रविवार, 8 जुलाई 2018

अब ऐसे कसेगा ओवरलोडिंग वाहनों पर शिकंजा!

एनएचएआई के टोल प्लाजाओं पर लगेंगी नई डिवाइस
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। 
केंद्र सरकार द्वारा पिछले सालों में वाहनों की ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए जारी किये गये नए दिशानिर्देशों के बावजूद देश में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के मकसद से अब नए फार्मूले को लागू किया जा रहा है। इस प्रणाली के तहत एनएचएआई अपने सभी टोल प्लाजाओं पर आधुनिक तकनीक वाली डिवाइस लगा रहा है, जिससे राजमार्गो पर ओवरलोडिंग वाहन की आवाजाही पर नियंत्रण किया जा सके।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर एनएचएआई अब देशभर में अपने टोल प्लाजाओं खासकर एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर प्रवेश करने वाले टोल नाको पर आधुनिक डिवाइस लगा रहा है, जिसके लागू होने से ओवरलोडिंग वाहन को प्रवेश नहीं मिल पाएगा और ऐसे वाहन के ओवरलोड को कम करने, वाहन को जब्त करने तथा जुर्माना जैसी कार्यवाही को भी अंजाम दिया जाएगा। मंत्रालय के अनुसार पिछले दिनों विशेषज्ञों के साथ एनएचएई के नए फार्मूले के तहत इजाद किए गये सेंसर सर्वर को राज्यों में स्थापित कराया गया, जिसके तहत ज्यादातर राज्यों में ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ कार्रवाही भी चल रही है। इसके बावजूद सड़क हादसों में कमी आने का नाम नहीं ले रही है। इसलिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ मंथन करने के बाद ऐसा फार्मूला लागू करने का फैसला किया, जिससे ओवरलोडिंग वाहन राजमार्गो या एक्सप्रेस-वे पर न आ सके। इसके लिए अब एनएचएआई ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर टोल नाको पर आटोमैटिक आधुनिक डिवाइस स्थापित कर रहा है, जिसमें वाहन को ओवरलोडिंग होने की स्थिति में प्रवेश ही नहीं मिल पाएगा। वहीं ऐसे वाहनों के खिलाफ टोल नाकों और ओवरलोडिंग की निगरानी करने वाले विशेष दल नियमों का उल्लंघन करने पर चालान और भारी जुर्माना जैसी कार्रवाही भी की जाएगी।
राज्यों की सीमाओं की निगरानी
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी विष्णु दरबारी का ओवरलोडिंग वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए शुरू किये जा रहे नए फार्मूले के बारे में कहना है कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस पर दोनों और प्रवेश नाकों पर स्थापित उच्च स्तरीय तकनीक के तहत स्थापित नई आधुनिक प्रणाली का प्रयोग अन्य एक्सप्रेसवे व राष्ट्रीय राजमार्गो पर बने प्रमुख टोल प्लाजाओं पर इस प्रकार की डिवाइस लगाई जा रही है, जिससे ओवलोडिंग वाहन की टोल नाको पर ही पहचान हो जाएगी। इसके बाद एनएचएआई अपने सभी टोल प्लाजाओं पर इस प्रकार की डिवाइस लगाने पर भी विचार कर रहा है।
दिल्ली के यातायात व प्रदूषण पर फोकस
एनएचएआई के अनुसार ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर आवागमन शुरू होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भारी या ओवरलोडिंग वाहनों के प्रवेश पर सख्त निगरानी की जा रही है। इसके लिए करीब एक दर्जन ऐसे हाइवे की पहचान की गई हैं जिनसे होकर वाहन दिल्ली में प्रवेश करते हैं। इन प्रवेश द्वारा पर स्थापित टोल नाकों पर एनएचएआई ने दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग के साथ मिलकर खासकर ओवरलोडिंग और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ इसी सप्ताह विशेष अभियान शुरू किया है, जिसमें सभी प्रवेश द्वारों पर ओवरलोड वाहनों की निगरानी के लिए अलग-अलग करीब 15 टीमें बनाई गई है, जिसमें एनएचएआई, दिल्ली परिवहन विभाग, विभागीय प्रवर्तन प्रकोष्ठ तथा अन्य संबन्धित विभाग के अधिकारी शामिल हैं। इसके लिए इन टोल नाको पर नई डिवाइस लगाई गई है, जिसके जरिए नियमों का उल्लंघन करने वाले भारी वाहनों के खिलाफ कार्रवाही अमल में लाई जा रही है।
08July-2018


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