सोमवार, 24 अगस्त 2020

राष्ट्रीय राजमार्गो के निर्माण में तकनीकी मदद करेगा आईआईटी

एनएचएआई और आईआईटी के बीच हुआ समझौता

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देश में विश्व स्तरीय राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को बढ़ावा देने की तैयारी के तहत तकनीकी मदद के लिए आईआईटी नई दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। इसी प्रकार एनएचएआई की एनआईटी और अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों से उनके संस्थागत सामाजिक उत्तरदायित्व के हिस्से के रूप में स्वैच्छिक आधार पर राष्ट्रीय राजमार्ग के निकटवर्ती हिस्सों में सहयोग करने के लिए साझेदारी करने के लिए समझौते करने की योजना है। 

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रवक्ता के अनुसार देश के सड़क अवसंरचना पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार की दिशा में तकनीकी सहायता के लिए यहां नई दिल्ली में एनएचएआई और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली यानि आईआईटी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। इस समझौते पर एनएचएआई के अध्यक्ष डा. सुखबीर सिंह संधू व आईआईटी के निदेशक डा. वी. राम गोपाल राव की मौजूदगी में दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्ताक्षर किये हैं। इस समझौते के तहत राष्ट्रीय राजमार्गो के लिए अग्रिम डेटा प्रबंध प्रणाली के तहत निर्णय लेना संभव हो सकेगा। मसलन इस साझेदारी के तहत साझेदारी के तहत आईआईटी दिल्ली और एनएचएआई मिलकर एआई और एमएल पर आधारित एडवांस एनालिटिक्स विकसित करने, सिमुलेशन मॉडल तैयार करने, डेटा स्टोरेज बढ़ाने और रिट्रीवल कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए एनएचएआई की क्षमताओं को डेटा-चालित निर्णय लेने में और मजबूत बनाने पर काम करेगा।

बुनियादी ढांचे को मिलेगी मजबूती

एनएचएआई के मुताबिक इस समझौते के तहत जहां सड़क परियोजना प्रबंधन और डेटा प्रबंधन, राजमार्ग नेटवर्क यातायात मांग और दुर्घटना प्रबंधन, राजमार्ग सुरक्षा, राजमार्ग कार्य-क्षेत्र प्रबंधन, राजमार्ग फुटपाथ प्रबंधन प्रणाली जैसे चिन्हित क्षेत्रों पर काम करने का सटीक निर्णय लेने में मदद मिलेगी। वहीं देश में विभिन्न परिवहन और राजमार्गों से संबंधित अनुसंधान समाधानों पर स्टार्ट-अप और इनक्यूबेटर्स स्थापित करने के लिए छात्रों और अनुसंधान विद्वानों को आकर्षित करने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। दूसरी ओर एनएचएआई डेटा सॉफ्टवेयर, ’डेटा लेकसहित महत्वपूर्ण सूचनाओं और उसके सूचना संसाधनों तक आवश्यक पहुंच आसान होगी, जिसके लिए एनएचएआई प्रस्तावित सीओई में अनुसंधान और विभिन्न गतिविधियों को करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता का विस्तार भी करेगा। इस व्यवस्था में आईआईटी की शैक्षणिक गतिविधियों के साथ अनुसंधान सुविधाओं का विस्तार करने के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करने के साथ सीओई को घर देने के लिए स्थान और अवसंरचनात्मक सुविधा के साथ सीओई में राजमार्गों और ट्रैफिक पैटर्न का अग्रिम एआई आधारित डेटा एनालिटिक्स राष्ट्रीय स्तर पर डेटा संचालित निर्णय लेने में सुविधा प्रदान करेगा।

समन्वय व सलाहकार समिति बनेगी

इस समझौते के तहत राजमार्गों के लिए अग्रिम डेटा मैनेजमेंट सिस्टम के लिए सीओई परिचालन में दो-स्तरीय प्रबंधन संरचना द्वारा शासित और प्रबंधित किया जाएगा। इसके लिए एक सलाहकार बोर्ड उच्चतम स्तर की समिति बनाई जाएगी, जिसमें सहयोगी मंच की गतिविधियों के तहत दीक्षा, कार्य की निरंतरता, संयुक्त सहयोगी परियोजनाओं की मंजूरी और वांछित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए तंत्र का सुझाव सामने आएंगे और ऐसी गतिविधियों की निगरानी भी के साथ समग्र प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी। जबकि दूसरे स्तर पर समन्वय और समयबद्ध प्रगति के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता आईआईटी के डीन (आरएंडडी) सह अध्यक्षता एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाएगी। हालांकि इन समितियों में शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के विशेषज्ञ सदस्य शामिल होंगे। आईआईटी दिल्ली द्वारा एक प्रोफेसर को केंद्र के समन्वयक के रूप में भी नियुक्त किया जाएगा।

08Aug-2020

 

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