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रेलवे ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय रेल
द्रुत परिवहन में एक व्यवहारिक एवं ऊर्जा कार्यकुशलता जैसे माध्यम से देश में
पर्यावरण संरक्षण के प्रति रेलवे पूरी तरह सजग है। रेलवे अन्य दूसरी परिवहन प्रणालियों
की तुलना में कहीं अधिक पर्यावरण अनुकूल है और रेलवे के विद्युतीकरण जैसी
प्रणालियों से पर्यावरण संरक्षण में और भी अधिक भूमिका निभाने की संभावनाएं प्रबल
होंगी।
भारतीय
रेल के सबसे बड़े जोन उत्तर रेलवे ने बुधवार को यहां उत्तर रेलवे मुख्यालय बडौदा
हाउस में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। इस दौरान यहां अपर महाप्रबंधक सुश्री अर्चना जोशी
के नेतृत्व में एक जागरूकता रैली भी निकाली गई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारतीय
रेल द्रुत परिवहन देश में बहुत बड़े पैमाने
पर रेलयात्रियों का आवागमन और माल ढुलाई का परिवहन सुनिश्चित करता है, जो भारत की अर्थव्यवस्था
का अति महत्वपूर्ण अंग भी है। उत्तर रेलवे अपने मंडलों, रखरखाव कार्यशालाओं एवं उत्पादन
यूनिटों के भीतर ऊर्जा कार्यकुशलता के सुधार की जरूरत पर सचेत रहता है, जिसने रेलवे
ने पिछले कुछ वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा (कोच एवं स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल) के
उपयोग को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किये हैं और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने
के लिए रेल मार्गों पर विद्युतीकरण प्रणाली के साथ सभी रेलवे परिसरों एवं स्टेशनों
में 100 प्रतिशत एलईडी लाइटिंग सिस्टम करने से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी
जिम्मेदारी निभा रहा है। इसके अलावा अपनी यूनिटों में अपशिष्ट जल प्रबंधन और वर्षा
जल संचयन, प्रभावी ठोस अपशिष्ट संग्रहण और स्टेशनों एवं कार्यालयों में उचित निपटान
प्रक्रिया, जीरो नाइट सॉयल डिस्चार्ज के लिए कोच में जैव-शौचालयों का पूर्ण उपयोग,
रेलवे भूमि विशेषकर रेलवे ट्रैक के किनारे बड़ी संख्या में पौधारोपण जैसी
गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
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रेलवे मुख्यालय बड़ौदा हाउस में पर्यावारण दिवस से एक दिन पहले 4 जून को मैकेनिकल
विभाग के तत्वावधान में पर्यावरण एवं हाउसकीपिंग विंग ने पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी
पर जागरूकता एवं सतर्कता के लिए कर्मचारियों के लिए ‘वायु प्रदूषण’ विषय पर कई
कार्यक्रम आयोजित किये, जिसमें वायु प्रदूषण
के खतरों पर बैनर एवं पोस्टर भी लगाये गये। बुधवार को पर्यावरण दिवस के मौके पर
वरिष्ठ उप महाप्रबंधक चन्द्रलेखा मुखर्जी, वरिष्ठ प्रधान मुख्य मैकेनिकल
इंजीनियर अरुण अरोड़ा, के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए, जिन्होंने
पौधारोपण भी किया।
06June-2019
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