रविवार, 23 जून 2019

लोकसभा में सांसदों की शपथ में भाषाओं का संगम

संसद सत्र: 20 राज्यों के नवनिर्वाचित सांसदों ने की सदस्यता ग्रहण
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
सत्रहवीं लोकसभा के पहले संसद सत्र की शुरूआत सोमवार को नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह से हुई। पहले दिन लोकसभा में चली कार्यवाही के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उनके मंत्रिमंडल के साथ 26 राज्यों के निर्वाचित लोकसभा सदस्यों ने सदन की सदस्यता और गोपनीयता की शपथ ली। सांसदों को यह शपथ लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर डा. विरेन्द्र सिंह ने ग्रहण कराई। शपथ ग्रहण के दौरान लोकसभा में देश की विभिन्न भाषाओं का संगम देखने को मिला।
नई लोकसभा के गठन के बाद पहला संसद सत्र सोमवार को शुरू हुआ, जिससे पहले लोकसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गये डा. विरेन्द्र कुमार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ दिलाई। लोकसभा की सुबह कार्यवाही शुरू होने पर प्रोटेम स्पीकर का पदभार ग्रहण करने के बाद डा. विरेन्द्र कुमार ने शपथ दिलाने की कार्यवाही शुरू की, जिसमें सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल में शामिल सदस्यों ने शपथ ग्रहण की। इसके बाद अंग्रेजी के ए टू जैड अक्षर के अनुसार राज्यों में सबसे पहले आंध्र प्रदेश के लोकसभा सांसदों को शपथ ग्रहण कराई गई। इसी क्रम में सदन की कार्यवाही के दौरान 26 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की लोकसभा सीटों से निर्वाचित होकर आए सांसदों को शपथ दिलाई गई। शाम छह बजे बाद स्थगित की गई सदन की कार्यवाही तक ओडिशा राज्य के सांसदों को शपथ दिलाई जा चुकी थी। इन राज्यों के कुछ सांसद ऐसे रहे जो शपथ ग्रहण के दौरान सदन में नहीं थे, उन्हें बाद में शपथ दिलाई जाएगी। अभी तक अंग्रेजी वर्णानुसार आंध्र प्रदेश से ओडिशा तक 20 राज्यों के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, अंडमान निकोबार, चंडीगढ़, दादर नगर हवेली और लक्षद्वीप जैसे सघशासित प्रदेशों के सांसदों को शपथ दिलाई गई है।
नारों और हंगामे का शोर
लोकसभा में भाजपा सांसदों ने जोश के साथ मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगाए, तो वहीं सदन में पश्चिम बंगाल के भाजपा के टिकट पर जीतने के बाद मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो और देवाश्री चौधरी द्वारा शपथ ग्रहण करने के दौरान जय श्रीराम के नारे सुनाई दिये। हालांकि ऐसे नारो का विपक्षी दलों ने विरोध करते हुए हंगामा भी किया। शपथ ग्रहण के दौरान हिंदी, अंग्रेजी, कन्नड़, संस्कृत, मराठी, तेलगू, उड़िया जैसी क्षेत्रीय भाषाओं का संगम भी देखने को मिला।
साध्वी प्रज्ञा के नाम पर विपक्ष ने किया हंगामा
मध्य प्रदेश के भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के शपथ लेने के दौरान विपक्ष ने उस समय विरोध कर हंगामा किया जब संस्कृत में शपथ ग्रहण करते हुए उन्होंने अपने नाम का उच्चारण 'साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर स्वामी पूर्णचेतनानंद अवधेशानंद गिरि' के रूप में किया। यह सुनते ही विपक्षी दलों ने हंगाम शुरू कर दिया, जिसके कारण साध्वी प्रज्ञा को बीच में रुकना पड़ा और उसके बाद प्रोटेम स्पीकरण ने रिकार्ड में उनके नाम की जांच की तो प्रज्ञा को रिकार्ड में दर्ज नाम के साथ सही उच्चारण के साथ दूसरी बार भी वह सही उच्चारण नहीं कर पाई तो उन्हें तीसरी बार शपथ ग्रहण करनी पड़ी।
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शपथ ग्रहण में इन सांसदों ने चौंकाया
भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने ली मौखिक शपथ
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
सत्र के पहले दिन सत्रहवीं लोकसभा के नविनिर्वाचत सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह में कई सांसदों ने सदन में तालियां बटोरी और सदस्यों को मेजे थपथपाने पर मजबूर किया। इनमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की पश्चिमी दिल्ली से निर्वाचित हुए भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा भी शामिल है, जिन्होंने कंठस्थ शपथ ग्रहण करके सदन की वाही वाही लूटी।
