को जोड़ने की योजना बनाई है, जिसकी तैयारियां
शुरू हो गई हैं।
ऐसे होंगे स्मार्ट कोच
मंत्रालय
के अधिकारी के अनुसार ऐसे स्मार्ट कोच का एक दिन पहले ही रायबरेली कोच फैक्ट्री
में अनावरण किया गया है। ये आधुनिक स्मार्ट कोच ब्लैक बाक्सेज व कोच सूचना व डॉयग्नोस्टिक
(खराबियों की जांच) प्रणाली से लैस होंगे। इनमें सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे
हैं। वहीं सूचना प्रणाली से लैस कोचों में यात्रियों के स्वास्थ्य और अन्य
समस्याओं की जानकारी रियल टाइम अपडेट मिल सकेगी। यही नहीं स्मार्ट कोचों में हीटींग,
वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग और वॉटर मैनेजमेंट जैसे तमाम फीचर दिये जा रहे हैं,
जिससे यात्री कोच की खामियों का पता लग सकेगा और वायरलेस सेंसर मोड पर आधारित
प्रणाली से जुड़े इन स्मार्ट कोचों के हरेक पहियों के जरिए ट्रैक की स्थिति भी
अपडेट रहेगी और किसी भी खराबी का तत्काल अलर्ट मिलेगा।
मानव रहित क्रासिंग पर निगरानी
रेल मंत्रालय ने रेल हादसों का कारण बन रहे मानव
रहित फाटकों को बंद करने तक फिलहाल तत्काल प्रभाव से ऐसी रेलवे क्रासिंग पर सेवानिवृत्त
जवानों और होमगार्ड जवानों की तैनाती करने का फैसला किया है। रेलवे के अनुसार यह
फैसला पिछले दिनों कुशीनगर रेलवे क्रासिंग पर स्कूली बच्चों की वैन जैसी घटना को
देखते हुए लिया गया है। हालांकि ऐसे ज्यादातर रेलवे फाटकों पर गेट मित्रों की
तैनाती की हुई है।
13May-2018
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें