सोमवार, 17 फ़रवरी 2014

बिखरे वोट बैंक को संजोने में जुटे अजीत !

न एक हुए तो बर्बाद हो जायेगा वेस्ट यूपी
प्रदेश की सपा सरकार को अय्याश बताया 
ओ.पी. पाल. शामली (उ.प्र.)।

दंगों के बाद शामली में पहली चुनावी सभा में रालोद प्रमुख चौधरी अजीत सिंह एवं उनके बेटे जयंत चौधरी ने जहां दंगों को सपा एवं भाजपा की देन बताया, वहीं दंगों के कारण बिगड़े सियासी समीकरणों को एक सूत्र में पिराने के लिए एकता का संदेश दिया। उन्होंने सचेत किया कि यदि सपा एवं भाजपा की साजिश हुए दंगों से फैली नफरत के चलते यदि समय न रहते एक न हुए तो पश्चिम उत्तर प्रदेश बर्बाद हो जायेगा।
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुए दंगों के कारण बिखरे सियासी समीकरण को समेटने के प्रयास में रालोद प्रमुख चौधरी अजीत सिंह ने यहां शामली और मुजफ्फरनगर में पिछले दिनों हुए सांप्रदायिक दंगों को सपा की यूपी सरकार की भाजपा के साथ सांठगाठ करार दिया। उन्होंने रालोद की इस जनसंदेश रैली के जरिए चौधरी चरण सिंह की नीतियों का हवाला देते हुए कहा कि यदि हिंदू-मुस्लिम एकजुट न हुए तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश बर्बाद हो जाएगा। अजीत ने प्रधानमंत्री का सपना देख रहे नरेन्द्र मोदी व मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि रालोद चाहता है कि इन दंगों की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा-भाजपा की साजिश से हुए इन राजनीतिक दंगों ने अपनों को अपने ही घर में शरणार्थी बना दिया है। इसलिए एेसे सियासी दलों से सावधान रहहने की जरूरत है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों खासकर गन्ना समस्या को लेकर भी अजीत सिंह ने सियासी दांव मारने में कोई कमी नहीं की। उन्होंने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के लिए केंद्र सरकार की किसानोंे के लिए अपनाई गई नीति का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने चीनी मिलों को ऋण देने का एेलान किया है जिसका उपयोग किसानों के भुगतान के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने रालोद के एक दिन के चक्का जाम के बाद झुकते हुए चीनी मिले चालू करने के आदेश देती नजर आई, लेकिन चीनी मिलों ने अभी तक किसानों के पिछले साल के गन्ना भुगतान करना शुरू नहीं किया है। इसलिए रालोद ने फैसला किया है कि इस गन्ना बकाया भुगतान के लिए समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में २६ फरवरी को चक्का जाम किया जाएगा।
नजरें २०१७ पर टिकी
रालोद की इस जनसंदेश रैली में चौधरी चरण सिंह की विरासत संभालने का जिक्र करते हुए अजीत सिंह के साहबजादे जयंत चौधरी ने कहा कि यूपी सरकार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, जहां चौतरफा कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है और सरकार अय्याशी में डूबी हुई है, रेपिस्ट गाडिय़ों में घूम रहे हैं, बिजली नहीं है सड़के टूटी है यानि विकास का कोई काम नहीं हो रहा है। इसलिए जयंत ने चौधरी चरण सिंह के अनुयायिायों से अपील की है कि वे वर्ष २०१७ की तैयारी करंे। कहीं एेसा न हो बसपा के बाद सपा और सपा के बाद बसपा की ही सरकार बने। इस विकल्प को तोडऩे का आव्हान करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह की विचारधारा की सरकार बनाने के लिए रालोद को भी मजबूत बनाएं और आप भी एकजुट होकर इसके लिए मजबूत हो, ताकि गरीब, किसानों और आम आदमी को न्याय मिल सके।
५६ इंच की छाती
चौधरी जयंत चौधरी ने सपा, भाजपा और अन्य दलों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि यदि आप चौधरी चरण सिंह के अनुयायी हैं तो उनकी विचारधारा के सामने किसी भी उन दलों के बहकावे में न आएं जो ५६ इंच की छाती फुलाकर पीएम बनने के सपने देख रहे हैँ।  उन्होंने चौधरी चरण सिंह के विजन को वापस लाने के लिए रैली में लोगों को रालोद को मजबूत करने की भी अपील की। जयंत ने सपा के एक मंत्री की भैंस चोरी होने पर भी कटाक्ष किये और कहा कि उन्हें तलाशने में प्रशासन भी कैसे चुस्त रहा, लेकिन सूबे में बढ़ती अराजकता के लिए प्रशासन और पुलिस प्रशासन के पास कोई नीति नहीं है।
17Feb-2014

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें