सोमवार, 3 मई 2021

मंडे स्पेशल: हरियाणा के सिर पर सजा है ‘बेरोजगारी’ ताज

बड़ा सवाल: निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत कैसे मिलेगा युवाओं को रोजगार! उच्च शिक्षित बेरोजगारों में छोरों से ज्यादा छोरियां शामिल राज्य में बढ़ती बेरोजगारी बनी युवा वर्ग के सिरदर्द का सबब! ओ.पी. पाल. रोहतक। हरियाणा में बेरोजगारी की समस्या कितनी विकराल है, उसका गवाह राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा राज्य के सर पर रखा ‘बेरोजगार’ दर का ताज है। देश में शीर्ष बेरोजगार दर वाले हरियाणा में राज्य सरकार ने युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मुहैया कराने के लिए निजी क्षेत्र में जो 75 फीसदी आरक्षण भी लागू किया है। ऐसे हालातों में एक बड़ा सवाल नजर आ रहा है कि राज्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा? वो भी जब राज्य सरकार ने मौजूदा वर्ष 2021-22 में हरियाणा के युवाओं को निजी क्षेत्र में न्यूजनतम 50 हजार नौकरियों से जोड़ने का लक्ष्य तय किया हो। रोजगार विभाग हरियाणा की सक्षम युवा के तहत रोजगार कार्यालयों के जरिये 3.58 लाख से ज्यादा ऐसे शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार की दरकार है, जिन्होंने पोस्ट ग्रेज्युएट, ग्रेज्युएट और 10+2 हायर सेंकेंडरी की शैक्षिक योग्यता के आधार पर 3 अपना पंजीकरण कराया हुआ है। खासबात ये है कि युवा वर्ग के इस पंजीकरण के आधार पर उच्च शिक्षा में छोरों से ज्यादा छोरियां रोजगार की तलाश में नजर आ रही हैं। यही नहीं छह थर्डजेंडर भी रोजगार की तलाश में रोजगार कार्यालय में पंजीकृत हैं। देश में बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने केंद्रीय रोजगार सृजन की योजनाओं के अलावा हरियाणा के युवाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की है, जिसमें ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजन के मकसद से हरियाणा युवा नौकरी प्रोत्साहन योजना के जिला स्तर पर रोजगार मेले आयोजित करने के कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। राज्य सरकार की बेरोजगारी की दर को कम से कम लाने की दिशा में कई योजनाओं को सक्षम युवा के तहत पंजीकृत युवाओं को योग्यता के आधार पर रोजगार मुहैया कराने की प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है। हालांकि इसके अलवा राज्य में सब्सिडीयुक्त प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री रोजगार योजना (पीएमआरवाई) और ग्रामीण रोजगार सृजन कार्यक्रम यानि पीएमईजीपी के अलावा मनरेगा में भी रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। ----------शिक्षित युवाओं को उम्मीदों की दरकार------------ हरियाणा में रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत 3,58,244 युवा-युवतियों में सबसे ज्यादा 1,84,351 युवा 10+2/हायरसेकेंडरी, 1,10,833 ग्रेज्युएट तथा 63,053 पोस्टग्रेज्युएट स्तर की शिक्षा ग्रहण करने वाले हैं। पोस्ट ग्रेज्युएट करने वालों में 18,195 युवा और 44,858 युवतियां, ग्रेज्युएट स्तर पर 53483 युवक और 57350 युवतियों के अलावा 10+2/हायरसेकेंडरी की शैक्षिक योग्यता के आधार पर रोजगार की तलाश में पंजीकृत सर्वाधिक 1,84,351 बेरोजगारों में 1,15,168 युवक और 69,183 युवतियां शामिल हैं। इनके अलावा सात थर्डजेंडर