सोमवार, 24 अगस्त 2020

किसानों को मिली उम्मीद, फसलों को गति-पटरी पर ‘किसान रेल’

भारतीय रेलवे के इतिहास के पन्नों में जुड़ा एक नया अध्याय                                 

देवलाली से दानापुर तक 30 अगस्त तक चलेगी ‘किसान विशेष पार्सल ट्रेन

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

केंद्रीय बजट में की गई घोषणा के तहत आखिर भारतीय रेलवे ने किसानों के हितों में उनकी समृद्धि व उनके उत्पादों को देशभर में बाजार मुहैया कराने की दिशा में महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच रेलवे के इतिहास में पहली बार साप्ताहिक ‘किसान विशेष पार्सल ट्रेन’ को शुरू कर दिया है। इस ट्रेन का रेल मंत्री पीयूष गोयल व केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

नई दिल्ली कृषि भवन में आयोजित एक समारोह के तहत शुक्रवार को सुबह 11 बजे रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नासिक जिले के देवलाली (महाराष्ट्र) रेलवे स्टेशन से बिहार के पटना जिले में दानापुर रलेवे स्टेशन के लिए देश की पहली किसान विशेष पार्सल ट्रेन’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार शुरू की गई किसान रेल सेवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय को दोगुना करने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में भारतीय रेलवे ने किसान के सामने आई चुनौतियों के खिलाफ लड़ाई में लगातार कार्य किया और लाखों टन खाद्यान्नों का लदान करके देशभर में आपूर्ति किया गया। भारतीय रेल का लक्ष्य किसान रेल शुरू करने के साथ किसानों की आय को दोगुना करने में मदद करने का है। यह ट्रेन कम समय में सब्जियों, फलों जैसे कृषि उत्पादों को बाजार में लाने में मदद करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि कंटेनरों के साथ यह ट्रेन मछली, मांस और दूध के समावेश के लिए एक निर्बाध राष्ट्रीय शीत आपूर्ति श्रृंखला बनाने में कारगार साबित होगी। गोयल ने कहा कि देश के कोने-कोने तक ही नहीं, बल्कि विश्वभर में भारतीय किसानों का सामान आराम से पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि अभी यह पायलेट प्रोजेक्ट रुप में  यह किसान रेल चार राज्यों से गुजरते हुए किसाना उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के लिए चलेगी, जिसका जल्द ही इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। मसलन कश्मीर से कन्याकुमारी तक किसान रेल के माध्यम से सेब पहुंचे ऐसी तैयारी रेलवे द्वारा की जा रही है।  पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई यह ट्रेन चार राज्यों से होकर चलेगी।

किसानों के लिए गेम चेंजर

इस अवसर पर केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मोदी सरकार के बजट में घोषण के तहत शुरू की गई किसान रेल देशभर में कृषि उत्पादों का तेजी से परिवहन सुनिश्चित करने में गेम चेंजर साबित होगी। तोमर ने कोरोना संकट के इस दौर में खाद्यान्न आपूर्ति श्रृंखला के रखरखाव के लिए भारतीय रेलवे द्वारा खाद्यान्नों की देश के एक कोने से दूसरे कोने तक आपूर्ति करने के प्रयासों को भी सराहा। उन्होंने कहा कि कृषि उपज को सर्वोत्तम संभव वितरण और रिटर्न की आवश्यकता को भारतीय किसानों ने साबित कर दिया है कि वे कभी भी किसी आपदा या चुनौती का मुकाबला करने में पीछे नहीं हैं। तोमर ने कहा कि किसान रेल यह सुनिश्चित करेगी कि कृषि उत्पाद देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुँचें, ताकि किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को इसका लाभ मिल सके। इस कार्यक्रम में यहां नई दिल्ली में कृषि सचिव संजय अग्रवाल, रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात)  पूर्णेन्द्रु मिश्रा तथा किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के देवलाली स्टेशन पर कायर्क्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी के अलावा राव साहेब दानवे पाटिल, परषोत्तम रूपाला व कैलाश चौधरी, महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल, सांसद डा. भारती पंवार, हेमंत गोड़से, नरेंद्र जाधव, श्रीमती सरोज अहीरे समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी जुड़े। वहां मध्य रेलवे के महाप्रबंधक संजीव मित्तल, भुसावल मंडल रेल प्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने भी हिस्सा लिया।

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उत्पादों के परिवहन खर्च तय

भारतीय रेलवे ने प्रति टन माल के परिवहन खर्च को भी सार्वजनिक किया है। इसके अनुसार नासिक रोड/ देवलाली से दानापुर तक 4001 रुपये, मनमाड से दानापुर तक 3849 रुपये, जलगांव से दानापुर तक 3513 रुपये, भुसावल से दानापुर तक 3459 रुपये, बुरहानपुर से दानापुर तक 3323 रुपये तथा खंडवा से दानापुर तक 3148 रुपये तय किया है।

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यह होगी समय सारिणी

यह किसान रेल एक साप्ताहिक सेवा के रूप में हर शुक्रवार को देवलाली से सुबह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम पौने सात बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में यह रेलगाड़ी प्रत्येक रविवार को दानापुर से दोपहर 12 बजे रवाना होगी और अगले दिन शाम पौने आठ बजे देवलाली पहुंचेगी। मसलन एक फेरे में यह रेलगाड़ी 31.45 घंटे में कुल 1519 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और इस दौरान चार राज्यों से गुजरते हुए नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन और बक्सर में रुकेगी।

08Aug-2020

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