राज्यसभा में पारित हुआ एक विधेयक
दोनों सदनों में गूंजा राफेल, राम मंदिर मुद्दा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के शीतकालीन सत्र दूसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी
दलों ने राफेल, राम मंदिर, कावेरी डेल्टा क्षेत्र के किसानों के संरक्षण और आंध्र प्रदेश
को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग जैसे मुद्दों को लेकर हंगामा किया। हंगामे के
कारण लोकसभा की बैठक दोपहर भोजन से पहले और राज्यसभा की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद
पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। हालांकि इसी शोर शराबे के बीच लोकसभा में बांध
सुरक्षा बिल पेश किया गया तो राज्यसभा में राष्ट्रीय स्वपरायणता प्रमस्तिष्क घात, मानसिक
मंदता और बहु-निशक्तताग्रस्त कल्याण न्यास (संशोधन) विधेयक पारित कराया गया।
लोकसभा में बुधवार को शुरू हुई कार्यवाही शुरू होने पर कर्नाटक के
बेल्लारी और मांड्या से नवनिर्वाचित सदस्यों वी एस उगरप्पा एवं एल आर शिवराम गौड़ा को
शपथ दिलाई गयी। जब लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान किया तो शिवसेना
ने राम मंदिर, कांग्रेस ने राफेल विमान सौदे की जेपीसी से जांच कराने, तेदेपा ने आंध्र
प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की मांग और तमिलनाडु में कावेरी डेल्टा के किसानों
के मुद्दों को लेकर आसन के करीब आकर हंगामा करना शुरू कर दिया। सदस्यों के इस
नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक स्थगित कर दिया। इसके बाद शुरू
हुई कार्यवाही शुरू होते ही सदन में विपक्षी दलों की नारेबाजी शुरू हो गई। इसी
हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर
रखवाये और बांध सुरक्षा विधेयक पेश करवाया। इसी हंगामे के बीच स्पीकर सुमित्रा महाजन
ने हाल ही में उपग्रहों के प्रक्षेपण पर इसरो के वैज्ञानिकों और राज्यसभा सदस्य और
मुक्केबाज एम सी मैरीकॉम को हाल ही में विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीतने पर भी बधाई
दी। इसके बाद हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष महाजन ने सदन की बैठक को दोपहर करीब
करीब सवा 12 बजे सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा: हंगामे के बीच पारित
हुआ एक विधेयक
राज्यसभा में बुधवार को जैसे ही भोजनावकाश के बाद दो बजे सदन की
कार्यवाही शुरू हुई तो अन्नाद्रमुक और तेदेपा सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने आसन
के करीब आकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसी हंगाके के बीच सदन में लंबित आटिज्म बीमारी से
संबंधित राष्ट्रीय स्वपरायणता प्रमस्तिष्क घात, मानसिक मंदता और बहु-निशक्तताग्रस्त
कल्याण न्यास (संशोधन) विधेयक पर अधूरी चर्चा में तृणमूल के डा. शांतुन सेन ओर
सीपीआईएम के इलामारम करीम की संक्षिप्त चर्चा के बाद उसे पारित कर दिया गया। जब
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (संशोधन) विधेयक पेश
करने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेर का नाम पुकारा तो समूचे विपक्ष ने अपनी
सीटों पर खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होता देख सभापति ने करीब सवा दो
बजे सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले बुधवार को
उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राफेल, राम मंदिर, कावेरी डेल्टा क्षेत्र के किसानों
के संरक्षण और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा जैसे मुद्दों पर हंगामा शुरू हो गया,
जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। इस कारण सदन में प्रश्नकाल
व शून्यकाल तक नहीं हो सका।
13Dec-2018
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