लोकसभा में जब दिल्ली के सांसदों की बारी आई तो पश्चिमी दिल्ली के भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा सिर पर पगड़ी बांधकर वेल में पहुंचे, तो पहले उन्होंने अपने निर्वाचन प्रमाण पत्र को सचिव पटल को सौंपा और लोकसभा महासचिव स्नेहलता द्वारा उन्हें दिये गये शपथ पत्र को लेने के बाद उसे बिना पढ़े ही मौखिक रूप से ही शपथ ली और कहा कि ‘मैं प्रवेश साहिब सिंह जो लोकसभा का सदस्य निर्वाचित हुआ हूं, मैं ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारतीय संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा। मैं भारत की प्रभुता एवं अखंडता को अक्षुण रखूंगा। मैं जिस पद को ग्रहण करने वाला हूं उनके कर्तव्यों का श्रद्धा पूर्वक निर्वहन करुंगा’..जय हिंद! प्रवेश साहिब सिंह ने कंठस्थ शपथ ग्रहण करके सदन के सदस्यों को चौंकाया।
इसी प्रकार केरल से कांग्रेस के एक सांसद सुरेश ने अपनी क्षेत्रीय भाषा मलयालम के बजाए हिंदी भाषा में शपथ लेकर सभी को चौंकाया और सदस्य मेज थपथपाने के लिए मजबूर हुए। इससे पहले इनके अलावा सदन में बिहार के महाराजगंज से भाजपा सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल ले भोजपुरी में शपथ लेने की इच्छा जताई लेकिन उन्हें पीठ ने अनुमति नहीं दी। वहीं अमेठी से राहुल गांधी को हराकर भाजपा की सांसद स्मृति ईरानी के शपथ ग्रहण के दौरान भी सदन में खूब मेजे थपथपाई गई।
पहली पंक्ति में नजर आए कई केंद्रीय मंत्री
मोदी कैबिनेट के कई वरिष्ठ मंत्री पहली पंक्ति में नजर आए। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, और पटना साहिब लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा को हराकर सदन पहुंचे रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर और हरसिमरत कौर पहली पंक्ति में दिखे। रामविलास पासवान भी सदन में मंत्री होने के कारण मौजूद थे, लेकिन इस बार वह लोकसभा के सदस्य नहीं है। माना जा रहा है कि खाली हुई राज्यसभा की सीटों में से एक सीट से उन्हें राज्य सभा भेजा जाएगा। चुनाव से पहले ही एलजेपी और बीजेपी के बीच यह समझौता हो गया था।
इस बार कई दिग्गज चेहरे सदन में नहीं दिखेंगे
कांग्रेस और बीजेपी दोनों के ही कई दिग्गज चेहरे इस बार सदन में नजर नहीं आएंगे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे दिग्गजों ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा। कांग्रेस के कई बड़े चेहरे मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंदर हुड्डा चुनाव हारने के कारण सदन में नहीं नजर आएंगे।
ये चेहरे सदन में फिर नजर आए
लोकसभा में सोमवार को कुछ ऐसे चेहरे भी दिखाई दिये जो पिछले सत्र में सदस्य नहीं थे लेकिन उससे पहले निचले सदन के सदस्य रह चुके हैं।इनमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, द्रमुक के वरिष्ठ नेता दयानिधि मारन, ए राजा और टी आर बालू, गोवा के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता फ्रांसिस्को सरदिन्हा तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और द्रमुक नेता कनिमोई पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं और इससे पहले वे राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और एस जयशंकर भी सदन में पहले दिन की बैठक में उपस्थित थे जो अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। सपा नेता अखिलेश यादव को विपक्ष की तरफ सबसे पीछे की पंक्ति में बैठे देखा गया। उनके पिता मुलायम सिंह यादव पहली पंक्ति में बैठे थे।राकांपा नेता सुप्रिया सुले को कनिमोई को गले लगाकर अभिनंदन करते हुए देखा गया। सुले स्वयं भी 2014 तक राज्यसभा की सदस्य रही हैं। सदन की बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा नेता मुलायम सिंह यादव, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय और कल्याण बनर्जी आदि का अभिवादन करते हुए देखा गया। 
18June-2019

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