सोमवार, 3 मई 2021

सर्वेक्षण: रहने लायक शहरों में हरियाण के गुरुग्राम समेत तीन शहर शामिल

देश में ईज ऑफ लिविंग व नगर निगम कार्य निष्पादन सूचकांक जारी हरियाण के गुरुग्राम समेत तीन शहर शामिल गुरुग्राम ने टॉप टेन शहरों में बनाई जगह ओ.पी. पाल.रोहतक। केंद्र सरकार ने गुरुवार को एक ऑनलाइन सर्वेक्षण के आधार पर दस लाख और उससे कम आबादी वाले 111 प्रमुख शहरों के लिए ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स (ईओएलआई) 2020 और 114 शहरों के लिए नगर पालिका परिषद या नगर निगम कार्य निष्पादन सूचकांक (एमपीआई) 2020 की रैंकिंग जारी की है। इसमें हरियाणा राज्य के गुरुग्राम, करनाल और फरीदाबाद शहर भी शामिल किये गये हैं, जिनमें गुरुग्राम देश के टॉप टेन शहरों में शामिल है, जबकि नगर निगम के सूचकांक में करनाल ने देश में चौथे स्थान पर जगह बनाई है। देश में ईज ऑफ लिविंग यानि जीवन जीने की सुगमता के सूचकांक में हरियाणा का गुरुग्राम आठवीं रैंकिंग के साथ टॉप टेन में शामिल है, जिसे 56 अंक मिले हैं। जबकि नगर पालिका कार्य निष्पादन सूचकांक में गुरुग्राम 45.84 अंक लेकर 15वीं रैंकिंग लेने में कामयाब रहा। राज्य के करनाल शहर ने भी ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स में 15वीं रैंकिंग हासिल की है, तो नगर पालिका कार्य निष्पादन सूचकांक में करनाल देश में चौथी रैंकिंग हासिल करने में सफल रहा। हरियाणा के तीसरे शहर के रूप में फरीदाबाद शहर को 51.26 अंक के साथ ईज ऑफ लिविंग और 41.45 अंक के साथ नगर पालिका कार्य निष्पादन यानि दोनों सूचकांक में 40वीं रैंकिंग दी गई हैं। गुरुग्राम: जीवन जीने की सुगमता के लिए गुरुग्राम के सर्वे में शामिल प्रमुख मानकों के तहत 53.30 अंक के साथ जीवन की गुणवत्ता में 21वीं, 32.50 अंकों के साथ आर्थिक क्षमता में 2वी, स्थिरता में 57.34 अंकों के साथ 14वीं, सिटीजन पर्सेप्शन में 70 अंकों के साथ 51वीं रैंकिंग मिली है। जबकि नगर पालिका परिषद कार्य निष्पादन सूचकांक के मानकों के तहत गुरुग्राम नगर निगम को सर्विस में 57.07 अंकों के साथ 22, फाइनेंस में 58.05 के साथ 7, प्लानिंग में 29.34 के साथ 30, टेक्नोलॉली में 19.61 के साथ 32 और गवर्नेस में 48.83 के साथ 12वीं रैंकिंग मिली है। करनाल: हरियाणा के करनाल शहर को जीवन जीने की सुगमता के लिए प्रमुख मानकों के तहत 51.73 अंक के साथ जीवन की गुणवत्ता में 30, आर्थिक क्षमता में 3.88 अंकों के साथ आर्थिक क्षमता में 44, स्थिरता में 70.65 अंकों के साथ एक और सिटीजन पर्सेप्शन में 72.20 अंकों के साथ 45वीं रैंकिंग हासिल हुई है। जबकि नगर पालिका परिषद कार्य निष्पादन सूचकांक के मानकों के तहत करनाल नगर निगम को सर्विस में 61.91 अंकों के साथ 6वीं, फाइनेंस में 50.24 के साथ 37, प्लानिंग में 39.51 अंक के साथ 16, टेक्नोलॉली में 34.33 के साथ चौथी और गवर्नेस में 58.48 