केंद्रीय
जलशक्ति मंत्री शेखावत ने की परियोजनाओं की समीक्षा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
गंगा एवं
सहायक नदियों की स्वच्छता के लिए चलाए जा रहे नमामि गंगे मिशन पर केंद्र सरकार ने
परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिय है। इसके लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री
गजेन्द्र सिंह शेखावत उत्तराखंड में नमामि गंगे परियोजनाओं की समीक्षा करने के साथ
कई परियोजनाओं का निरीक्षण भी किया।
यह
जानकारी केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय एवं एनएमसीजी ने देते हुए बताया कि केंद्रीय
मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राष्ट्रीय गंगा स्वच्छता मिशन के महानिदेशक राजीव
रंजन मिश्रा और कार्यकारी निदेशक अशोक कुमार के साथ गुरुवार को अपने उत्तराखंड के
एक दिन के दौरे के दौरान ऋषिकेश और हरिद्वार में चल रही नमामि गंगे परियोजनाओं की समीक्षा
की और सराय सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का लघु मॉडल का अवलोकन करने के साथ निर्माणाधीन
जगजीतपुर एसटीपी का भी निरीक्षण भी किया। उन्होंने एनएमसीजी के महानिदेशक राजीव रंजन
मिश्रा के साथ जगजीतपुर एसटीपी के लिए आगे के रोडमैप पर चर्चा के बाद हरिद्वार में
426.98 करोड़ रुपये की लागत वाली 4 परियोजनाओं को मंजूरी भी दी, जिनमें 2 परियोजनाएं
इंटरसेप्शन और डायवर्सन (आईएंडडी) के बिछाने से संबंधित और दो परियोजनाएं 82
(68+14) मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) एसटीपी क्षमता बनाने के लिए हैं। उन्होंने
परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने का निर्देश देते हुए स्वीकृत परियोजनाओं को
आगामी अगस्त माह तक पूरा करने को भी कहा। शेखावत ने हरिद्वार के चंडी घाट में रिवर
फ्रंट डेवलपमेंट, रिवर प्रोटेक्शन का काम, स्नान घाट और श्मशान घाट का निर्माण
69.18 करोड़ की कुल लागत से पूरी की गई परियोजनाओं का भी अवलोकन किया। इसी प्रकार
ऋषिकेश में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत एनएमसीजी ने 163.2 करोड़ रुपये की लागत
वाली नालों के इंटरसेप्शन एंड डायवर्जन और मौजूदा 6 एमएलडी एसटीपी क्षमता के स्थान
पर 26 एमएलडी एसटीपी के निर्माण की परियोजना के अलावा मुनि की रेती में परियोजनाओं
के लिए कुल 80.45 करोड़ की परियोयजनाओं की मंजूरी दी गई। उन्होंने लकड़घाट में 6 एमएलडी
एसटीपी परियोजना का दौरा करते समय, मंत्री ने अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की और
परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
14June-2019
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