बुधवार, 26 मई 2021

कोरोना संक्रमण को लेकर ग्रामीण इलाकों ज्यादा फोकस

ऑक्सीजन की निगरानी के लिए गठित होगी समिति सीएम के साथ समीक्षा बैठक में शामिल हुए जिला उपायुक्त व अधिकारी हरिभूमि न्यूज.रोहतक। कोरोना नियंत्रण को लेकर समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशों के तहत रोहतक जिला प्रशासन ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति की निगरानी करेगा। जबकि ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाले टैंकर और ऑक्सीजन की मांग की निगरानी के लिए समिति का गठन भी किया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण पर फोकस किया जाएगा। दरअसल गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के जिला उपायुक्तों व अन्य प्रशासनिक उच्चाधिकारियों के साथ कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए किये गये प्रबंधों की समीक्षा की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने खासतौर से सभी जिला उपायुक्तों को ऑक्सीजन टैंकर्स को बॉटलिंग प्लांट पर अनलोड करवाते समय इस बात को ध्यान रखने को कहा है कि इस प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब न हो, ताकि अस्पतालों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित न हो सके। ऑक्सीजन की गंतव्य तक निर्बाध आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन टैंकरों के साथ पुलिस के वाहन चलाने को भी कहा गया है। ऑक्सीजन की उपलब्धता और उसकी अस्पतालों तक समय से आपूर्ति को लेकर गंभीर राज्य सरकार ने निर्देश दिये हैं कि आक्सीजन की मांग और आपूर्ति की निगरानी उपायुक्त स्वयं करें और अस्पतालों को सप्लाई की जा रही ऑक्सीजन की स्वयं निगरानी करें। मुख्यमंत्री के निर्देश पर रोहतक जिला प्रशासन ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाले टैंकर और ऑक्सीजन की मांग की निगरानी के लिए समिति का गठन भी करेगा। हालांकि कोरोना प्रबंधन को और ज्यादा बेहतर बनाने की दिशा में जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने पहले से ही निगरानी समितियां गठित की हुई हैं, जो कोरोना अस्पतालों का निरीक्षण करके वहां दी जा रही सुविधाओं और व्यवस्थाओं का लगातार निरीक्षण कर रही हैं। --------ग्रामीण क्षेत्रों में जांच शिविर---------- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार शहरी क्षेत्रों के अलावा कोरोना वायरस को नियंत्रण करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच कैंप लगाकर ग्रामीणों को कोरोना जांच और वैक्सीन के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। इसका मकसद कोविड-19 के संक्रमण का जल्दी पता लगाकर उस पर नियंत्रण करना है। कोरोना से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को जागरूक किया जाएगा, जिसमें मास्क लगाना, दो गज की सामाजिक दूरी का पालन करना, हाथों को बार-बार साबुन व हेंड सेनिटाइजर से साफ करना जैसी जानकारियां दी जाएंगी और उन्हें कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए भी प्रोत्सहित किया जाएगा। यही नहीं हालातों को देखते हुए रेपिड, एंटीजन एवं आरटीपीसीआर टैस्ट भी करवाएं जाएंगे। जागरूकता अभियान के दौरान गांवों में कोविड-19 से बचाव के संदर्भ में साहित्य भी वितरित करके ग्रामीणों में विश्वास बहाली का कार्य किया जायेगा, इसमें प्रशासन पंचायत के पूर्व जनप्रतिनिधियों को भी भागीदार बनाएगा। ------------- रोजाना तीन हजार टेस्ट: उपायुक्त-------------- मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा बैठक में जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि जिला में निगरानी समितियां गठित की गई है। ऑक्सीजन व आवश्यक दवाईयों की निगरानी के लिए भी समिति गठित की गई है। वहीं अस्पतालों के ऑडिट के लिए भी निगरानी समिति बनाई गई है। जिला में प्रतिदिन लगभग 3 हजार टैस्ट किये जा रहे है। जिला का रिकवरी रेट 89 प्रतिशत है। जिला में मृत्युदर एवं पॉजिटिविटी दर में कमी दर्ज की गई है। जिला प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन घोषित करने के साथ-साथ टिटौली गांव को सेनिटाइज कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में टैस्टिंग के साथ मरीजों को दवाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रशासन ने जिला में एम्बुलेंस के रेट निर्धारित किये गये है। ------------बैठक में ये रहे शामिल----------- कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ वीडियो कांफ्रेंसिक के जरिए समीक्षा बैठक में रोहतक जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं जिला के प्रभारी आनंद मोहन शरण, नगर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल, उपमंडलाधीश राकेश कुमार सैनी, मेजर गायत्री अहलावत व श्वेता सुहाग, पीजीआईएमएस के अतिरिक्त निदेशक सुरेंद्र सिंह, नगराधीश ज्योति मित्तल, जिला में तैनात एचसीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार, सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला, पीजीआई की सीएमओ डॉ. सुषमा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। 07May-2021

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