अंक के साथ दूसरी रैंकिंग मिली है। फरीदाबाद: राज्य के फरीदाबाद शहर को जीवन जीने की सुगमता के लिए प्रमुख मानकों के तहत 45.57 अंक के साथ जीवन की गुणवत्ता में 45, आर्थिक क्षमता में 14.10 अंकों के साथ आर्थिक क्षमता में 22, स्थिरता में 53.18 अंकों के साथ 36 और सिटीजन पर्सेप्शन में 75.20 अंकों के साथ 30वीं रैंकिंग मिली है। जबकि नगर पालिका परिषद कार्य निष्पादन सूचकांक के मानकों के तहत फरीदाबाद नगर निगम को सर्विस में 47.01 अंकों के साथ 44वीं, फाइनेंस में 48.07 अंक के साथ 39वीं, प्लानिंग में 47.22 अंक के साथ 16वीं, टेक्नोलॉली में 19.96 के साथ 41वीं और गवर्नेस में 38.25 अंक के साथ 40वीं रैंकिंग हासिल हुई है। -----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
हरियाणा: तीन शहरों में 5 पिलरों और 100 संकेतकों पर युवा वर्ग ने लिया सर्वे में हिस्सा पहली बार हुआ नगर निगमों के प्रदर्शन पर सर्वेक्षण हरिभूमि न्यूज.रोहतक। केंद्र सरकार द्वारा जारी ईज ऑफ लिविंग और नगरपालिका कार्य निष्पादन सूचकांक में हरियाणा के गुरुग्राम, करनाल और फरीदाबाद शहर भी शामिल किये गये हैं। इस सर्वेक्षण के लिए पूरे देश में दोनों सूचकांक शहरी जीवन के विभिन्न मापदंडों के बारे में शहरों के कार्य प्रदर्शन का पता लगाने के प्रयास में हरियाणा में युवा वर्ग को शामिल किया गया गया। खासकर इन दोनों सूचकांक में प्रदर्शन रैकिंग के लिए हरियाणा के इन तीन शहरों में 5 पिलरों और 100 संकेतकों में 18 से 35 आयुवर्ग और उससे ऊपर के साथ की गई बातचीत के आधार को शामिल किया गया है। हरियाणा के गुरुग्राम में ईओएलाई के लिए सिटीजन परपेक्शन में युवा पुरुषों ने 74.94 और महिलाओं ने 72.28 अंक दिये, जबकि इससे अधिक आयु वर्ग के पुरुषों ने 73.96 तथा महिलाओं ने 72.69 अंक दिये। जबकि करनाल में 18 से 35 आयु वाले पुरुषों ने 71.13 व महिलाओं ने 73.99 अंक दिये, जबकि इससे अधिक आयु वाले पुरषों ने 70.81 और महिलाओं ने 73.04 अंक तक का आंकड़ा पहुंचाया। इसी प्रकार फरीदाबाद शहर की बात की जाए तो से 35 आयु वर्ग के पुरुषों ने 73.68 और महिलाओं ने 72.83 अंक दिये। जबकि इससे ऊपर आयु वर्ग के पुरषों ने 74.94 और 73.45 महिलाओं ने अंक देते हुए इन संकेतकों में सकारात्मक भूमिका निभाई जिनकी बदौलत राज्य के तीनों शहर इन दोनों संकेतकों की रैंकिंग में शामिल हुए। ------------------ऐसे किया गया तकनीक पिलरों का इस्तेमाल------------------ इस मूल्यांकन में सिटीजन पर्सेप्शन सर्वे (सीपीएस) के माध्यम से नगर के प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सेवाओं के बारे में नागरिकों के दृष्टिकोण भी शामिल किये गये हैं। इसमें तकनीक पिलर में कैसे तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, प्लानिंग में कैसे शहर कि विकास के लिए प्लानिंग करके काम किया जा रहा है। वहीं प्रशासन कैसा