सोमवार, 19 जनवरी 2015

दुनिया की दस गंदी नदियों में गंगा व यमुना!

नदियों को प्रदूषणमुक्त रखना बड़ी चुनौती
देश में प्रदूषण की चपेट में हैं डेढ़ सौ नदियां
कर्मकांड से भी दूषित हो रही हैं नदियां
 ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
मोदी सरकार द्वारा गंगा और यमुना समेत देश की अन्य नदियों की दिशा और दशा सुधारने के लिए शुरू किये गये अभियान में नदियों को प्रदूषणमुक्त करना हालांकि एक बड़ी चुनौती है। देशभर में प्रदूषण की चपेट में करीब 150 नदियों में गंगा और यमुना नदी दुनिया की दस गंदी नदियों में भी शुमार हैं।
गंगा मिशन के तहत केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरोत्थान मंत्री सुश्री उमा भारती इस कार्यक्रम को जनांदोलन के रूप में चलाते हुए नदियों में प्रदूषण को स्थायी रोकने के लिए परियोजना को अंजाम देने के प्रयास में जुटी हुई हैं। सकारात्मक पहलू यह भी है कि इस अभियान में मोदी सरकार का पूरा तंत्र आपसी समन्वय के साथ उमा भारती की परियोजनाओं को सिरे चढ़ाने में पीछे नहीं हैं। फिर भी देश के 27 राज्यों में 150 नदियां ऐसी हैं जो प्रदूषण की चपेट में हैं, इनमें सबसे ज्यादा 28 नदियां महाराष्ट्र राज्य में हैं तो विकास की मिसाल कायम कर रहे गुजरात की 19 नदियों का भी प्रदूषण के कारण हाल बुरा है। राज्यवार प्रदूषित नदियों की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश तीसरे पायदान है जहां 12 प्रदूषित नदियां समस्या बनी हुई हैं। इसी प्रकार कर्नाटक में11 के अलावा मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 9-9 नदियां ऐसी हैं, जो प्रदूषण की चपेट में हैं। वहीं राजस्थान की पांच और झारखंड,उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की भी तीन-तीन नदियां प्रदूषित नदियों की सूची में शामिल हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से गुजरने वाली एक मात्र यमुना नदी का प्रदूषण तो अरसे से सुर्खिंयों में बना हुआ है। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों ही 21 राज्यों में 42 नदियों की दशा और दिशा सुधारने के लिए राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना और राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के अंतर्गत 10,716 करोड़ रुपये की राशि का अनुमोदन किया है।
दुनिया की सबसे गंदी नदियां
भारत की गंगा और यमुना जितनी पवित्र मानी जाती हैं, उतनी ही प्रदूषित होने के कारण अंतर्राष्ट्रीय नक्शे पर बनी हुई हैं। मसलन दुनिया की दस प्रदूषित नदियों के दायरे में गंगा और यमुना प्रमुखता से सुर्खियों में हैं। भारत की सबसे पवित्र मानी जाने वाली गंगा नदी देश की सबसे प्रदूषित नदियों में गिनी जाती है, जिसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर माना गया है कि धार्मिक कर्म कांड भी इस नदी को काफी गंदा कर रहे हैं। इसी कारण प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने गंगा पुनर्जीवन नाम का मंत्रालय बनाकर इस अभिशाप को धोने का फैसला किया। गंगा के बाद भारत की दूसरी सबसे पवित्र मानी जाने वाली यमुना नदी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और ताजमहल के शहर आगरा से होकर गुजरने वाली यमुना प्रदूषण से इतनी गंदी हो गई है कि कई जगहों पर सिर्फ नाले की तरह दिखती है। पडोसी देश बांग्लादेश की राजधानी ढाका के लोगों को हर रोज बूढ़ी गंगा के जल प्रदूषण से निपटना पड़ता है, जहां मिलों और फैक्ट्रियों का कचरा सीधा नदी में जाता है और यहां मरे हुए जानवर, नाले, सीवेज और प्लास्टिक भी पहुंचते हैं, जो बूढ़ी गंगा को और गंदी कर रहे हैं। दुनिया में अमेरिका की कुयाहोगा और मिसीसिपी नामक दो नदियों के नाम भी गंदी नदियों के रूप में शुमार हैं। इसके अलावा अर्जेंटीना की माताजा, जॉर्डन के अलावा चीन की पीली नदी भी प्रदूषित नदियों में शामिल है।
गंदगी में पहला पायदान
दुनिया में सबसे गंदी नदियो में इंडोनेशिया की सीटारम नदी को गिना जाता है। पिछले 20 साल में इसके आस पास 50 लाख की आबादी बसी है। इसके साथ ही प्रदूषण और गंदगी भी बढ़ी, जिससे निपटने के उपाय नहीं किए गए। इसके संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति की सेहत खतरे में बताई जाती है।
19Jan-2015

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