बेरोजगार भी शामिल हैं। -----------यहां छोरियों ने छोरों को पछाड़ा --------------- राज्य में हायर एजुकेशन के आधार पर युवकों से ज्यादा युवतियां बेरोजगारों में शामिल हैं। मसलन 9431 एमए युवकों के मुकाबले 26010, 1875 एमकॉम के सामने 7476, तो 2446 एमएससी युवाओं की तुलना में 6521 युवतियों को रोजगार चाहिए। यही नहीं एमसीए, एमफिल,एलएलएम, एमफार्मेसी, लाइब्रेरी साइंस की शिक्षा में भी युवक पीछें हैं। इसी प्रकार ग्रेज्युएट बेरोजगारों में भी बीए,बीकॉम,बीएसएससी जैसी शैक्षिक योग्यता में युवितयां बहुत आगे हैं। ---------सात र्थडजेंडरों को भी चाहिए रोजगार---------- हरियाणा में रोजगार की तलाश में युवा वर्ग ही नहीं, बल्कि शिक्षित थर्डजेंडर भी पीछे नहीं हैं। ऐसे बेरोजगारों में यमुनानगर से चार थर्डजेडरों ने रोजगार कार्यालय में पंजीकरण कराया है, जिनमें बीकॉम की योग्यता के आधार पर महक गर्ग और बी.फार्मेसी के आधार पर विकास शर्मा को रोजगार की तलाश है। जबकि एमएससी की योग्यता के साथ निधि गोयल और हायर सेकेंडरी के आधार पर प्रिंस सैनी ने अपना पंजीकरण कराया है। इसके अलावा हिसार रोजगार कार्यालय में एमए की योग्यता के आधार पर मुकेश कुमार, कैथल जिले में बीएससी योग्यता के आधार पर सपना तथा पानीपत में एमए की शैक्षित योग्यता पर जेजेकेके का पंजीकरण हुआ है। ----------कैथल जिले में सर्वाधिक बेरोजगार---------- हरियाणा के 22 जिलों में बेरोजगारों की संख्या में सर्वाधिक 40,784 बेरोजगार कैथल जिले में पंजीकृत हैं। इनमें 4936 पोस्ट ग्रेज्युएट, 10368 ग्रेज्युएट व 25480 हायरसेकेंडरी के बेरोजगार हैं। इन बेरोजगारों में 22,500 युवक, 18,283 युवतियां व एक थर्डजेंडर शामिल है। पंजीकृत बेरोजगार युवकों के मामले में जींद जिला दूसरे पायदान पर है, जहां 33463 बेरोजगारों में 19034 युवक व 14429 युवतियां शामिल हैं। इसके बाद यमुनानगर में 31686, हिसार में 31431 करनाल में 29172, रोहतक में 26472, भिवानी में 26462, कुरुक्षेत्र में 22575, सिरसा में 18023, फतेहाबाद में 17370, महेन्द्रगढ़ में 14588, अंबाला में 13837, सोनीपत में 11265 बेरोजगारों को रोजगार की तलाश है। राज्य में पंजीकृत बेरोजगारों में सबसे कम 1038 युवा वर्ग फरीदाबाद में हैं। ----------------------------- लगातार बढ़ रही बेरोजगारी दर-------- सीएमआईई के आंकड़ों पर गौर करें तो दिसंबर 2020 के दौरान देश में हरियाणा की बेरोजगार की दर सबसे अधिक 32.5 प्रतिशत रही। अब पिछले महीने फरवरी 2021 के दौरान राज्य के आंकड़े में सुधार के बाद बेरोजगारी में 26.4 प्रतिशत होने के बावजूद हरियाणा बेरोजगारी के मामले में देशभर में शीर्ष पर ही बना हुआ है। हालांकि जनवरी 2021 में राज्य की यह बेरोजगारी दर घटकर 17.7 आ गई थी और हरियाणा देश में बेरोजगारी के मामले में तीसरे पायदान पर आ गया था। राज्य में सबसे ज्यादा 43.2 प्रतिशत बेरोजगारी दर पिछले साल अप्रैल में कोरोना काल में दर्ज की गई थी। इसका तात्पर्य यह भी है कि वर्कफोर्स में हो रही वृद्धि की तुलना में नौकरी या रोजगार के अवसर उतने नहीं बढ़ रहे हैं। यानी या तो औद्योगिक, व्यावसायिक औऱ अन्य नौकरी प्रदाता संस्थान बढ़ नहीं रहे हैं या उनकी क्षमता कम हो रही है। ऐसी स्थिति में बेरोजगारी का दर बढ़ना लाज़िमी ही होगा। ------------------------- क्या है सरकार का