शनिवार, 5 अगस्त 2017

आज होगा उपराष्ट्रपति का चुनाव

तैयारियों के साथ किया गया मतदान का पूर्वाभ्यास
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
पन्द्रहवें उपराष्ट्रपति के चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है, जिसके लिए कल पांच अगस्त को संसद भवन में होने वाले मतदान से पहले पूर्वाभ्यास भी किया गया। उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार एम. वेंकैया नायडू और यूपीए प्रत्याशी गोपालकृष्ण गांधी के बीच मुकाबला होगा, हालांकि मतों के गणित के लिहाज से राजग का पलड़ा भारी होने के कारण नायडू की जीत तय मानी जा रही है।
संसद भवन के कमरा नंबर 62 में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है, जहां शुक्रवार को राज्यसभा सचिवालय के अधिकारियों के साथ चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सभी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए मतदान की प्रक्रिया का पूर्वाभ्यास भी किया। इस तैयारियों के साथ मतदान अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के आलवा कुछ कर्मचारियों को मीडियाकर्मियों का रूप देकर चुनाव की कवरेज करन का भी पूर्वाभ्यास किया गया। राज्यसभा के महासचिव एवं उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी शमशेर के. शरीफ ने अपनी निर्वाचन टीम के साथ इस पूर्वार्भ्यास का निरीक्षण करके चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने कुछ नियम जारी किये थे, जिनके तहत सांसदों को बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग करनी है के लिए भी सतर्कता बरती जाएगी। आयोग के एक अधिकारी के अनुसार मतदान के दौरान किसी भी विवादित घटनाक्रम का वीडियों तैयार कराया जाएगा, ताकि मतदान प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे। 15वें उप राष्ट्रपति पद के लिए कल शनिवार को सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे और छह बजे मतगणना शुरू कर दी जाएगी। यानि शनिवार शाम को ही नतीजों के बाद तय हो जाएगा कि नया उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू होंगे या गोपालकृष्ण गांधी।
वेंकैया नायडू की जीत तय?
संसद के दोनों सदनों के सदस्यों के अंकगणित के आधार पर राजग की ओर से उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी एम. वेंकैया नायडू की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। राजग के चुनाव प्रबंधकों की माने तो दोनों सदनों में कुल सदस्य संख्या है 790 और अब राज्यसभा में भाजपा के सबसे ज्यादा 58 सांसद हैं, जबकि प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के 57 सांसद हैं। जहां तक गठबंधन का सवाल है उसमें भाजपा की नेतृत्व वाले राजग के पास लोकसभा में 340 और राज्यसभा में 85 सांसद हैं। इस प्रकार राजग के पास 425 वोटों का आंकड़ा है, जबकि दोनों सदनों में अन्नाद्रमुक, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस का समर्थन भी राजग को मिल गया है, जिनके दोनों सदनों में 67 सदस्य हैं। इस आंकड़े के हिसाब से राजग की झोली में 592 सदस्यों का वोट माना जा सकता है। इस बार के उपराष्ट्रपति चुनाव में जेडीयू के वोटों पर भी खास नजर होगी। नीतीश कुमार तब महागठबंधन के साथ थे जब उन्होंने गोपालकृष्ण गांधी के समर्थन का ऐलान किया था, लेकिन अब वे भाजपा के साथ हैं, लेकिन पहले ही गोपाल गांधी के समर्थन का ऐलान पर वह कायम हैं। जेडीयू के लोकसभा में 2 सांसद और राज्यसभा में 10 सांसद हैं।
783 सांसद करेंगे मतदान
केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति निर्वाचन अधिनियम 1952 और इस हेतु बनायी गयी नियमावली 1974 के तहत उपराष्ट्रपति पद के चुनाव हेतु संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित एवं नामित प्रतिनिधियों द्वारा गठित निर्वाचक मंडल के सदस्य मतदान कर सकते हैं। लोकसभा के 543 निर्वाचित एवं 2 मनोनीत सांसद के अलावा राज्यसभा के 233 निर्वाचित एवं 12 मनोनीत सांसदों को मिलाकर कुल 790 सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन मंडल में शामिल हैं। फिलहाल लोकसभा में चार और राज्यसभा में तीन रिक्तियां हैं, जिस वजह से 783 सांसद ही वोटिंग करेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही उपराष्ट्रपति का चुनाव सीक्रेट बैलेट के जरिए होगा, जिसके लिए आयोग ने विशेष पेन की व्यवस्था की है। यदि किसी अन्य पेन से मार्क किया गया तो उस वोट को अवैध करार दे दिया जाएगा।  
सचिन, मैरीकॉम व रेखा भी मतदाता
उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए नियमानुसार दोनों सदनों के मनोनीत सदस्य भी निर्वाचन मंडल में शामिल होते हैं। राज्यसभा में फिलहाल दस मनोनीत सदस्य हैं, जिनमें महानतम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और सिने तारिका रेखा गणेशन के अलावा अनु आगा, संभाजी छत्रपति, स्वप्न दासगुप्ता, रूपा गांगुली, नरेंद्र जाधव, एमसी मैरीकॉम, के पारासरन, गोपी सुरेश, सुब्रमण्यन स्वामी और केटीएस तुलसी शामिल हैं।
राजग ने भी किया पूर्वाभ्यास
पिछले माह राष्ट्रपति चुनाव में हुई गलती से सबक लेते हुए आज शाम हुई राजग की बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में राजग सांसदों ने उप राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के लिए पूर्वाभ्यास किया गया है। गौरतलब है कि गत 17 जुलाई को हुए राष्ट्रपति चुनाव में 21 सांसदों और 56 विधायकों का वोट रद्द कर दिया गया था, जिसमें कई सांसद भाजपा के भी शामिल थे। इसके लिए सभी सांसदों को बताया गया कि कैसे बैलेट पेपर पर प्रिफ्रेंशियल वोटिंग दी जाती है। 
05Aug-2017

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