बुधवार, 5 मई 2021

अब हरियाणा में भी होगी डिजिटल खेती

कृषि मंत्रालय व माइक्रोसॉफ्ट के बीच हुआ करार हरिभूमि न्यूज.रोहतक। केंद्र सरकार की कृषि और किसानों की आमदनी में इजाफा करने के मकसद से खेती में तकनीकी इस्तेमाल पर बल देने के तहत अब हरियाणा में भी डिजिटल खेती होगी। भारतीय खेती-किसानी में आधुनिक तकनीक के उपयोग के माध्यम से किसानों को सुविधा और उनकी आमदनी बढ़ाने की दिशा में बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की मौजूदगी में कृषि मंत्रालय व माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के बीच एक समझौता ज्ञापन यानि एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं। इस करार के तहत हरियाणा व मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों के दस जिलों में 100 गांवों फसलोपरांत प्रबंधन एवं वितरण सहित स्मा र्ट एवं सुव्यकवस्थि त कृषि के लिए किसान इंटरफेस विकसित करने हेतु माइक्रोसाफ्ट पायलेट प्रोजेक्ट शुरू करेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए माइक्रोसॉफ्ट अपने स्थानीय भागीदार, क्रॉपडेटा के साथ शामिल हुआ है। कैबिनेट मंत्री तोमर ने इस मौके पर कहा कि यह प्रोजेक्ट एक वर्ष के लिए है व एमओयू करने वाले दोनों पक्षकार अपनी स्ववयं की लागत से इसका खर्च वहन करेंगे। इस प्रोजेक्ट से चयनित 100 गांवों में किसानों की बेहतरी के लिए विविध कार्य होंगे, जो उनकी आय बढ़ाएंगे। ये प्रोजेक्ट किसानों की आदान लागत को कम करेगा व खेती में आसानी सुनिश्चित करेगा। देश में वाइब्रेंट डिजिटल कृषि पारिस्थिवतिक प्रणाली बनाने के लिए अन्य सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के प्लेायरों के साथ इसी प्रकार के पायलेट प्रोजेक्ट शुरू करने का प्रस्ता्व है। तोमर ने कहा कि इस तकनीकी उपयोग से किसानों के लिए खेती मुनाफे का सौदा बनेगी और वहीं नई पीढ़ी भी कृषि की ओर आकर्षित होगी। केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि सरकार का उद्देश्य असंगत सूचना की समस्याे दूर करके किसानों की आय में वृद्धि करना है। इस लक्ष्यर को प्राप्तग करने के उद्देश्य से कई नई पहल शुरू की गई हैं। इस संबंध में एक प्रमुख पहल राष्ट्री य कृषक डेटाबेस पर आधारित कृषि-कोष बनाना है। सरकार देशभर से किसानों के भू-रिकार्डों को जोड़कर किसान डेटाबेस तैयार कर रही है। पीएम किसान, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित सरकार के पास उपलब्ध आंकड़े समेकित कर लिए गए हैं व अन्य आंकड़ों को जोड़ने की प्रक्रिया जारी है। कृषि मंत्रालय की सभी योजनाओं में जो भी परिसंपत्तियां निर्मित होगी, उसके जियो टैगिंग के लिए भी कृषि मंत्री तोमर ने निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कृषि अर्थव्यवस्था हमारे देश की रीढ़ की तरह है। कृषि क्षेत्र ने कोरोना महामारी जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों में भी देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक योगदान दिया है। कृषि का कोई भी नुकसान देश का ही नुकसान होता है, इसलिए प्रधानमंत्री ने अनेक कार्य हाथ में लिए हैं। एक के बाद एक योजनाओं का सृजन व क्रियान्वयन हो रहा है,ताकि छोटे किसानों के लिए खेती लाभप्रद बनें। 15Apr-2021

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