शुक्रवार, 12 अगस्त 2016

एलईडी बल्बों से रोशन हुई भारतीय संसद!

पिछले साल पुराने बल्बों की श्रंखला पर खड़े हुए थे सवाल
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश की आजादी के जश्न मनाने के लिए भारतीय संसद भवन को एलईडी बल्बों की रोशनी से नहलाने पर ‘देर आए-दुरस्त आए..’वाली कहावत को चरितार्थ होती नजर आ रही है। मसलन भारतीय संसद को पिछले साल पुराने बल्बों से रोशन करने की गलती को सुधारकर इस बार एलईडी बल्बोें के प्रकाश पुंज के जरिए 75 फीसदी से भी ज्यादा ऊर्जा की बचत करने का सबक लिया गया है।
देश में मोदी सरकार ने राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस पर पिछले साल पहली बार भारतीय संसद जैसी सरकारी एवं ऐतिहासिक इमारतों को प्रकाश पुंज से रोशन करने की परंपरा को शुरू किया था। पिछले साल पहली बार संसद भवन समेत इन इमारतों पर सरकार के एलईडी बल्ब के इस्तेमाल के लिए जारी अभियान के बावजूद ज्यादा बिजली खपत वाले साधारण और पुराने बल्बों की श्रंखला लगाई गई थी, जिसके कारण सरकार के ऊर्जा बचत की दिशा में चलाए जा रहे एलईडी बल्ब अभियान पर सवालिया निशान खड़े हो रहे थे। इस गलती को सुधारते हुए सरकार ने इस बार एलईडी बल्बों की श्रंखला लगवाकर भारतीय संसद भवन को रोशन करने का काम तेजी से बढ़ाया है। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने देश में ऊर्जा उत्पादन और ऊर्जा की मांग के बड़े अंतर को पाटने की दिशा में देशभर में साधारण बल्बों के स्थान पर एलईडी के इस्तेमाल करने की जागरूकता अभियान शुरू कराए थे। ऐसे में आजादी के जश्न पर पिछले साल सरकारी इमारतों पर साधारण बल्बों की श्रंखलाएं लगाने पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक था।
75 फीसदी से ज्याद ऊर्जा की बचत
संसद भवन परिसर को रोशन करने के लिए एलईडी बल्बों की श्रंखला लगाने का जिम्मा थाम रही एजेंसी के ठेकेदार ने हरिभूमि को बताया कि संसद भवन व परिसर में तीन-तीन वॉट के करीब 25-26 हजार एलईडी बल्ब लगाए जा रहे हैं। पिछले साल लगाए गये 25-25 वॉट के साधारण बल्बों से इन एलईडी बल्बों की तुलना करते हुए संसद को सजाने में जुटे ठेकेदार की माने तो पिछले साल लगे पुराने बल्बों की अपेक्षा इस बार एलईडी बल्बों की श्रंखला के प्रकाश होने पर 75 फीसदी से भी ज्यादा बिजली की बचत होगी। बिजली एजेंसी के एक अनुमान के अनुसार जहां 25-25 वॉट के चार साधारण बल्बों पर एक घंटे में एक यूनिट का खर्च होती है, वहीं इतनी ही यूनिट का खर्च तीन-तीन वॉट के 30 से ज्यादा एलईडी बल्ब की रोशनी करने पर होगा। जबकि एलईडी बल्बो की रोशनी साधारण बल्ब के मुकाबले ज्यादा भी होगी।
अंतिम चरण में तैयारियां
भारतीय संसद को आजादी के जश्न के तहत रोशन करने के लिए एलईडी बल्बों के प्रकाश पुंज फैलाने की तैयारी अंतिम चरण में है। इस तैयारी के तहत संसद भवन की पहली मंजिल पर चौतरफा कुल 144 स्तंभों पर प्रति स्तंभ पर 48 से 50 बल्बों की श्रंखला के हिसाब से करीब 7200 बल्ब लगाए गये हैं। इसके अलावा संसद भवन की छतों, मुख्य द्वारों और अन्य दीवारों पर भी चौतरफा इसी तरह एलईडी बल्बों की श्रंखला लगाई जा रही है, जिसमें करीब 25-26 हजार एलईडी बल्बों की श्रंखला लगाने का अनुमान है।
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खबर का असर
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पिछले साल संसद भवन पहली बार साधारण बल्ब से रोशन करने पर जब कई विपक्षी दलों के सांसदों ने सरकार एलईडी मुहिम पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिया था। इस संबन्ध में ‘संसद को पुराने बल्बो से रोशन करने की तैयारी’नामक शीर्षक से छह अगस्त 2015 को हिंदी समाचार पत्र ‘हरिभूमि’ में प्रमुखता खबर भी प्रकाशित हुई थी।
12Aug-2016


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