है जिससे लोगों को फायदा हो रहा है। इनके तहत ही साफ-सफाई, स्वास्थ्य, रजिसट्रेशन और परमिट जैसे नगर निगमों के कामों को शामिल किया गया है। इन तीनों शहरों में ईज ऑफ लिविंग के पाचं पिलरों में लोग जीवन की गुणवत्ता से 35 फीसदी, सिटीजन परपेक्शन में 30 स्थिरता में और आर्थिक क्षमता में 15 फीसदी हिस्से में विभाजित किया गया। इन सबके अंक देकर उनकी समीक्षा करने के बाद इन नगर निगमों की रैंकिंग की गई। हालांकि 5 पिलरों में नगर निगमों की सेवाएं, आर्थिक स्थिति, पॉलिसी, तकनीक और प्रशासन कैसा है को भी खासतौर से शामिल किया गया। रैंकिंग करते वक्त नगर निगमों की सेवाओं में लोगों को साफ पानी, शहर का इंफ्रास्ट्रेक्चर, शिक्षा जैसी कैटगरी शामिल की गई है जिसमें वित्तीय स्थिति में रेवेन्यू की स्थिति के साथ ही बजट का प्रबंधन कैसे किया जा रहा है, जैसे बिंदुओं को सर्वे का हिस्सा बनाया गया। ----------------ऐसे किया गया प्रदर्शन का मूल्यांकन---------------- सरकार के ईओएलआई इंडेक्स की तरह एमपीआई 2020 के तहत मूल्यांकन ढांचे में जनसंख्या के आधार पर तीनों जिलों के नगर निगमों को दस लाख से अधिक जनसंख्या वाली नगरपालिका और 10 लाख से कम आबादी के आधार पर श्रेणीबद्ध किया गया है। एमपीआई द्वारा तीनों नगर निगमों के लिए इस मूल्यांकन सेवाएँ, वित्त, नीति, प्रौद्योगिकी और शासन पाँच वर्टिकलों में क्षेत्रवार किए गए प्रदर्शन की जांच की गई। हालांकि ईओएलआई के दायरे को बढाकर इसे अधिक मजबूत बनाने के लिए देश में पहली बार नगर निगम या नगरपालिका कार्य प्रदर्शन सूचकांक मूल्यांकन किया गया है। जिसमें हरियाणा के करनाल नगर निगम का बेहतर प्रदर्शन सामने आया।इसके सर्वेक्षण के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, जल और अपशिष्ट जल, एसडब्ल्यूएम और स्वच्छता, पंजीकरण और परमिट, बुनियादी ढांचा, राजस्व प्रबंधन, व्यय प्रबंधन, राजकोषीय जिम्मेदारी, राजकोषीय विकेंद्रीकरण, डिजिटल प्रशासन, डिजिटल पहुंच, डिजिटल साक्षरता, योजना तैयार करना, योजना लागू करना, योजना प्रवर्तन, पारदर्शिता और जवाबदेही, मानव संसाधन, भागीदारी और प्रभावशीलता जैसे 20 विभिन्न क्षेत्र को चुना गया। इसी प्रकार ईओएलआई का मूल्यांकन जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास के लिए विभिन्न पहलों यानि जीवन की गुणवत्ता, शहर की आर्थिक क्षमता, स्थिरता और लचीलापन के आधार पर किया गया। इस मूल्यांकन में सिटीजन पर्सेप्शन सर्वे (सीपीएस) के माध्यम से नगर के प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सेवाओं के बारे में नागरिकों के दृष्टिकोण भी शामिल किये गये हैं। नगर निगम के कार्य प्रदर्शन सूचकांक का मकसद उनकी कार्यक्षमता और उनकी विकास क्षमताओं की सीमा के बारे में सक्षम जानकारी को पारदर्शी बनाना है। 05Mar-2021

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