रविवार, 3 सितंबर 2017

आज बदल जाएगी मोदी कैबिनेट की सूरत



चुनावी राज्यों को साधने का होगा प्रयास,
नौ नए चेहरों को शामिल करने पर मुहर
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
रविवार को मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल की सभी तैयारियों को अंजाम दिया जा चुका है, जिसमें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जहां कुछ पुराने मंत्रियों की छुट‍्टी होने और नौ नए चेहरों को जगह मिलना तय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार को आगामी लोकसभा और कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत अंजाम दिये जाने की संभावना है।
राष्ट्रपति भवन में रविवार को सुबह 10.30 बजे मोदी मंत्रिमंडल के होने वाले विस्तार की तैयारियों के साथ उन नौ नए नामों की सूची को भी अंजाम देने की खबर है, जिन्हें कैबिनेट में शामिल करने के लिए शपथ दिलाई जाएगी। जबकि कुछ मंत्रियों का प्रमोशन होना भी तय है। सूत्रों के अनुसार जहां छह से ज्यादा मंत्रियों का पत्ता साफ होना है, वहीं करीब नौ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाने की प्रबल संभावना है, तो वहीं आधा दर्जन मंत्रियों को पदोन्नति देने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले सात केंद्रीय मंत्रियों द्वारा इस्तीफा दिया जा चुका है, जिनमें से कुछ के विभाग बदले जा सकते हैं और कुछ की छुट्टी करके भाजपा संगठन में सक्रिय किया जा सकता है और कुछ को आयु सीमा के आधार पर किसी राज्य में राज्यपाल भी बनाया जा सकता है। खासबात यह बताई जा रही है कि मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और उससे पहले जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उन्हें तरजीह दी जाएगी यानि ऐसे राज्यों का केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि अभी तक किन मंत्रियों की छुट‍्टी होनी है और किन नए चेहरों को शामिल किया जाना है के नामों को लेकर अटकलें ही लगी हुई हैं, लेकिन कुछ संभावित चेहरों के नाम मंत्रिमंडल के लिए तय माने जा रहे हैं। दूसरी ओर जदयू से राज्यसभा में संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह और संतोष कुमार को मंत्री बनाए जाने की संभावना है, तो शिवसेना के एक और सांसद को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
मंथन के बाद तय हुए नए मंत्रियों के नाम
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में होने वाले फेरबदल को लेकर केशवधाम में भाजपा अध्यक्ष और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बीच मैराथन मंथन के बाद चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि इस चर्चा के बाद मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए चेहरों के नामों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। सूत्रों की माने तो इस सूची में कुछ नाम संघ से जुड़े सांसदों के भी शामिल किये गए हैं। वहीं संघ प्रमुख ने ऐसे मंत्रियों को हटाने का भी सुझाव दिया है, जो जनता के बीच जाकर सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन की दिशा में काम नहीं कर पा रहे हैं।
कामकाज भी होगा आधार
प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी हालांकि हर साल अपने केंद्रीय मंत्रियों से रिपोर्ट कार्ड तलब करते हैं और इसके आधार पर वे मंत्रालयों के कामकात की समीक्षा करते रहे हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो मंत्रिमंडल विस्तार का केंद्रीय मंत्रियों के कामकाज को भी आधार बनाया जा रहा है, जिसमें तीन साल तक केंद्र की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्यान्वयन करने में कुछ मंत्री कोई नतीजा नहीं दे सके हैं। इसी प्रकार ऐसे मंत्रियों को भी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, जो फाइलों के निपटान के बजाए उन्हें अटकाने की आदत में शामिल हैं। गौरतलब है कि पीएमओ सभी मंत्रालयों के कामकाज की स्थिति पर नजर बनाने की रणनीति अपनाए हुए है और ऐसे मंत्रियों की विदाई तय मानी जा रही है।
जंबो होगा मंत्रिमंडल का आकार!
मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि फिलहाल मंत्रिमंडल में 72 सदस्य है, जिन्हें बढ़ाकर 81 तक किया जा सकता है। इसमें कुछ केंद्रीय मंत्रियों के पास एक से ज्यादा मंत्रालयों का कार्यभार भी है, जिसके बोझ को कम करने के लिए मंत्रिमंडल के आकार को बढ़ाने की संभावना है।

चुनाव और जातिगत संतुलन पर ध्यान
दूसरी ओर जदयू से राज्यसभा में संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह और संतोष कुमार को मंत्री बनाए जाने की संभावना है, तो शिवसेना के एक और सांसद को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। माना जा रहा है कि विभाग में बदलाव के साथ वह मंत्रिमंडल में बने रहेंगे। मंत्रियों का फैसला राज्यों में आगामी चुनाव और जातिगत संतुलन के लिहाज से किए जा रहे हैं। हिमाचल और उत्तराखंड से भी एक-एक मंत्री बनाये जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक जिन राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां से मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है। ऐसे राज्यों में कर्नाटक सबसे आगे है। मंत्रिमंडल से बाहर होने वाले कुछ नेता राज्यपाल भी बनाए जा सकते हैं। इनमें कलराज मिश्र का नाम सबसे ऊपर है। इसके पहले मोदी मंत्रिमंडल का 9 नवंबर, 2014 और 5 जुलाई, 2016 को विस्तार किया गया था।
03Sep-2017

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