रविवार, 21 अगस्त 2016

राग दरबार बीज अंकुरित होने का दबाव..

‘नमामि गंगे’मिशन

देश की गंगा व सहायक नदियों की धारा की निर्मलता और अविरलता बनाने के लिए मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नमामि गंगे’मिशन की सैकड़ो परियोजनाएं शुरू करने का सिलसिला भले ही जारी हो, लेकिन राष्ट्रीय गंगा स्वच्छ अभियान को लेकर केंद्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती पर परियोजना के नतीजे सामने लाने का भारी दबाव बना हुआ है। इस परियोजना के लिए पहले से ही मंजूर हो चुके भारी भरकम बजट की राशि के खर्च को लेकर भी कुछ विपक्षी दल सवाल खड़े कर रहे हैं। ऐसे आरोपों का सटीक जा जवाब देते हुए जी-जान से मिशन में जुटी उमा भारती यही कहती नजर आ रही है कि आस्था और रोजी-रोटी तथा औषधीय गुणों के साथ गंगा के मूल स्वरुप को वापस लाने के संकल्प है, जिसका पहला नतीजा हर हालत में आगामी अक्टूबर में देश के सामने होगा। इसके बावजूद जब पिछले दो सालों में इस परियोजना की प्रगति का सवाल आया तो उमा ने तपाक से कहा कि उनका मंत्रालय की इस परियोजना में सभी पहलुओं का अध्ययन करने के बाद अलग-अलग योजनाओं का खाका तैयार कर लिया है और गंगा के तटों के विकास और अन्य सुधार का काम जारी है। मसलन नमामि गंगे मिशन को लेकर उमा भारती इतनी गंभीर है कि उन्होंने इस परियोजना पर उठते सवालों का जवाब एक झटके में दिया और कहा कि उन्होंने सभी योजनाएं पूरी कर ली है यानि नमामि गंगे मिशन को आगे बढ़ाने के लिए जनभागीदारी और दबाव की जरूरी है। मसलन बीज बोया जा चुका है जो होगा जल्द अंकुरित...।
सियाचिन में जवानों को मिली स्पेशल मिठाई
इस बार का रक्षाबंधन दुनिया के सबसे ऊंचे रण कहे जाने वाले सियाचिन में तैनात जवानों ने एक अलग-अनोखे अंदाज में मनाया। एक तो उनकी कलाई पर मोदी कैबिनेट की कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने स्वयं जाकर राखी बांधी। बल्कि उन्हें अपनी मां के हाथों की बनी स्पेशल मिठाई भी खिलाई। स्पेशल मिठाई बनाने की तैयारी सियाचिन जाने से पहले हुई जब स्मृति ने अपनी मां से अपनी इस यात्रा का जिक्र कर वहां जाकर जवानों के साथ रक्षाबंधन मनाने की बात कही। फिर मां ने भी बिना देर किए झट से सीमा के रणबांकुरों के लिए खास मिठाई तैयार कर स्मृति को दे दी। इसी स्पेशल मिठाई और स्नेह के साथ स्मृति ईरानी ने 11 हजार फीट की ऊंचाई पर सियाचिन के बेस कैंप में जवानों के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया।
बेचारा चेंबर
मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में नए आए मंत्रियों के कमरों की नई साज सज्जा का काम शुरू हो गया है। सीपीडब्ल्यूडी के कर्मी कमरों को मंत्रियों की मंशा के अनुरूप नया रूप दे रहे हैं। कृषि मंत्रालय में भी एक पुराने राज्य मंत्री, जो अब उमा दी के साथ चले गए हैं का कमरा नया रूप पा रहा है। वहां कार्य कर रहे एक कर्मी ने कमरों की साज सज्जा और सियासत के बीच का बड़ा अच्छा रिश्ता बताया। उन्होंने पिछली सरकार में राज्य मंत्री बने एक मंत्री के बारे में बताया। मंत्री जी का कमरा जब तक बन कर तैयार होता तब तक एक नया फेरबदल हो गया और मंत्री जी का मंत्रालय बदल दिया गया। बेचारा कमरा नए रूप और क्लेवर को अभी ठीक से जी भी नहीं पाया था कि नए मंत्री ने उसमें परिवर्तन का आदेश दे दिया।
गडकरी नहीं रोडकरी
अगले चुनावों में जीत के लिए क्षेत्र का विकास सांसदों की हमेशा प्राथमिकता रहती है। इसके लिए वो मंत्रियों की चापलूसी भी करते हैं अनुनय विनय भी करते हैं। गुरूवार को लोकसभा में ऐसा ही दिलचस्प नजारा दिखा। कर्नाटक के भाजपा सांसद प्रहलाद जोशी ने प्रश्न पूछने से पहले परिवहन, राजपथ एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी को नई उपाधि से नवाज दिया। उन्होंने कहा कि पूरे सेक्टर में गडकरी के लीडरशिप में क्रांति आ गई है। पूरे देश में नितिन गडकरी नितिन रोडकरी बन गए हैं। वे इतने रोड सबको दे रहे है कि वे गडकरी से रोडकरी बन गए हैं। इतना सुनना था कि पूरे सदन में हंसी छूट गई। अध्यक्ष ने भी हंसते हुए कहा गडकरी अब पोर्टकरी भी हो जाएंगे।
-ओ.पी. पाल, कविता जोशी व अरुण
21Aug-2016

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