बुधवार, 2 अगस्त 2017

भारतमाला में बनेंगे 24 हजार से ज्यादा हाइवे

पहले चरण में तेजी से हो रहा है निर्माण
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं और समुद्री सीमाओं की जद में आने वाले राज्यों को सड़क नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में शुरू की गई परियोजनाओं में 'भारत माला' के तहत पहले चरण में 24,800 किमी राष्ट्रीय राजमार्गो का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। केंद्र सरकार की इस मेगा परियोजना में निर्माण कार्य तेजी से शुरू किया गया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार भारतमाला परियोजना सीमावर्ती इलाकों को भारत के सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाएगी, ताकि देश की सीमाओं तक आवागमन में भी असानी हो सके और खासतौर से भारतीय सेनाओं और सुरक्षा बलों को अपने गंतव्य तक पहुंचना आसान हो सके। इस परियोजना के तहत उत्तराखंड के चीन और नेपाल से सटे संवेदनशील सीमांत इलाकों को सड़क नेटवर्क से जोड़ने का भी प्रस्ताव है। इसके पहले चरण में बनाए जा रहे 24,800 किमी राष्ट्रीय राजमार्गों में 20 हजार किमी सड़क ऐक्सेस कंट्रोल्ड हाइवे भी बनाया जा रहा है। सार्वजनिक निवेश बोर्ड पहले ही भारतमाला परियोजना के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके तहत मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क से अधिक सेतु भारतम् के तहत पुल यानि आरओबी के निर्माण के लिए 208 साइटें निर्धारित की गई हैं। इस परियोजना की जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना यानी एनएचडीपी में करीब 54 हजार किमी सड़क का विकास किया जा चुका है। मंत्रालय ने पूरे देश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर पुलों के इन्वेंट्री और हालत सर्वेक्षण के लिए एक भारतीय पुल प्रबंधन प्रणाली भी शुरू की है, जिसने अब तक 1,26,233 कल्विर्ट सहित 1,62,022 पुलों का सर्वेक्षण पहले ही पूरा कर लिया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि देश में फिलहाल 1457 रुपये की लागत वाली राजमार्ग विकास परियोजनाओं की लंबाई 45,830 किलोमीटर तक आंकी गई है, जबकि देश में 4.03 लाख 24 9 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का खाका तैयार किया गया है, जिसमें भूमि अधिग्रहण, उपयोगिता स्थानांतरण, मृदा और अन्य तंत्रों की मंजूरी जैसी अन्य सभी बाधाओं को दूर किया जा रहा है।

गुजरात से बंगाल तक नेटवर्क
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार आने वाले चार-पांच साल में भारतमाला नामक मेगा सड़क परियोजना पूरी होने के बाद देश के कम से कम 15 सीमावर्ती राज्यों और अन्य इलाके भारत के सड़क नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। इस भारतमाला की शुरूआत पश्चिम में सीमावर्ती राज्य गुजरात और राजस्थान से शुरू की जा रही है, जो पंजाब और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और इसके बाद उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्र से होते हुए पश्चिम बंगाल तक काम पूरा किया जाएगा। भारतमाला परियोजना देश के पूर्वी छोर से पश्चिमी छोर के सीमावर्ती क्षेत्रों तक की पहुंच बेहद आसान हो जाएगी और तटीय बंदरगाहों का गलियारा भी इस कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा। अगल अगले चरण में सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश से होते हुए मणिपुर और मिजोरम में काम पूरा करके भारत-म्यांमार सीमा तक सड़के बनाई जाएंगी।
02Aug-2017

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