बुधवार, 9 अगस्त 2017

राज्यसभा: नोटों की छपाई के मुद्दे पर हंगामा

नोटबंदी देश का सबसे बड़ा घोटाला: विपक्ष
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में नोटबंदी के बाद बाजार में नए नोटों की दो तरह की छपाई को लेकर विपक्ष ने राज्यसभा में सरकार पर निशाना साधते हुए नारेबाजी करके हंगामा किया, जिसके कारण बार-बार स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। इस मुद्दे पर सत्ताधारी दल और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई।
राज्यसभा की मंगलवार को शुरू हुई कार्यवाही के दौरान उपसभापति प्रो. पीजे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद जैसे ही शून्यकाल शुरू करने का ऐलान किया तो कांग्रेस ने सरकार पर खासकर 500 के नोटों की दो तरह की छपाई करने का आरोप लगया। कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने व्यवस्था के प्रश्न बताते हुए यह मुद्दाने के साथ 500-500 के नोटों की दो तरह की छपाई वाली प्रतिलिपियां भी सदन में लहराते हुए सरकार पर आर्थिक घोटाला करने का आरोप लगाया। सिब्बल ने आरोप लगाया कि दो तरह के नोट छापने से नोटबंदी करने का जवाब नोटो की दो प्रकार की छपाई से सामने आ गया है। इस पर प्रतिपक्ष नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने नोटबंदी और फिर दो तरह के नोटों की छपाई को देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया। इसी दौरान सदन में मौजूद केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने विपक्ष पर पलटवार करना चाहा तो सत्तापक्ष और कांग्रेस के सदस्यों के बीच झड़पे भी हुई। हालांकि इसी बीच आसन के करीब आकर नारेबाजी के साथ हंगामा कर रहे कांग्रेस सदस्यों को उपसभापति कुरियन ने यह कहकर शांत करने का प्रयास किया कि यदि दो प्रकार के भी नोट हैं तो भी इस मुद्दे को व्यवस्था के प्रश्न के तहत नहीं उठाया जा सकता, इसके लिए चर्चा चाहते हैं तो नोटिस देना चाहिए। कांग्रेस को इस मुद्दे पर जदयू के शरद यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेन आब्रायन आदि सदस्यों का भी समर्थन मिला।
बार-बार स्थगित हुई कार्यवाही
नोटों की छपाई को लेकर कांग्रेस के सदस्यों के आसन के करीब आकर हंगामा करने के कारण करीब साढ़े ग्यारह बजे 15 मिनट के लिए स्थगित की गई, लेकिन इसके बाद भी यही स्थिति रहने पर 12 बजे तक सदन की कार्यवाही का स्थगित कर दिया गया। इसके बाद सदन में पहुंचे सभापति ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया तो इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस सदस्य हंगामा करते रहे, हालांकि पहले सवाल को लिया भी गया, लेकिन उसमें बाधा डाली जाती रही और सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए फिर स्थगित हो गई। बैठक फिर से शुरू हुई कार्यवाही के दौरान भी जब हंगामा नहीं थमा तो पहले एक बजे और फिर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। दोपहर बाद जब दो बजे कार्यवाही शुरू हुई तो उपसभापति कुरियन ने लोकसभा में पारित मोटरयान संशोधन विधेयक को सदन की प्रवर समिति को भेजने पर बनी सहमति की जानकारी दी और इसके लिए गठित समिति के सदस्यों के नामों का भी ऐलान किया, लेकिन कांग्रेस सदस्य नोटों की छपाई के मुद्दों पर फिर से आसन के करीब आकर हंगामा करते हुए सरकार से जवाब मांगने लगे, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा।
चर्चा को तैयार सरकार
इस मुद्दे पर सरकार की ओर से संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और कानून रविशंकर प्रसाद मंत्री प्रसाद ने सदन में विपक्ष को भरोसा दिया कि वह चर्चा कराने के लिए तैयार है। इससे पहले केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली कांग्रेस के इस आरोप पर कांग्रेस पर जमकर बरसे और कहा कि विपक्ष सदन में कामकाज को रोककर बिना नोटिस दिए महत्वहीन मुद्दे उठाकर सदन की कार्यवाही को बाधित करने की नीयत बना चुका है, जबकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जिसमें कोई कागज लहरा कर व्यवस्था का प्रश्न उठाए। जेटली ने महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए सदन में विपक्ष पर शून्यकाल का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने ऐसे कई उदाहरण भी सदन में दिये, लेकिन विपक्ष हंगामा करता रहा।
09Aug-2017

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