बुधवार, 26 अगस्त 2020

बुनियादी ढांचे व एमएसएमई क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय निवेश बढ़ाने की कवायद

गडकरी ने की इंडो-ऑस्ट्रेलियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स और वोमेनोवेटर के साथ चर्चा

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली।  

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय राजमार्गों और एमएसएमई क्षेत्रों को भारतीय अर्थव्यवस्था का इंजन करार दिया और इन दोनों क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों और निकायों से निवेश बढ़ाने का आह्वान किया है।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश में सड़क बुनियादी ढांचा और एमएसएमई में व्यापार निवेश और सहयोग पर वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए इंडो-ऑस्ट्रेलियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स और वोमेनोवेटर को संबोधित किया। इस बैठक में गडकरी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया पहले से ही सड़क सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं। इस सहयोग ने जनता के लिए बेहतर डिजाइन और जागरूकता के अवसर उपलब्ध कराए हैं। भारतीय सड़क सुरक्षा आकलन कार्यक्रम के तहत 21 हजार किलोमीटर लम्बी सड़कों का आकलन किया गया है और करीब तीन हजार किलोमीटर लम्बी सड़कों का तकनीकी उन्नयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर सड़क इंजीनियरिंग और सार्वजनिक जागरूकता में बढ़ोतरी से यह सुधार आया है। अनुमान है कि इन उन्नयन कार्यक्रमों से सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 50 प्रतिशत कमी आएगी। गडकरी ने यह भी जानकारी दी कि देश में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने का उद्देश्य 2030 तक शून्य सड़क मृत्यु दर अर्जित करना है। इस चर्चा के दौरान ऑस्ट्रेलिया के उप-प्रधानमंत्री माइकल मेककॉर्मेक ने इस अवसर पर भारतीय सड़क क्षेत्र के विकास और प्रगति, विशेष रूप से सड़क सुरक्षा क्षेत्र में भागीदारी करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की गहरी दिलचस्पी व्यक्त की। 

उन्होंने विशेष रूप से सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उनके देश द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया में मजबूत संबंध है। इससे पहले इतने मजबूत संबंध कभी नहीं रहे। इन संबंधों में व्यापक रूप से बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बुनियादी ढांचा निर्माण पर जोर दिया और कहा कि कोविड-19 पर काबू पाने का एक तरीका बुनियादी ढांचे का निर्माण करना भी है।

लागू है नया सड़क सुरक्षा कानून

नितिन गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए अनेक पहल करते हुए विश्व बैंक और एडीबी ने इस अभियान के लिए 7000-7000 करोड़ रुपये देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक जागरूकता और शिक्षा, आपातकालीन सेवाओं में सुधार, चिकित्सा बीमा पर जोर, अधिक से अधिक अस्पताल आदि उपलब्ध करा कर देश अपने सड़क सुरक्षा लक्ष्यों को प्राप्त करने के करीब पहुंच रहा है। उन्होंने मोटर वाहन अधिनियम-2019 का उल्लेख किया, जो देश में परिवहन क्षेत्र के सभी पहलुओं के लिए एक व्यापक कानून है।

पूंजी बाजार में प्रवेश करेगी एमएसएमई

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं एमएसएमई मंत्री गडकरी कहा कि केंद्र सरकार रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए गांव, कृषि और जनजातीये क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एमएसएमई एक ऐसा क्षेत्र है जो आने वाले वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि बुनियादी ढांचे और बीमा क्षेत्रों में निवेश खोल दिया गया है क्योंकि बीमा, पेंशन और शेयर अर्थव्यवस्थाओं में बड़े अवसर मौजूद है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई जल्दी ही पूंजी बाजार में प्रवेश करने वाली है।

13Aug-2020
 

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