रविवार, 23 जून 2019

फ्लाई-ऐश और मलबे से होगा भवनों का निर्माण

घर के सपने को नई प्रौद्योगिकी इस्तेमाल से पूरा करेगी केंद्र सरकार
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र की मोदी सरकार की प्रधानमंत्री आवास और अन्य आवास योजनाओं में घरों के निर्माण में गुणवत्ता के लिए 16 नई प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें नए भारत के निर्माण को अंजाम देने के लिए लोक निर्माण विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
यह बात शुक्रवार को यहां नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में नवीन प्रौद्योगिकियों और सामग्रियों का निर्माण कार्यों में इस्तेमाल को लेकर केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा आयोजित एक समारोह में बोलते हुए केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कही है। उन्होंने कहा कि आज बदलाव के दौर से गुजर रहे भारत में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को नई प्रौद्योगिकियों के प्रयोग के साथ निभानी चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि हर व्यक्ति के पास अपना घर हो और उसी आधार पर देश को आगे ले जाने का प्रयास हो रहा है। मिश्र ने कहा कि भवनों के गुणवत्तापूर्ण निर्माण के लिए नई प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल और परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की दृष्टि से केंद्रीय लोक निर्माण विभाग बेहतर कार्य कर रहा है। मिश्र ने कहा कि उनके विभाग के पास इस समय करीब 1.50 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं हैं, जिन्हें पूरा करने लिए लोक निर्माण विभाग की निर्माण क्षमता को साबित करेगा। शहरी विकास सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सुझाव दिया कि नई प्रौद्योगिकियों का चयन पूरी सावधानी, परीक्षण और तुलनात्मक अध्ययन के बाद किया जाना चाहिए, जिसमें लागत भी कम से कम आए। उन्होंने कहा कि लागत को कम करने के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग निर्माण कार्यों में 16 नई प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करेगा, ताकि निर्माण की गुणवत्ता को भी बरकार रखा जा सके। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से उम्मीद जताई कि वे वे भारतीय अर्थव्यवस्था को 3 ट्रिलियन डॉलर से 5 ट्रिलियन डॉलर स्तर तक ले जाने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में अपनी अहम भूमिका का योगदान देंगे।
5 सितारा से कम नहीं होंगे नए भवन
समारोह के बाद केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विभाग ने अपने निर्माण कार्यों को कम लागत पर जल्दी पूरा करने के लिए 16 नई प्रौद्योगिकियों को अपनाना शुरू कर दिया है। उनका विभाग निर्माण क्षेत्र में एक आदर्श संगठन के रुप में नई प्रौद्योगिकियों के चयन करने की जिम्मेदारी भी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समारोह प्राप्त हुए 30 से अधिक लेख-पत्र और विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किये गये 21 प्रेजेंटेशन विभाग की परियोजनाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, जो अनुसंधान और विकास का हिस्सा साबित होंगे। उन्होंने कहा कि पूरी तरह डिजिटलीकरण हो चुके विभाग के जिम्मे निर्माण में अब नए भवन 5 सितारा स्तर से कम के नहीं होंगे। उन्होंने कहा विभाग में करीब 90 प्रतिशत परियोजनाओं मे फ्लाई-ऐश तथा निर्माण और टूटे भवनों के मलबे का उपयोग किया जा रहा है। वहीं पानी को साफ करके फिर से उपयोग करने के लिए सीवेज शोधन संयंत्र, ठोस कचरे को अलग करना और सौर ऊर्जा संयंत्रों को छतों पर स्थापित करना हमारी कार्य योजना का हिस्सा है। समारोह में विभाग के अलावा सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों के लगभग 250 इंजीनियरों, वास्तुविदों और पेशेवरों ने भाग लिया। 
15June-2019

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