मंगलवार, 13 जनवरी 2015

दिल्ली में बजा चुनावी बिगुल!

सात फरवरी को वोटिंग, दस फरवरी को नतीजे
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
आखिर इंतजार के बाद भारत निर्वाचन आयोग ने दिल्ली में मध्यावधि चुनाव कराने की तारीखों को ऐलान कर दिया है। चुनावी कार्यक्रम के अनुसार 7 फरवरी को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान कराया जाएगा और दस फरवरी को चुनावी नतीजे घोषित हो जाएंगे।
सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्य निर्वाचन आयुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करते हुए कहा कि चुनाव का ऐलान होने के साथ ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत की घोषणा के अनुसार 14 जनवरी से नामांकन प्रकिया शुरू हो जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी तय की गई है। 22 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 24 जनवरी को प्रत्याशी अपने नामांकन पत्र वापिस ले सकेंगे। चुनाव आयोग ने इस चुनावी ऐलान में सात फरवरी को मतदान कराने का फैसला किया है और दस फरवरी को मतगणना करायी जाएगी। आयोग के मुताबिक 12 फरवरी 2015 तक चुनाव प्रकिया संपन्न कराया जाना है। मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार दिल्ली विधानसभा की कुल 70 में से 12 सीटें आरक्षित हैं, और नामांकन पत्र में उम्मीदवारों के लिए सभी कॉलम भरना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आयोग माइक्रो आॅब्जर्वरों की नियुक्ति करेगा। इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि वर्तमान टीम 10वें चुनाव की घोषंणा कर रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा भंग के बाद से आयोग के पास चुनाव कराने के लिए छह महीने थे, लेकिन दिल्ली में राष्टÑपति शासन लागू होने के कारण 15 फरवरी तक चुनावी प्रक्रिया खत्म की जानी जरूरी थी। उन्होंने कहा कि  परीक्षाओं और दूसरे कार्यक्रमों के मद्देनजर चुनाव की तारीख तय की गई है।चुनावों का ऐलान करने से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त संपत ने सोमवार को सुबह उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर चुनाव की तैयारियों का एक बार फिर से जायजा लिया और चुनाव की विधिवत कार्यक्रम तय करके चुनावों का ऐलान करने का फैसला किया।
चुनावी व्यवस्था
चुनाव आयोग ने कहा कि दिल्ली में 1 करोड़ 30 लाख वोटर है जो इस बार के चुनाव में वोट डाल सकेंगे। दिल्ली में 11 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशनों पर चुनाव होंगे। दिल्ली में 11763 पोलिंग स्टेशन है। वोटिंग के लिए ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। विकलागों के लिए अलग से वोट डालने का इंतजाम होगा। फोटो आई कार्ड के बगैर वोड नहीं डाला जा सकेगा। इस बार के चुनाव में एसएमएस के जरिए मतदाता के पोलिंग स्टेशन की जानकारी दी जाएगी। संपत ने कहा कि दिल्ली में पूरी तरह निष्पक्ष चुनाव कराए जाएंगे। इस चुनाव में नोटा का भी विकल्प होगा जिसे वोटर इस्तेमाल कर सकेंगे। आयोग का मानना है कि वोटिंग के दौरान अर्द्धसैनिक बलों की उपलब्धता को लेकर भी कोई समस्या नहीं है। सुरक्षा जानकारों की मानें तो दिल्ली में चुनाव के लिए सीआरपीएफ की 100 कंपनियां पर्याप्त होंगी।
राजनीतिक दलों में हलचल
दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान होने की संभावना पर सोमवार को ही चार बजे कांग्रेस ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई और अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करने के लिए नामों को अंतिम रूप दिया। कांग्रेस दिल्ली विधानसभा के लिए कांग्रेस 24 नामों की लिस्ट पहले ही जारी कर चुकी है। जबकि आम आदमी पार्टी ने लगभग सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिये थे। इसी प्रकार भाजपा को अपने उम्मीदवारों पर विचार विमर्श करना होगा, जिसके लिए भाजपा में गतिविधियां तेज हो गई हैं। गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का पिछला चुनाव दिसंबर 2013 में हुआ था, जिसमें चुनाव नतीजे भाजपा को 32, आप को 28, कांग्रेस को 8 और दो अन्य सीटे अन्य दलों के खाते में गई थी। यहां यह भी बताना जरूरी है कि दिल्ली के निर्वाचित तीन भाजपा विधायकों प्रवेश वर्मा, डा. हर्षवर्धन और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने पर इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले दिल्ली के खंडित जनादेश के बाद कांग्रेस के समर्थन से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, जिसमें अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने, लेकिन 49 दिन बाद लोकसभा चुनाव से पहले ही 14 फरवरी 2014 को केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और विधानसभा निलंबित हो गई थी, जहां राज्यपाल शासन के बीच ही सरकार बनाने की कवायद भी होती रही, लेकिन सरकार बनाने की सभी संभावनाओं के बाद 4 नवंबर 2014 को राष्ट्रपति द्वारा दिल्ली विधानसभा को भंग कर दिया गया था, जिसके कारण तीन विधानसभा सीटों के लिए उप चुनाव कराने की अधिसूचना को भी चुनाव आयोग को रद्द करना पड़ा था।
चुनाव कार्यक्रम
अधिसूचना- 14 जनवरी 2015 बुधवार
नामांकन की अंतिम तिथि- 21 जनवरी 2015 बुधवार
नामांकन जांच प्रक्रिया- 22 जनवरी 2015 गुरुवार
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि- 24 जनवरी 2015 शनिवार
मतदान- 07 फरवरी 2015 शनिवार
मतगणना- 10 फरवरी 2015
चुनाव प्रक्रिया का समापन- 12 फरवरी 2015
दिल्ली की तस्वीर
कुल विधानसभा क्षेत्र- 70
सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र- 12
कुल मतदाता- 1.30 करोड़
कुल मतदाता केंद्र 11763
मौजूदा दलीय स्थिति
भाजपा- 29
आप- 28
कांग्रेस- 08
अन्य- 02
रिक्त- 03 (भाजपा के तीन विधायकों ने सांसद बनने पर इस्तीफा दिया था)
13Jan-2015

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