सोमवार, 24 अगस्त 2020

नमामि गंगे: जल शक्ति व खेल मंत्रालय मिलकर करेंगे गंगा की सफाई



राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन में खेल मंत्रालय भी बना सक्रिय साझीदार

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘नमामि गंगे’ मिशन में जल शक्ति मंत्रालय के साथ अब युवा कल्याण और खेल मंत्रालय ने भी हाथ मिलाया है, जिसमें खेल मंत्रालय देशभर में गंगा और अन्य सभी प्रमुख नदियों को स्वच्छ बनाने के लिए 75 लाख स्वयंसेवी युवाओं को मिशन में जुटेंगे।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय खेल एवं युवा कल्य़ाण मंत्री किरेन रिजिजू ने यहां नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में सहमति व्यक्त की और दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से गंगा सफाई से जुड़े नेहरु युवा केंद्र के अलग-अलग जिलों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। इन दोनों मंत्रालयों के मिलकर इस मिशन के तहत अब खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय अपने 75 लाख स्वयंसेवी युवाओं के साथ देश की सभी प्रमुख नदियों को स्वच्छ बनाने में साझेदार बनाएगा।

इस मौके पर अपने संबोधन में जलशक्ति मंत्री शेखावत ने कहा कि उन्हें इन युवाओं से जमीन की वास्तविक जानकारी मिलने की उम्मीद है, जिससे एक डाटा बेस तैयार कर आगामी नीति तय की जा सके और इसके लिए जरूरी है कि युवाओं से लगातार संवाद बना रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि जल से जुड़े कार्यों में युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी हो और गंगा सफाई के अभियानों में एनसीसी, एनएसएस और नेहरु युवा केंद्र की भूमिका बढ़ाई जाए। शेखावत ने कहा कि गंगा के पानी पर देश की 40 फीसदी आबादी निर्भर करती है, इसलिए इसके सफाई अभियान में जनभागीदारी अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गंगा से हमें जितना मिलता है हमें उतना ही उसे लौटाने की कोशिश भी करनी चाहिए और इसके लिए नदी तटों के आसपास की सफाई में स्थायित्व बना रहना चाहिए।

जनप्रतिनिधियों की भागीदारी जरुरी

इस मौके पर केंद्रीय युवा कल्याण एवं खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने गंगा सफाई में जनप्रतिधियों को भी शामिल करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि नेहरु युवा केंद्र और राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े लाखों युवा पहले ही नदियों की सफाई में लगे हैं, जिनकी संख्या जल्द ही एक करोड़ से ज्यादा हो जाएगी। रिजिजू ने भी नदियों की सफाई में जनभागीदारी पर जोर दिया। बैठक में नमामि गंगे परियोजना के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि गंगा की सफाई के लिए जमीनी स्तर पर 20 हजार गंगा दूत सक्रिय हैं, जिन्हें सारे जरूरी प्रशिक्षण दिए गए हैं। उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के 2336 गांवों में स्वच्छ गंगा मिशन को इससे गति मिली है। कोविड 19 का प्रकोप दूर होने के बाद दोनों केंद्रीय मंत्रालयों के मंत्री उत्तराखंड से पश्चिम बंगाल तक गंगा नदी के किनारों का दौरा कर सफाई कार्यक्रमों की जानकारी सीधे प्राप्त करेंगे। 

09Aug-2020 



 

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