सोमवार, 26 जून 2017

राष्ट्रपति चुनाव: जांच से पहले रद्द हुए नौ नामांकन

 इस बार मैदान अड़िग रह सकते हैं नरेन्द्रनाथ दूबे ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। 
राष्ट्रपति पद के लिए 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए अभी तक राजग की ओर से रामनाथ कोविंद समेत 33 लोग उम्मीदवारी पेश करते हुए 37 नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं, जिनमें से नौ नामांकन रद्द हो चुके हैं। वहीं इस बार के चुनाव में लगातार रायसीना हिल पहुंचने का सपना देखते आ रहे हठयोगी नाम से चर्चित नरेन्द्रनाथ दूबे अडिग के पहली बार नामांकन में सभी औपचारिकताएं पूरी करने से चुनाव मैदान में डटे रहने की संभावना बनी हुई हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए अंतिम तारीख 28 जून है और अभी तक इस पद के लिए 37 नामांकन दाखिल किये जा चुके है, जिनमें राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के तीन और पुणे के कोंडेकर विजय प्रकाश के दो सेट जमा किये गये हैं यानि कुल 33 लोगों ने अपनी उम्मीदवारी पेश की है। नामांकन पत्रों की जांच एक जुलाई को होनी है, लेकिन इससे पहले ही अभी तक दाखिल नामांकन पत्रों में से ऐसे नौ नामांकन पत्र रद्द किये जा चुके हैं, जिनमें आवश्यक दस्तावेज और जमानत राशि जमा नहीं कराई गई है। राजग के रामनाथ कोविंद के मुकाबले विपक्षी दलों की ओर से मीरा कुमार 28 जून बुधवार को नामांकन दाखिल करेंगी। इस बार खासबात यह है कि पिछली करीब पांच योजनाओं से लगातार प्रयास करते आ बनारस के नरेन्द्रनाथ दूबे अडिग ने इस बार पूरी तैयारी और नामांकन में सभी तरह की एतिहात बरतते हुए सभी औपचारिकताएं पूरी की हैं। मसलन 15 हजार रुपये की जमानत राशि के अलावा सभी आवश्यक दस्तावेज पेश करने के साथ 54 प्रस्तावकों और 60 अनुमोदकों के नाम व हस्ताक्षर के साथ अपना नामांकन दाखिल किया है, जिसके कारण पहली बार उनका नामांकन भरते ही रद्द नहीं हो सका। यदि जांच के दौरान कोई तकनीकी खामी सामने नहीं आई तो शायद बनारस के नरेन्द्रनाथ दूबे अडिग रायसीना हिल की चुनावी दौड में शामिल हो सकते हैं। 
क्या है हठयोगी की हठ
राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव हेतु नामांकन दाखिल करते समय वाराणसी निवासी नरेन्द्र नाथ दूबे अडिग की हठ यही है कि वह राष्ट्रपति का चुनाव लड़े और मुकाबले में बने रहें। इससे पहले अडिग के नाम मतदाता सूची से कभी मेल नहीं खा रहा था, जिसके कारण उनका नामांकन पिछले चुनाव तक भरने वाले दिन ही रद्द होता रहा है और फिर वह उप राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश करते रहे, लेकिन परिणाम नामांकन रद्द होने से उनके हाथ निराशा ही लगती रही। जबकि इस बार वह अपने मतदाता नामावली में ठीक कराने के बाद नामांकन दाखिल करने आए। अडिग ने एक बार फिर से नामांकन भरा है। अडिग अपने आपको राष्ट्रीय मानवाधिकार रक्षा समिति का अध्यक्ष होने के साथ वाराणसी बार एसोसिएशन ऑफ कन्ज्यूमर फोरम का पदाधिकारी होने का भी दावा कर रहे हैँ। अडिग अपने आपको हठयोगी की तरह प्रतिदिन की क्रिया में 7.5 मीटर कपड़ा पेट में डालने और निकालने के साथ नेत्र की साधना करने की दिनचर्या को भी बताते नहीं थकते। मसलन योग-साधना में दक्षता हासिल करने का दावा करते हैं। 
227June-2017

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