बुधवार, 28 अक्तूबर 2015

भारत-अफ्रीका सम्मेलन पर मंडराया आतंकी साया

आईएस व बोको हरम के हमले की आशंका पर सुरक्षा मुस्तैद
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रहे भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन में आईएस और बोको हरम के हमले की आशंका जताई गई है। खुफिया एजेंसियों द्वाराजताई गई इस आशंका से सम्मेलन और दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्थाओं को और भी ज्यादा मुस्तैद कर दिया गया है।
यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में चल रहे भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन के मद्देनजर हालांकि पहले से ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये गये हैं, जिसमें 54 अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। खुफिया तंत्र के अलर्ट के बाद इस सुरक्षा को और भी वेरी हाई अलर्ट करने का दावा करते हुए केंद्र सरकार ने हर स्थिति से निपटने की व्यवस्था का दावा किया है। दरअसल इस सम्मेलन में नाईजीरिया भी हिस्सा ले रहा है, जहां आतंकी संगठन बोको हरम पूरी तरह से सक्रिय दल के रूप में पैर पसारे हुए है, जिसका साथ इस्लामिक आतंकी संगठन आईएस भी देता आ रहा है। दूसरा कारण यह भी बताया जा रहा है कि आईएस भारतीय उपमाद्वीप में अपनी मौजूदगी दिखाने का प्रयास लगातार कर रहा है, क्योंकि भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी हुए कुछ हमलों में आईएस ने अपना हाथ होने की बात को स्वीकार कर लिया है। वहीं पंजाब में पवित्र ग्रंथ के अपमान में भी आईएस का हाथ होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार इतना ही नही भारत की खुफिया एजेंसियों के पास कुछ ऐसे लोगो के नाम की सूची भी है जिनका आईएस ने माईन्ड वॉश करने की काशिश की गई थी।  भारत-अफ्रीकी सम्मेलन स्थल पर ऐसी चाक चौबंद सुरक्षा के इंतजाम देखने को मिले कि उसके लिए अधिकृत पास धारकों को भी सम्मेलन में आने-जाने के लिए कई सुरक्षा चक्रों से गुजरने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस इलाके के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं। दिल्ली में सम्मेलन स्थल से विदेशी मेहमानों के होटलों तक गुजरने वाले मार्गो पर भी कई श्रेणी में सुरक्षा को बढ़ाया गया है और होटलों व उनके आसपास छावनी जैसा माहौल बना हुआ है। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार आईएस व बोको हरम सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे प्रतिनिधियों के होटलों पर भी हमला हो सकता है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली पुलिस पिछले एक हμते में आए हुए अफ्रीकी नागरिकों पर पैनी नजर रखे हुए है। 
25 हजार जवानो का सुरक्षा चक्र
दिल्ली में अफ्रीकी सुरक्षा बलों के साथ दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के करीब 25 हजार जवान नई दिल्ली और सैंट्रल दिल्ली में सम्मेलन में सुरक्षा के लिए तैनात है। गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश विदेश से प्रमुख इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे। इस सम्मेलन के लिए कड़ी सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है।
भारत-अफ्रीका मिलकर रोकेंगे आतंक
वैश्विक स्तर पर आतंकवादी संगठनों में बढ़ते संपर्क के कारण आतंकवाद के फैलाव का जिक्र करते हुए भारत ने मंगलवार को 54 अफ्रीकी देशों से खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान और प्रशिक्षण के जरिए आतंकवाद से निपटाने के तरीकों पर सहयोग बढ़ाने की वकालत की। तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन की मंत्री-स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थाई सदस्यता की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि भारत और अफ्रीका के करीब 2.5 अरब लोगों को इस विश्व संस्था में उनकी वाजिब जगह से वंचित नहीं रखा जा सकता। सुषमा ने कहा कि हमारे सभी देश खुद को आतंकवाद के बढ़ते प्रकोप का सामना करते पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्येत्तर तत्वों और सीमा पार आतंकवाद की समस्या ने नया रूप ले लिया है, इस चुनौती का पैमाना काफी बड़ा है।
28Oct-2015

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