बुधवार, 26 अगस्त 2020

उपराष्ट्रपति के रूप में सबसे ज्यादा वयस्त रहे वेंकैया नायडू

तीन साल के कार्यकाल में देश-विदेश के हर वर्ग से की सार्थक चर्चा

नायडू के कार्यकाल पर जारी हुई ई-बुक कनेक्टिंग, कम्युनिकेटिंग, चेन्जिंग

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।

उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के तीन साल के कार्यकाल जिस प्रकार से राष्ट्रहित में देश-विदेश के किसानों, वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, युवाओं, प्रशासकों, प्रमुख उद्योगपतियों और कलाकारों के साथ सार्थक चर्चाओं में व्यस्त रहा है उसी पर प्रकाशित एक पुस्तक के और राष्ट्रीय नीतियों के पूरा होने पर जारी पुस्तक कनेक्टिंग, कम्युनिकेटिंग, चेन्जिंग’ के ई-संस्करण का विमोचन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर और इसके कॉफी टेबल संस्करण प्रिंट का लोकार्पण रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।

यहां नई दिल्ली स्थित उपराष्ट्रपति निवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केन्‍द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग द्वारा 250 से अधिक पृष्ठों वाली इस पुस्‍तक को जारी किया गया। उपराष्ट्रपति नायडू के तीन साल के कार्यकाल पर जारी पुस्तक के ई-संस्‍करण कनेक्टिंग, कम्युनिकेटिंग, चेन्जिंगमें उपराष्ट्रपति के रूप में वेंकैया नायडू  के भारत और विदेश में उनकी यात्राओं सहित उनकी परिवर्तनशील गतिविधियों की शब्दों और चित्रों के माध्यम से वर्णित किया गया है, इसमें किसानों, वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, युवाओं, प्रशासकों, प्रमुख उद्योगपतियों और कलाकारों के साथ उनकी सार्थक बातचीत की झलक को भी दर्शाया गया है। इस पुस्तक में उपराष्ट्रपति की विदेश यात्राओं, विश्व नेताओं के साथ उनकी बातचीत और विभिन्न देशों में भारतीय प्रवासियों को उनके संबोधन से संबंधित कार्यक्रमों को भी शामिल किया गया है। वहीं सभापति के रूप में राज्यसभा में हुए बदलाव का जिक्र भी इस पुस्तक में किया गया है।

युवाओं के लिए खजाना साबित होगी ई-पुस्तक

ई-पुस्तक का विमोचन करते हुए केंद्रीय मंत्री जावडेकर ने कहा कि पुस्तक संवाद के जरिए लोगों से जुड़ने और बदलते भारत के बारे में है और पुस्तक का यह तीसरा संस्करण उन छात्रों के लिए एक खजाना है जो उपराष्ट्रपति के भाषणों का अनुसरण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाषण विचारों और भावनाओं से परिपूर्ण हैं और इनमें भाषा का एक अनूठा प्रवाह है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कॉफी टेबल बुक और इसके ई-संस्करण को लाने के लिए प्रकाशन विभाग का आभार जताया। ई-पुस्तक के कॉफी टेबल संस्करण प्रिंट का विमोचन करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वाकपटुता एक कला है। उपराष्ट्रपति अपने दिल से बोलते हैं तथा उनके भाषण उनके विचारों और भावनाओं का प्रतिबिंब हैं। उन्होंने कहा कि एक अच्छी पुस्‍तक ऐसा सबसे बड़ा उपहार है, जो एक पीढ़ी दूसरी पीढ़ी को दे सकती है और पाठक इस पुस्तक को बार-बार पढ़ते रहेंगे।

प्रति माह डेढ़ दर्जन समारोह में हिस्सेदारी

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने उनके तीन साल के कार्यकाल पर इस संकलन को लाने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय का आभार जताते हुए कहा कि यह प्रकाशन मुख्य रूप से उनके मिशनों और परिणामों के संदर्भ को परिभाषित करता है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में एक व्यस्त सार्वजनिक व्यस्तता थी, जिसके बाद कोरोना से प्रेरित असहज मंदी थी और पहले चरण में प्रति माह लगभग 20 सार्वजनिक कार्यक्रम हुए, जिनमें 14 दीक्षांत समारोहों और करीब 70 सार्वजनिक कार्यक्रमों को संबोधित किया। उन्होंने मुख्य रूप से किसानों, युवाओं, वैज्ञानिकों, प्रशासकों, उद्योगपतियों, डॉक्टरों और प्रवासी भारतीयों के साथ बात की है

मंत्रालय ने ऐसे किया संकलन

समरोह में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे ने कहा कि यह पुस्तक समाज के सभी वर्गों को प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि प्रकाशन विभाग राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के सभी भाषणों को रिकॉर्ड करने के लिए हर साल प्रयास कर रहा है, और उन्हें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से भविष्य की पीढ़ियों को उपलब्ध कराएगा। खरे ने प्रकाशन विभाग को कॉफी टेबल बुक के प्रकाशन के लिए उनके प्रयासों के लिए बधाई दी। यह पुस्तक वास्‍तविक और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। 

12Aug-2020

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