लक्ष्य----------- हरियाणा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2021-22 में हरियाणा के युवाओं को निजी क्षेत्र में न्यू नतम 50 हजार नौकरियों से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य में सक्षम युवा योजना के तहत हरियाणा कौशल विकास मिशन प्लेकसमेंट सेल के जरिए से 14,710 सक्षम युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिये जाने का दावा है। वहीं सरकार ने अगले एक वर्ष के अंदर 1.5 लाख सक्षम युवाओं को इसका लाभ देने की घोषणा भी की है। सरकार ने तो पिछले पांच वर्ष में देश में 80 हजार युवाओं को नौकरियां देने का दावा करने के साथ ऐलान किया है कि मौजूदा पांच साल के कार्यकाल में पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य है। इसके लिए राज्य में एक लाख करोड़ का निवेश आकर्षित करने की योजना है। ----------------------------------- ---हरियाणा युवा नौकरी प्रोत्साहन योजना------ हरियाणा सरकार ने शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए हाल ही में केंद्रीय रोजगार योजनाओं के साथ ही हरियाणा युवा नौकरी प्रोत्साहन योजना की शुरूआत की है। यह योजना प्रदेश में रोज़गार को बढ़ावा देगी। इस योजना में सूक्ष्म और लघु विभाग के लिए युवाओं को रोज़गार मुहैया कराने की योजना है, क्योंकि हरियाणा में 1.20 लाख लघु व सूक्ष्म उद्योग के अलावा 2415 बड़े और मध्यम उद्योग भी है। इन उद्योगों का सालाना एक्सपोर्ट भी 89006.17 करोड़ रूपए आंका गया है। मनोहर सरकार चाहती है कि बड़े उद्योगों में तो रोज़गार सृजन हो, वहीं निजी सेक्टर में भी रोज़गार की समस्याएं दूर करके ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को लाभ मिले। इसी मकसद से हरियाणा सरकार ने निजी क्षेत्र में युवाओं के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की अधिसूचना जारी की है। युवा नौकरी प्रोत्साहन योजना का अहम उद्देश्य बेरोज़गार युवाओं को रोज़गार प्रदान करना है। इस योजना में 3 साल तक सभी हरियाणा के उद्योग या इंडस्ट्री को प्रति युवा को रोज़गार देने के लिए प्रतिमाह रुपये तीन हजार रूपए प्रोत्साहन राशि के रूप में अवतरित करने का प्रावधान है। यह योजना के तहत तीन साल में उद्योगों की प्रोत्साहन राशि बढ़कर 1.08 लाख रूपए तक कर दी जायेगी। -----हरियाणा रोज़गार मेला----- हरियाणा में बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार ने रोजगार मेला कार्यक्रम भी शुरू किया है, इसके लिए पंजीकृत युवा बरोजगारों को जिला स्तर पर आयोजित होने वाले रोजगार मेलों में बेरोजगार युवाओ को उनकी शैक्षित योग्यता के आधार पर निजी और प्राइवेट कम्पनियो में रिक्त पदों पर नौकरी उपलब्ध करायी जाएगी, जहां देश विदेश की कंपनियां पहुंचकर प्लेसमेंट प्रक्रिया शुरू करेंगी। इस कार्यक्रम के जरिए सरकार रोजगार कार्यालयों में 10वी, 12वी,बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, डिप्लोमा आदि शैक्षिक योग्यता के तहत पंजीकृत शिक्षित बेरोजगार युवाओं को निजी और प्राइवेट कम्पनियो में रिक्त पदों पर नौकरी के अवसर देने की कवायद कर रही है। ------------------------ -लॉकडाउन के बाद बढ़ी समस्या---- दरअसल पिछले साल मार्च में कोरोना आपदा के कारण लॉकडाउन के बाद तमाम औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां लगभग ठप