रविवार, 6 मई 2018

देश को जल्द मिलेगा पहला ग्रीन एक्सप्रेस-वे

सरकार की चौथी सालगिरह पर मोदी करेंगे उद्घाटन
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजधानी केंद्र सरकार की सड़क परियोजना में देश के पहले ग्रीन एक्सप्रेस-वे के रूप में इस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस-वे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर 26 मई को करेंगे। इस एक्सप्रेस-वे के देश के पहले 14 लेन वाले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के पहले चरण की पूरी हुई परियोजना को भी जनता को समर्पित किया जाएगा। पन्द्रह अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका उद्घाटन कर सकते हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वाहनों का बोझ और यातायात को दुरस्त करने की दिशा में केंद्र सरकार की इस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस-वे और वेस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस-वे यानि ‘गोल्डन नेकलस’ की परियोजना को पूरा कर लिया गया है, जिसमें इस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन पीएम मोदी को पिछले महीने 15 अप्रैल को करना था, लेकिन कर्नाटक चुनाव में व्यस्तता के कारण अब मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर 26 मई को देश के पहले ग्रीन एक्सप्रेस-वे के रूप में बनाए गये इस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस-वे को आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। दूसरी ओर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मुख्य महाप्रबंधक विष्णु दरबारी ने हरिभूमि को बताया कि 26 मई को 6 लेन वाले इस ग्रीन एक्सप्रेस-वे के अलावा पीएम मोदी 14 लेन के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का भी उद्घाटन करेंगे।
वाहनों का सफर होगा आसान
एनएचएआई के सूत्रों के अनुसार करीब 135 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे एनएच-44 (पूर्व नाम एनएच-1) पर कुंडली (हरियाणा) से शुरू होकर गाजियाबाद और नोएडा होते हुए पलवल (हरियाणा) में एनएच-19 (पूर्व नाम एनएच-2) से आकर जुड़ेगा। मसलन इस पर आवागमन शुरू होने के बाद एनएच-44 से एनएच-19 अथवा एनएच-19 से एनएच-44 आने जाने वाले लाखों वाहनों तो दिल्ली में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस यातायात सुविधा के जरिए दिल्ली में यातायात समस्या और वायु प्रदूषण की समस्या बहुत हद तक कम हो जाएगी। खास बात यह भी होगी कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे वाहनों को 120 किमी प्रतिघंटे की गति की अनुमति होगी। जबकि नोएडा से आगरा मार्ग वाले यमुना एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। 
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
केंद्र सरकार की सड़क परियोजना में करीब 96 किलोमीटर लंबे 7566 करोड़ रुपये की लागत वाली दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे परियोजना के पहले चरण में निजामुद्दीन ब्रिज से यूपी गेट के खंड का निर्माण पूरा हो चुका है। इसी दिन 26 मई को पीएम मोदी देश के पहले 14 लेन वाले दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का भी उद्घाटन भी करेंगे। एनएचएआई के अनुसार दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे को चार चरणों में पूरा करने का लक्ष्य है। इस परियोजनपा के पूरा होने के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद दिल्ली से मेरठ जाने में 45 मिनट का ही समय लगेगा, जबकि फिलहाल इस रूट पर अक्सर ट्रैफिक जाम होने की वजह से 2 घंटे से ज्याद समया लग जाता है।
06May-2018

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