हो गई थी, तो ऐसे में बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी होना लाजिमी था। लेकिन जुलाई से औद्योगिक और व्यायसायिक गतिविधियां धीरे धीरे बहाल होने लगी तो इसके बावजूद भी बेरोजगारी की दर में उतार चढ़ाव जारी है। इसका कारण साफ है कि अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने का इंतजार है। वैसे भी हमारी आर्थिकी, लॉक डाउन और कोरोना आपदा के बाद सामान्य होती हुई परिस्थितियों में भी नौकरी या रोजगार के उतने अवसर नहीं पैदा कर सकी, जितनी की उसे करना चाहिए था। अगर शहरी और ग्रामीण सेक्टरों में बांट कर अलग अलग इस दर को देखें तो, बेरोजगारी की दर, ग्रामीण क्षेत्र में अधिक भयावह और चिंताजनक है। ----------------------------- बेरोजगारी का बढ़ने का क्या अर्थ है?------------- किसी भी देश या राज्य में बेरोजगारी का बढ़ना, महज कुछ आंकड़ों का फेरबदल नहीं है, बल्कि समाज में व्याप्त अंसन्तोष, आक्रोश और अवसाद का भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है। मसलन देश में बढ़ती हुई बेरोजगार युवाओं की संख्या समाज के तानेबाने को छिन्नभिन्न कर सकती है और इसका सीधा असर अपराध की स्थिति को भी पर पड़ता है। यह जब जनअसंतोष का रूप ले लेता है, तो बेरोजगारी की समस्या तो अलग छूट जाती है और अन्य नयी समस्यायें पैदा होने लगती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती बेरोजगारी का कारण सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाइयों पर सरकार की आर्थिक नीतियों का असर पड़ना है। ------------------------ दस फीसदी आत्महत्या का कारण बेरोजगारी--------- नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की कुछ महीने पहले जारी रिपोर्ट पर गौर करें तो साल 2019 में आत्महत्या करने वाले कुल 1,39,123 लोगों में से दस फीसद ऐसे थे, जिन्होंने बेरोजगारी से तंग आकर यह कदम उठाया था। यानी यदि साल 2019 की बात करें तो हर रोज करीब 38 बेरोजगारों ने खुदकुशी की। बेरोजगार लोगों की आत्महत्या का यह आंकड़ा पिछले 25 साल में सबसे ज्यादा रहा। पिछले कोविड संक्रमण की वजह से मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन के बाद यह संख्या और भी ज्यादा हुई है। बेरोजगार युवकों की आत्महत्या का यह आंकड़ा किसानों की आत्महत्या से भी ज्यादा है। आत्महत्या करने वालों में ज्यादातर वे छात्र हैं जो किसी परीक्षा में फेल हो जाते हैं या फिर प्रतियोगी परीक्षा में असफल रह जाते हैं और अवसादग्रस्त होकर खुदकुशी जैसा कदम उठाते हैं। --------------- हरियाणा में पिछले 14 माह की बेरोजगारी दर---------- जनवरी 2020 20.3% फरवरी 2020 25.8 % मार्च 2020 25.1% अप्रैल 2020 43.2% मई 2020 29.0 % जून 2020 26.7% जुलाई 2020 24.2% अगस्त 2020 33.5% सितंबर 2020 19.3 % अक्टूबर 2020 27.3% नवंबर 2020 25.6% दिसंबर 2020 32.5% जनवरी 2021 17.7% फरवरी 2021 26.4% -------------------- हरियाणा(पंजीकृत बेरोजगार 3,58,244)----- पोस्ट ग्रेज्युएट=63053 --पुरुष-18195/महिला-44858/थर्डजेंडर-3-- ---------------- ग्रेज्युएट=1,10,833-- --पुरुष-53483/महिला-57350/थर्डजेंडर-3-- ------------------------ हायर सेकेंडरी 10+2=1,84,351--- पुरुष-115168/महिला-69183/थर्डजेंडर 1---- 29Mar-2021

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